प्रतिरोधकता केवल चालक के पदार्थ पर निर्भर करती है।
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196004
अतिचालक पदार्थ की चालकता होती है
1 अनन्त
2 अत्यधिक वृहद
3 अत्यधिक निम्न
4 शून्य
Explanation:
किसी निश्चित ताप पर, एक अर्द्धचालक का प्रतिरोध शून्य है \( \Rightarrow \) \(G = \frac{1}{R} = \frac{1}{0} = \infty \)
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196005
एक नियोन विसर्जन नली में \(2.9 \times {10^{18}}N{e^ + }\) आयन प्रति सैकण्ड दायीं तरफ एवं \(1.2 \times {10^{18}}\) इलेक्ट्रॉन प्रति सैकण्ड बायीं तरफ चलते हैं। इलेक्ट्रॉन पर आवेश \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) कूलॉम है। विसर्जन नली में धारा का मान होगा
196006
किसी असमान परिच्छेद वाले धात्विक चालक से स्थायी धारा बहती है तो चालक की लम्बाई के अनुदिश क्या स्थिर है
1 धारा, विद्युत क्षेत्र एवं अनुगमन वेग
2 सिर्फ अनुगमन वेग
3 धारा एवं अनुगमन वेग
4 सिर्फ धारा
Explanation:
यदि \(E\) विद्युत क्षेत्र है तब धारा घनत्व \(j = \sigma E\) एवं धारा घनत्व \(j = \frac{i}{A}\) अत: अलग-अलग अनुप्रस्थ काट के लिए \(j\) अलग-अलग होगा तब \(E\) भी अलग-अलग होगा। अत: \(E\) नियत नहीं है। अनुगमन वेग \({v_d} = \frac{j}{{ne}}\) ; \(j\) के बदलने पर बदलेगा। अत: केवल धारा i नियत रहेगी
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196007
किसी मिश्र धातु की प्रतिरोधकता \( = {R_{feJ /kkrq}}\) है एवं इसमें उपयुक्त धातु की प्रतिरोकता \( = {R_{/kkrq}}\) है तो
1 \(R\) मिश्र धातु = \(R\) धातु
2 \(R\) मिश्र धातु < \(R\) धातु
3 \(R\) मिश्र धातु एवं \(R\) धातु में कोई सम्बन्ध नहीं है
4 \(R\) मिश्र धातु > \(R\) धातु
Explanation:
In the case of alloys the ions of one material is randomly attached to another ion/ atom of the other material. there is no definite crystal lattice like structure. Hence conduction be tough and thus they have high resistivity.
प्रतिरोधकता केवल चालक के पदार्थ पर निर्भर करती है।
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196004
अतिचालक पदार्थ की चालकता होती है
1 अनन्त
2 अत्यधिक वृहद
3 अत्यधिक निम्न
4 शून्य
Explanation:
किसी निश्चित ताप पर, एक अर्द्धचालक का प्रतिरोध शून्य है \( \Rightarrow \) \(G = \frac{1}{R} = \frac{1}{0} = \infty \)
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196005
एक नियोन विसर्जन नली में \(2.9 \times {10^{18}}N{e^ + }\) आयन प्रति सैकण्ड दायीं तरफ एवं \(1.2 \times {10^{18}}\) इलेक्ट्रॉन प्रति सैकण्ड बायीं तरफ चलते हैं। इलेक्ट्रॉन पर आवेश \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) कूलॉम है। विसर्जन नली में धारा का मान होगा
196006
किसी असमान परिच्छेद वाले धात्विक चालक से स्थायी धारा बहती है तो चालक की लम्बाई के अनुदिश क्या स्थिर है
1 धारा, विद्युत क्षेत्र एवं अनुगमन वेग
2 सिर्फ अनुगमन वेग
3 धारा एवं अनुगमन वेग
4 सिर्फ धारा
Explanation:
यदि \(E\) विद्युत क्षेत्र है तब धारा घनत्व \(j = \sigma E\) एवं धारा घनत्व \(j = \frac{i}{A}\) अत: अलग-अलग अनुप्रस्थ काट के लिए \(j\) अलग-अलग होगा तब \(E\) भी अलग-अलग होगा। अत: \(E\) नियत नहीं है। अनुगमन वेग \({v_d} = \frac{j}{{ne}}\) ; \(j\) के बदलने पर बदलेगा। अत: केवल धारा i नियत रहेगी
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196007
किसी मिश्र धातु की प्रतिरोधकता \( = {R_{feJ /kkrq}}\) है एवं इसमें उपयुक्त धातु की प्रतिरोकता \( = {R_{/kkrq}}\) है तो
1 \(R\) मिश्र धातु = \(R\) धातु
2 \(R\) मिश्र धातु < \(R\) धातु
3 \(R\) मिश्र धातु एवं \(R\) धातु में कोई सम्बन्ध नहीं है
4 \(R\) मिश्र धातु > \(R\) धातु
Explanation:
In the case of alloys the ions of one material is randomly attached to another ion/ atom of the other material. there is no definite crystal lattice like structure. Hence conduction be tough and thus they have high resistivity.
