07. ALTERNATING CURRENT (HM)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194176 \(R =5\, \Omega, L =20\, mH\) तथा \(C =0.5\, \mu F\) के किसी श्रेणी \(LCR\) परिपथ को परिवर्ती आवत्ति की \(250 \,V\) की \(AC\) आपूर्ति के सिरों से संयोजित किया गया है। अनुनाद की स्थिति में शक्ति क्षय \(..........\,\times 10^{2}\) \(W\) होगा।

1 \(150\)
2 \(125\)
3 \(160\)
4 \(200\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194177 किसी परिपथ जिसमें कोई धारिता तथा प्रत्यावर्ती \(e m f E _{ g }= E _{ g _{0}} \sin \omega t\) का विधुत जनित्र संयोजित है, \(V _{ C }\) और \(I _{ C }\) वोल्टता और धारा है। इस प्रकार के परिपथ का सही फेजर आरेख है?

1 981-a1175
2 981-b1175
3 981-c1175
4 981-d1175
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194143 \(750\, Hz\) एवं \(20 \,V\) (rms) के एक स्रोत्र को श्रेणी में जुड़े हुए \(100\, \Omega\) के प्रतिरोध, \(0.1803 \,H\) के एक प्रेरित्र एवं \(10\, \mu F\) धारिता के एक संधारित्र से जोड़ा गया है। यह मानते हुए कि कोई ऊष्मा की क्षति आस-पास के वातावरण को नहीं होती है, वह समय अन्तराल, जब प्रतिरोध का तापमान \(10^{\circ} C\) से बढ़ जायेगा, लगभग \(.....s\) होगा: (प्रतिरोध की तापी य धारिता \(2 J /{ }^{\circ} C\) है)

1 \(418\)
2 \(245\)
3 \(348\)
4 \(365\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194144 किसी श्रेणी \(LR\) परिपथ में, \(250\, V , 50\, Hz\) के स्त्रोत से \(400\, W\) शक्ति का क्षय होता है। परिपथ का शक्ति गुणांक \(0.8\) है। शक्ति गुणांक का मान एक \((1)\) प्राप्त करने के लिये, \(L\) तथा \(R\) के श्रेणीक्रम में, \(C\) धारिता का एक संधारित्र जोड़ा जाता है। मान \(\left(\frac{ n }{3 \pi}\right)\, \mu F\) लेने पर, \(n\) का मान है ....।

1 \(200\)
2 \(250\)
3 \(350\)
4 \(400\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194145 एक \(AC\) परिपथ में \(R =100\, \Omega, C =2\, \mu F\) तथा \(L =80 \,mH\), श्रेणीक्रम में लगाया जाता है। परिपथ का गुणता कारक है।

1 \(0.5\)
2 \(2\)
3 \(20\)
4 \(400\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194176 \(R =5\, \Omega, L =20\, mH\) तथा \(C =0.5\, \mu F\) के किसी श्रेणी \(LCR\) परिपथ को परिवर्ती आवत्ति की \(250 \,V\) की \(AC\) आपूर्ति के सिरों से संयोजित किया गया है। अनुनाद की स्थिति में शक्ति क्षय \(..........\,\times 10^{2}\) \(W\) होगा।

1 \(150\)
2 \(125\)
3 \(160\)
4 \(200\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194177 किसी परिपथ जिसमें कोई धारिता तथा प्रत्यावर्ती \(e m f E _{ g }= E _{ g _{0}} \sin \omega t\) का विधुत जनित्र संयोजित है, \(V _{ C }\) और \(I _{ C }\) वोल्टता और धारा है। इस प्रकार के परिपथ का सही फेजर आरेख है?

1 981-a1175
2 981-b1175
3 981-c1175
4 981-d1175
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194143 \(750\, Hz\) एवं \(20 \,V\) (rms) के एक स्रोत्र को श्रेणी में जुड़े हुए \(100\, \Omega\) के प्रतिरोध, \(0.1803 \,H\) के एक प्रेरित्र एवं \(10\, \mu F\) धारिता के एक संधारित्र से जोड़ा गया है। यह मानते हुए कि कोई ऊष्मा की क्षति आस-पास के वातावरण को नहीं होती है, वह समय अन्तराल, जब प्रतिरोध का तापमान \(10^{\circ} C\) से बढ़ जायेगा, लगभग \(.....s\) होगा: (प्रतिरोध की तापी य धारिता \(2 J /{ }^{\circ} C\) है)

1 \(418\)
2 \(245\)
3 \(348\)
4 \(365\)
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194144 किसी श्रेणी \(LR\) परिपथ में, \(250\, V , 50\, Hz\) के स्त्रोत से \(400\, W\) शक्ति का क्षय होता है। परिपथ का शक्ति गुणांक \(0.8\) है। शक्ति गुणांक का मान एक \((1)\) प्राप्त करने के लिये, \(L\) तथा \(R\) के श्रेणीक्रम में, \(C\) धारिता का एक संधारित्र जोड़ा जाता है। मान \(\left(\frac{ n }{3 \pi}\right)\, \mu F\) लेने पर, \(n\) का मान है ....।

