06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194307 z- अक्ष की दिशा में कार्यरत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र  B के समान्तर एक अनंत लम्बे बेलन को रखा गया है। z अक्ष से देखने पर बेलन में प्रेरित धाराओं की दिशा होगी

1 +z अक्ष के दक्षिणावर्त
2 +z अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194506 एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: 5 एवं 4 है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर 240AV लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा

1 4:5
2 5:4
3 5:9
4 9:5
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194507 एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर 200V की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से 6V, 30W का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......A होगा

1 3
2 1.5
3 0.3
4 0.15
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194508 किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: 100 और 20 है। यदि प्राथमिक में 200 वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......V होगा

1 10
2 40
3 1000
4 20,000
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194424 दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व (Mutualinductance) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर

1 समान्तर हों
2 60o के कोण पर हों
3 45o के कोण पर हों
4 90o के कोण पर हों
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194307 z- अक्ष की दिशा में कार्यरत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र  B के समान्तर एक अनंत लम्बे बेलन को रखा गया है। z अक्ष से देखने पर बेलन में प्रेरित धाराओं की दिशा होगी

1 +z अक्ष के दक्षिणावर्त
2 +z अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
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194506 एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: 5 एवं 4 है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर 240AV लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा

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2 5:4
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194507 एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर 200V की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से 6V, 30W का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......A होगा

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2 1.5
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06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194508 किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: 100 और 20 है। यदि प्राथमिक में 200 वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......V होगा

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3 1000
4 20,000
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194424 दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व (Mutualinductance) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर

1 समान्तर हों
2 60o के कोण पर हों
3 45o के कोण पर हों
4 90o के कोण पर हों
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194307 z- अक्ष की दिशा में कार्यरत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र  B के समान्तर एक अनंत लम्बे बेलन को रखा गया है। z अक्ष से देखने पर बेलन में प्रेरित धाराओं की दिशा होगी

1 +z अक्ष के दक्षिणावर्त
2 +z अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
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194506 एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: 5 एवं 4 है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर 240AV लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा

1 4:5
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194507 एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर 200V की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से 6V, 30W का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......A होगा

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194508 किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: 100 और 20 है। यदि प्राथमिक में 200 वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......V होगा

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194424 दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व (Mutualinductance) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर

1 समान्तर हों
2 60o के कोण पर हों
3 45o के कोण पर हों
4 90o के कोण पर हों
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06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194307 z- अक्ष की दिशा में कार्यरत् एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र  B के समान्तर एक अनंत लम्बे बेलन को रखा गया है। z अक्ष से देखने पर बेलन में प्रेरित धाराओं की दिशा होगी

1 +z अक्ष के दक्षिणावर्त
2 +z अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
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194506 एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: 5 एवं 4 है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर 240AV लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा

1 4:5
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194507 एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर 200V की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से 6V, 30W का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......A होगा

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194508 किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: 100 और 20 है। यदि प्राथमिक में 200 वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......V होगा

1 10
2 40
3 1000
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194424 दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व (Mutualinductance) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर

1 समान्तर हों
2 60o के कोण पर हों
3 45o के कोण पर हों
4 90o के कोण पर हों
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1 +z अक्ष के दक्षिणावर्त
2 +z अक्ष के वामावर्त
3 प्रेरित धारा शून्य होगी
4 चुम्बकीय क्षेत्र के अनुदिश
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194506 एक ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में फेरों की संख्या क्रमश: 5 एवं 4 है। यदि प्राथमिक कुण्डली पर 240AV लगाया जाये तो प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डली में धाराओं का अनुपात होगा

1 4:5
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194507 एक अपचायी ट्रांसफॉर्मर 200V की मेन सप्लासई जुड़ा है तथा इसकी द्वितीयक से 6V, 30W का एक बल्ब प्रकाशित करना है प्राथमिक में धारा का मान......A होगा

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194508 किसी ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलियों में फेरों की संख्या क्रमश: 100 और 20 है। यदि प्राथमिक में 200 वोल्ट का प्रत्यावती विभव आरोपित किया जाए तो द्वितीयक में प्रेरित विभव.......V होगा

1 10
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194424 दो वृत्ताकार कुण्डलियों के केन्द्र एक ही बिन्दु पर स्थित हैं। दोनों का अन्योन्य प्रेरकत्व (Mutualinductance) तब अधिकतम होगा, जब दोनों के अक्ष परस्पर

1 समान्तर हों
2 60o के कोण पर हों
3 45o के कोण पर हों
4 90o के कोण पर हों