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03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196003
किसी तार की प्रतिरोधकता निर्भर करती है
1 उसकी लम्बाई पर
2 उसके अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर
3 उसकी आकृति पर
4 उसके पदार्थ पर
Explanation:
प्रतिरोधकता केवल चालक के पदार्थ पर निर्भर करती है।
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196004
अतिचालक पदार्थ की चालकता होती है
1 अनन्त
2 अत्यधिक वृहद
3 अत्यधिक निम्न
4 शून्य
Explanation:
किसी निश्चित ताप पर, एक अर्द्धचालक का प्रतिरोध शून्य है \( \Rightarrow \) \(G = \frac{1}{R} = \frac{1}{0} = \infty \)
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196005
एक नियोन विसर्जन नली में \(2.9 \times {10^{18}}N{e^ + }\) आयन प्रति सैकण्ड दायीं तरफ एवं \(1.2 \times {10^{18}}\) इलेक्ट्रॉन प्रति सैकण्ड बायीं तरफ चलते हैं। इलेक्ट्रॉन पर आवेश \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) कूलॉम है। विसर्जन नली में धारा का मान होगा
196006
किसी असमान परिच्छेद वाले धात्विक चालक से स्थायी धारा बहती है तो चालक की लम्बाई के अनुदिश क्या स्थिर है
1 धारा, विद्युत क्षेत्र एवं अनुगमन वेग
2 सिर्फ अनुगमन वेग
3 धारा एवं अनुगमन वेग
4 सिर्फ धारा
Explanation:
यदि \(E\) विद्युत क्षेत्र है तब धारा घनत्व \(j = \sigma E\) एवं धारा घनत्व \(j = \frac{i}{A}\) अत: अलग-अलग अनुप्रस्थ काट के लिए \(j\) अलग-अलग होगा तब \(E\) भी अलग-अलग होगा। अत: \(E\) नियत नहीं है। अनुगमन वेग \({v_d} = \frac{j}{{ne}}\) ; \(j\) के बदलने पर बदलेगा। अत: केवल धारा i नियत रहेगी
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196007
किसी मिश्र धातु की प्रतिरोधकता \( = {R_{feJ /kkrq}}\) है एवं इसमें उपयुक्त धातु की प्रतिरोकता \( = {R_{/kkrq}}\) है तो
1 \(R\) मिश्र धातु = \(R\) धातु
2 \(R\) मिश्र धातु < \(R\) धातु
3 \(R\) मिश्र धातु एवं \(R\) धातु में कोई सम्बन्ध नहीं है
4 \(R\) मिश्र धातु > \(R\) धातु
Explanation:
In the case of alloys the ions of one material is randomly attached to another ion/ atom of the other material. there is no definite crystal lattice like structure. Hence conduction be tough and thus they have high resistivity.
