194307
\(z\)- अक्ष की दिशा में कार्यरत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र \(B\) के समान्तर एक अनंत लम्बे बेलन को रखा गया है। \(z\) अक्ष से देखने पर बेलन में प्रेरित धाराओं की दिशा होगी
1 \(+ z\) अक्ष के दक्षिणावर्त
2 \(+ z\) अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
Explanation:
चूँकि चुम्बकीय क्षेत्र समरूप है अर्थात् कोई परिवर्तन नहीं हो रहा है, इसलिए कोई धारा प्रेरित नहीं होगी।
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194506
एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: \(5\) एवं \(4\) है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर \(240\,A V\) लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा
194507
एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर \(200\,V\) की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से \(6\,V\), \(30\,W\) का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......\(A\) होगा
194508
किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: \(100\) और \(20\) है। यदि प्राथमिक में \(200\) वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......\(V\) होगा
194424
दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व \((Mutual inductance)\) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर
1 समान्तर हों
2 \(60^o\) के कोण पर हों
3 \(45^o\) के कोण पर हों
4 \(90^o\) के कोण पर हों
Explanation:
Given, Two circular wils having centers at same point. Since mutual inductance between two coils is given by formula, \(M_{12} =\frac{N_2 \phi_{12}}{I_1}\) \(=\frac{N_2(B A \cos \theta)}{I_1}\) \(\therefore M_{12}\) will be maximum when \(\cos \theta=1\) , i.e \(\theta=0^{\circ}\) (when two coils are parallel)
194307
\(z\)- अक्ष की दिशा में कार्यरत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र \(B\) के समान्तर एक अनंत लम्बे बेलन को रखा गया है। \(z\) अक्ष से देखने पर बेलन में प्रेरित धाराओं की दिशा होगी
1 \(+ z\) अक्ष के दक्षिणावर्त
2 \(+ z\) अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
Explanation:
चूँकि चुम्बकीय क्षेत्र समरूप है अर्थात् कोई परिवर्तन नहीं हो रहा है, इसलिए कोई धारा प्रेरित नहीं होगी।
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194506
एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: \(5\) एवं \(4\) है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर \(240\,A V\) लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा
194507
एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर \(200\,V\) की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से \(6\,V\), \(30\,W\) का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......\(A\) होगा
194508
किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: \(100\) और \(20\) है। यदि प्राथमिक में \(200\) वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......\(V\) होगा
194424
दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व \((Mutual inductance)\) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर
1 समान्तर हों
2 \(60^o\) के कोण पर हों
3 \(45^o\) के कोण पर हों
4 \(90^o\) के कोण पर हों
Explanation:
Given, Two circular wils having centers at same point. Since mutual inductance between two coils is given by formula, \(M_{12} =\frac{N_2 \phi_{12}}{I_1}\) \(=\frac{N_2(B A \cos \theta)}{I_1}\) \(\therefore M_{12}\) will be maximum when \(\cos \theta=1\) , i.e \(\theta=0^{\circ}\) (when two coils are parallel)
194307
\(z\)- अक्ष की दिशा में कार्यरत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र \(B\) के समान्तर एक अनंत लम्बे बेलन को रखा गया है। \(z\) अक्ष से देखने पर बेलन में प्रेरित धाराओं की दिशा होगी
1 \(+ z\) अक्ष के दक्षिणावर्त
2 \(+ z\) अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
Explanation:
चूँकि चुम्बकीय क्षेत्र समरूप है अर्थात् कोई परिवर्तन नहीं हो रहा है, इसलिए कोई धारा प्रेरित नहीं होगी।
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194506
एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: \(5\) एवं \(4\) है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर \(240\,A V\) लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा
194507
एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर \(200\,V\) की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से \(6\,V\), \(30\,W\) का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......\(A\) होगा
194508
किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: \(100\) और \(20\) है। यदि प्राथमिक में \(200\) वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......\(V\) होगा
194424
दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व \((Mutual inductance)\) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर
1 समान्तर हों
2 \(60^o\) के कोण पर हों
3 \(45^o\) के कोण पर हों
4 \(90^o\) के कोण पर हों
Explanation:
Given, Two circular wils having centers at same point. Since mutual inductance between two coils is given by formula, \(M_{12} =\frac{N_2 \phi_{12}}{I_1}\) \(=\frac{N_2(B A \cos \theta)}{I_1}\) \(\therefore M_{12}\) will be maximum when \(\cos \theta=1\) , i.e \(\theta=0^{\circ}\) (when two coils are parallel)
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06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194307
\(z\)- अक्ष की दिशा में कार्यरत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र \(B\) के समान्तर एक अनंत लम्बे बेलन को रखा गया है। \(z\) अक्ष से देखने पर बेलन में प्रेरित धाराओं की दिशा होगी
1 \(+ z\) अक्ष के दक्षिणावर्त
2 \(+ z\) अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
Explanation:
चूँकि चुम्बकीय क्षेत्र समरूप है अर्थात् कोई परिवर्तन नहीं हो रहा है, इसलिए कोई धारा प्रेरित नहीं होगी।
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194506
एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: \(5\) एवं \(4\) है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर \(240\,A V\) लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा
194507
एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर \(200\,V\) की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से \(6\,V\), \(30\,W\) का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......\(A\) होगा
194508
किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: \(100\) और \(20\) है। यदि प्राथमिक में \(200\) वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......\(V\) होगा
194424
दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व \((Mutual inductance)\) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर
1 समान्तर हों
2 \(60^o\) के कोण पर हों
3 \(45^o\) के कोण पर हों
4 \(90^o\) के कोण पर हों
Explanation:
Given, Two circular wils having centers at same point. Since mutual inductance between two coils is given by formula, \(M_{12} =\frac{N_2 \phi_{12}}{I_1}\) \(=\frac{N_2(B A \cos \theta)}{I_1}\) \(\therefore M_{12}\) will be maximum when \(\cos \theta=1\) , i.e \(\theta=0^{\circ}\) (when two coils are parallel)
194307
\(z\)- अक्ष की दिशा में कार्यरत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र \(B\) के समान्तर एक अनंत लम्बे बेलन को रखा गया है। \(z\) अक्ष से देखने पर बेलन में प्रेरित धाराओं की दिशा होगी
1 \(+ z\) अक्ष के दक्षिणावर्त
2 \(+ z\) अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
Explanation:
चूँकि चुम्बकीय क्षेत्र समरूप है अर्थात् कोई परिवर्तन नहीं हो रहा है, इसलिए कोई धारा प्रेरित नहीं होगी।
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194506
एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: \(5\) एवं \(4\) है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर \(240\,A V\) लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा
194507
एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर \(200\,V\) की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से \(6\,V\), \(30\,W\) का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......\(A\) होगा
194508
किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: \(100\) और \(20\) है। यदि प्राथमिक में \(200\) वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......\(V\) होगा
194424
दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व \((Mutual inductance)\) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर
1 समान्तर हों
2 \(60^o\) के कोण पर हों
3 \(45^o\) के कोण पर हों
4 \(90^o\) के कोण पर हों
Explanation:
Given, Two circular wils having centers at same point. Since mutual inductance between two coils is given by formula, \(M_{12} =\frac{N_2 \phi_{12}}{I_1}\) \(=\frac{N_2(B A \cos \theta)}{I_1}\) \(\therefore M_{12}\) will be maximum when \(\cos \theta=1\) , i.e \(\theta=0^{\circ}\) (when two coils are parallel)