06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194242 विद्युत चुम्बकीय प्रेरण में कुण्डली में प्रेरित वि.बा.बल निर्भर नहीं करता है

1 फ्लक्स परिवर्तन
2 समय
3 परिपथ का प्रतिरोध
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194454 रुद्ध-दोल धारामापी का संकेतक स्थिर विक्षेप देता है क्योंकि

1 जिस फ्रेम पर कुण्डली लिपटी हुई होती है उस चालक फ्रेम में भँवर धाराएँ उत्पन्न हो जाती है
2 उसका चुम्बक बहुत शक्तिशाली होता है
3 उसका संकेतक बहुत हल्का होता है
4 उसका फ्रेम एबोनाइट का बना होता है
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194455 वह उपकरण जो अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य नहीं करता होगा

1 प्रेरण कुण्डली
2 मोटर
3 टैसला कुण्डली
4 ट्राँसफॉर्मर
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194456 भँवर धारायें उत्पन्न  होती हैं जब

1 परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
2 स्थायी चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
3 चुम्बकीय क्षेत्र में एक वृत्तीय कुण्डली रखी जाये
4 वृत्तीय कुण्डली से धारा प्रवाहित की जाये
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194457 यदि किसी डायनेमो (जनित्र) के आर्मेचर के घूर्णीय  वेग को दोगुना कर दिया जाये तो प्रेरित विद्युत वाहक बल हो जायेगा

1 आधा
2 दो गुना
3 चार गुना
4 अपरिवर्तित
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194242 विद्युत चुम्बकीय प्रेरण में कुण्डली में प्रेरित वि.बा.बल निर्भर नहीं करता है

1 फ्लक्स परिवर्तन
2 समय
3 परिपथ का प्रतिरोध
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194454 रुद्ध-दोल धारामापी का संकेतक स्थिर विक्षेप देता है क्योंकि

1 जिस फ्रेम पर कुण्डली लिपटी हुई होती है उस चालक फ्रेम में भँवर धाराएँ उत्पन्न हो जाती है
2 उसका चुम्बक बहुत शक्तिशाली होता है
3 उसका संकेतक बहुत हल्का होता है
4 उसका फ्रेम एबोनाइट का बना होता है
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194455 वह उपकरण जो अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य नहीं करता होगा

1 प्रेरण कुण्डली
2 मोटर
3 टैसला कुण्डली
4 ट्राँसफॉर्मर
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194456 भँवर धारायें उत्पन्न  होती हैं जब

1 परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
2 स्थायी चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
3 चुम्बकीय क्षेत्र में एक वृत्तीय कुण्डली रखी जाये
4 वृत्तीय कुण्डली से धारा प्रवाहित की जाये
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194457 यदि किसी डायनेमो (जनित्र) के आर्मेचर के घूर्णीय  वेग को दोगुना कर दिया जाये तो प्रेरित विद्युत वाहक बल हो जायेगा

1 आधा
2 दो गुना
3 चार गुना
4 अपरिवर्तित
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194242 विद्युत चुम्बकीय प्रेरण में कुण्डली में प्रेरित वि.बा.बल निर्भर नहीं करता है

1 फ्लक्स परिवर्तन
2 समय
3 परिपथ का प्रतिरोध
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194454 रुद्ध-दोल धारामापी का संकेतक स्थिर विक्षेप देता है क्योंकि

1 जिस फ्रेम पर कुण्डली लिपटी हुई होती है उस चालक फ्रेम में भँवर धाराएँ उत्पन्न हो जाती है
2 उसका चुम्बक बहुत शक्तिशाली होता है
3 उसका संकेतक बहुत हल्का होता है
4 उसका फ्रेम एबोनाइट का बना होता है
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194455 वह उपकरण जो अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य नहीं करता होगा

1 प्रेरण कुण्डली
2 मोटर
3 टैसला कुण्डली
4 ट्राँसफॉर्मर
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194456 भँवर धारायें उत्पन्न  होती हैं जब

1 परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
2 स्थायी चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
3 चुम्बकीय क्षेत्र में एक वृत्तीय कुण्डली रखी जाये
4 वृत्तीय कुण्डली से धारा प्रवाहित की जाये
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194457 यदि किसी डायनेमो (जनित्र) के आर्मेचर के घूर्णीय  वेग को दोगुना कर दिया जाये तो प्रेरित विद्युत वाहक बल हो जायेगा

1 आधा
2 दो गुना
3 चार गुना
4 अपरिवर्तित
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194242 विद्युत चुम्बकीय प्रेरण में कुण्डली में प्रेरित वि.बा.बल निर्भर नहीं करता है

1 फ्लक्स परिवर्तन
2 समय
3 परिपथ का प्रतिरोध
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194454 रुद्ध-दोल धारामापी का संकेतक स्थिर विक्षेप देता है क्योंकि

1 जिस फ्रेम पर कुण्डली लिपटी हुई होती है उस चालक फ्रेम में भँवर धाराएँ उत्पन्न हो जाती है
2 उसका चुम्बक बहुत शक्तिशाली होता है
3 उसका संकेतक बहुत हल्का होता है
4 उसका फ्रेम एबोनाइट का बना होता है
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194455 वह उपकरण जो अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य नहीं करता होगा

1 प्रेरण कुण्डली
2 मोटर
3 टैसला कुण्डली
4 ट्राँसफॉर्मर
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194456 भँवर धारायें उत्पन्न  होती हैं जब

1 परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
2 स्थायी चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
3 चुम्बकीय क्षेत्र में एक वृत्तीय कुण्डली रखी जाये
4 वृत्तीय कुण्डली से धारा प्रवाहित की जाये
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194457 यदि किसी डायनेमो (जनित्र) के आर्मेचर के घूर्णीय  वेग को दोगुना कर दिया जाये तो प्रेरित विद्युत वाहक बल हो जायेगा

1 आधा
2 दो गुना
3 चार गुना
4 अपरिवर्तित
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194242 विद्युत चुम्बकीय प्रेरण में कुण्डली में प्रेरित वि.बा.बल निर्भर नहीं करता है

1 फ्लक्स परिवर्तन
2 समय
3 परिपथ का प्रतिरोध
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194454 रुद्ध-दोल धारामापी का संकेतक स्थिर विक्षेप देता है क्योंकि

1 जिस फ्रेम पर कुण्डली लिपटी हुई होती है उस चालक फ्रेम में भँवर धाराएँ उत्पन्न हो जाती है
2 उसका चुम्बक बहुत शक्तिशाली होता है
3 उसका संकेतक बहुत हल्का होता है
4 उसका फ्रेम एबोनाइट का बना होता है
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194455 वह उपकरण जो अन्योन्य प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य नहीं करता होगा

1 प्रेरण कुण्डली
2 मोटर
3 टैसला कुण्डली
4 ट्राँसफॉर्मर
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194456 भँवर धारायें उत्पन्न  होती हैं जब

1 परिवर्ती चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
2 स्थायी चुम्बकीय क्षेत्र में धातु रखी जाये
3 चुम्बकीय क्षेत्र में एक वृत्तीय कुण्डली रखी जाये
4 वृत्तीय कुण्डली से धारा प्रवाहित की जाये
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194457 यदि किसी डायनेमो (जनित्र) के आर्मेचर के घूर्णीय  वेग को दोगुना कर दिया जाये तो प्रेरित विद्युत वाहक बल हो जायेगा

1 आधा
2 दो गुना
3 चार गुना
4 अपरिवर्तित