प्रतिरोधकता केवल चालक के पदार्थ पर निर्भर करती है।
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196004
अतिचालक पदार्थ की चालकता होती है
1 अनन्त
2 अत्यधिक वृहद
3 अत्यधिक निम्न
4 शून्य
Explanation:
किसी निश्चित ताप पर, एक अर्द्धचालक का प्रतिरोध शून्य है \( \Rightarrow \) \(G = \frac{1}{R} = \frac{1}{0} = \infty \)
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196005
एक नियोन विसर्जन नली में \(2.9 \times {10^{18}}N{e^ + }\) आयन प्रति सैकण्ड दायीं तरफ एवं \(1.2 \times {10^{18}}\) इलेक्ट्रॉन प्रति सैकण्ड बायीं तरफ चलते हैं। इलेक्ट्रॉन पर आवेश \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) कूलॉम है। विसर्जन नली में धारा का मान होगा
196006
किसी असमान परिच्छेद वाले धात्विक चालक से स्थायी धारा बहती है तो चालक की लम्बाई के अनुदिश क्या स्थिर है
1 धारा, विद्युत क्षेत्र एवं अनुगमन वेग
2 सिर्फ अनुगमन वेग
3 धारा एवं अनुगमन वेग
4 सिर्फ धारा
Explanation:
यदि \(E\) विद्युत क्षेत्र है तब धारा घनत्व \(j = \sigma E\) एवं धारा घनत्व \(j = \frac{i}{A}\) अत: अलग-अलग अनुप्रस्थ काट के लिए \(j\) अलग-अलग होगा तब \(E\) भी अलग-अलग होगा। अत: \(E\) नियत नहीं है। अनुगमन वेग \({v_d} = \frac{j}{{ne}}\) ; \(j\) के बदलने पर बदलेगा। अत: केवल धारा i नियत रहेगी
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196007
किसी मिश्र धातु की प्रतिरोधकता \( = {R_{feJ /kkrq}}\) है एवं इसमें उपयुक्त धातु की प्रतिरोकता \( = {R_{/kkrq}}\) है तो
1 \(R\) मिश्र धातु = \(R\) धातु
2 \(R\) मिश्र धातु < \(R\) धातु
3 \(R\) मिश्र धातु एवं \(R\) धातु में कोई सम्बन्ध नहीं है
4 \(R\) मिश्र धातु > \(R\) धातु
Explanation:
In the case of alloys the ions of one material is randomly attached to another ion/ atom of the other material. there is no definite crystal lattice like structure. Hence conduction be tough and thus they have high resistivity.
प्रतिरोधकता केवल चालक के पदार्थ पर निर्भर करती है।
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196004
अतिचालक पदार्थ की चालकता होती है
1 अनन्त
2 अत्यधिक वृहद
3 अत्यधिक निम्न
4 शून्य
Explanation:
किसी निश्चित ताप पर, एक अर्द्धचालक का प्रतिरोध शून्य है \( \Rightarrow \) \(G = \frac{1}{R} = \frac{1}{0} = \infty \)
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196005
एक नियोन विसर्जन नली में \(2.9 \times {10^{18}}N{e^ + }\) आयन प्रति सैकण्ड दायीं तरफ एवं \(1.2 \times {10^{18}}\) इलेक्ट्रॉन प्रति सैकण्ड बायीं तरफ चलते हैं। इलेक्ट्रॉन पर आवेश \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) कूलॉम है। विसर्जन नली में धारा का मान होगा
196006
किसी असमान परिच्छेद वाले धात्विक चालक से स्थायी धारा बहती है तो चालक की लम्बाई के अनुदिश क्या स्थिर है
1 धारा, विद्युत क्षेत्र एवं अनुगमन वेग
2 सिर्फ अनुगमन वेग
3 धारा एवं अनुगमन वेग
4 सिर्फ धारा
Explanation:
यदि \(E\) विद्युत क्षेत्र है तब धारा घनत्व \(j = \sigma E\) एवं धारा घनत्व \(j = \frac{i}{A}\) अत: अलग-अलग अनुप्रस्थ काट के लिए \(j\) अलग-अलग होगा तब \(E\) भी अलग-अलग होगा। अत: \(E\) नियत नहीं है। अनुगमन वेग \({v_d} = \frac{j}{{ne}}\) ; \(j\) के बदलने पर बदलेगा। अत: केवल धारा i नियत रहेगी
03. CURRENT ELECTRICITY (HM)
196007
किसी मिश्र धातु की प्रतिरोधकता \( = {R_{feJ /kkrq}}\) है एवं इसमें उपयुक्त धातु की प्रतिरोकता \( = {R_{/kkrq}}\) है तो
1 \(R\) मिश्र धातु = \(R\) धातु
2 \(R\) मिश्र धातु < \(R\) धातु
3 \(R\) मिश्र धातु एवं \(R\) धातु में कोई सम्बन्ध नहीं है
4 \(R\) मिश्र धातु > \(R\) धातु
Explanation:
In the case of alloys the ions of one material is randomly attached to another ion/ atom of the other material. there is no definite crystal lattice like structure. Hence conduction be tough and thus they have high resistivity.