1 \(200\)
2 \(250\)
3 \(350\)
4 \(400\)
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194145 एक \(AC\) परिपथ में \(R =100\, \Omega, C =2\, \mu F\) तथा \(L =80 \,mH\), श्रेणीक्रम में लगाया जाता है। परिपथ का गुणता कारक है।

1 \(0.5\)
2 \(2\)
3 \(20\)
4 \(400\)
NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD WhatsApp Here
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194176 \(R =5\, \Omega, L =20\, mH\) तथा \(C =0.5\, \mu F\) के किसी श्रेणी \(LCR\) परिपथ को परिवर्ती आवत्ति की \(250 \,V\) की \(AC\) आपूर्ति के सिरों से संयोजित किया गया है। अनुनाद की स्थिति में शक्ति क्षय \(..........\,\times 10^{2}\) \(W\) होगा।

1 \(150\)
2 \(125\)
3 \(160\)
4 \(200\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194177 किसी परिपथ जिसमें कोई धारिता तथा प्रत्यावर्ती \(e m f E _{ g }= E _{ g _{0}} \sin \omega t\) का विधुत जनित्र संयोजित है, \(V _{ C }\) और \(I _{ C }\) वोल्टता और धारा है। इस प्रकार के परिपथ का सही फेजर आरेख है?

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2 981-b1175
3 981-c1175
4 981-d1175
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194143 \(750\, Hz\) एवं \(20 \,V\) (rms) के एक स्रोत्र को श्रेणी में जुड़े हुए \(100\, \Omega\) के प्रतिरोध, \(0.1803 \,H\) के एक प्रेरित्र एवं \(10\, \mu F\) धारिता के एक संधारित्र से जोड़ा गया है। यह मानते हुए कि कोई ऊष्मा की क्षति आस-पास के वातावरण को नहीं होती है, वह समय अन्तराल, जब प्रतिरोध का तापमान \(10^{\circ} C\) से बढ़ जायेगा, लगभग \(.....s\) होगा: (प्रतिरोध की तापी य धारिता \(2 J /{ }^{\circ} C\) है)

1 \(418\)
2 \(245\)
3 \(348\)
4 \(365\)
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194144 किसी श्रेणी \(LR\) परिपथ में, \(250\, V , 50\, Hz\) के स्त्रोत से \(400\, W\) शक्ति का क्षय होता है। परिपथ का शक्ति गुणांक \(0.8\) है। शक्ति गुणांक का मान एक \((1)\) प्राप्त करने के लिये, \(L\) तथा \(R\) के श्रेणीक्रम में, \(C\) धारिता का एक संधारित्र जोड़ा जाता है। मान \(\left(\frac{ n }{3 \pi}\right)\, \mu F\) लेने पर, \(n\) का मान है ....।

1 \(200\)
2 \(250\)
3 \(350\)
4 \(400\)
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194145 एक \(AC\) परिपथ में \(R =100\, \Omega, C =2\, \mu F\) तथा \(L =80 \,mH\), श्रेणीक्रम में लगाया जाता है। परिपथ का गुणता कारक है।

1 \(0.5\)
2 \(2\)
3 \(20\)
4 \(400\)
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194176 \(R =5\, \Omega, L =20\, mH\) तथा \(C =0.5\, \mu F\) के किसी श्रेणी \(LCR\) परिपथ को परिवर्ती आवत्ति की \(250 \,V\) की \(AC\) आपूर्ति के सिरों से संयोजित किया गया है। अनुनाद की स्थिति में शक्ति क्षय \(..........\,\times 10^{2}\) \(W\) होगा।

1 \(150\)
2 \(125\)
3 \(160\)
4 \(200\)
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194177 किसी परिपथ जिसमें कोई धारिता तथा प्रत्यावर्ती \(e m f E _{ g }= E _{ g _{0}} \sin \omega t\) का विधुत जनित्र संयोजित है, \(V _{ C }\) और \(I _{ C }\) वोल्टता और धारा है। इस प्रकार के परिपथ का सही फेजर आरेख है?

1 981-a1175
2 981-b1175
3 981-c1175
4 981-d1175
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194143 \(750\, Hz\) एवं \(20 \,V\) (rms) के एक स्रोत्र को श्रेणी में जुड़े हुए \(100\, \Omega\) के प्रतिरोध, \(0.1803 \,H\) के एक प्रेरित्र एवं \(10\, \mu F\) धारिता के एक संधारित्र से जोड़ा गया है। यह मानते हुए कि कोई ऊष्मा की क्षति आस-पास के वातावरण को नहीं होती है, वह समय अन्तराल, जब प्रतिरोध का तापमान \(10^{\circ} C\) से बढ़ जायेगा, लगभग \(.....s\) होगा: (प्रतिरोध की तापी य धारिता \(2 J /{ }^{\circ} C\) है)

1 \(418\)
2 \(245\)
3 \(348\)
4 \(365\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194144 किसी श्रेणी \(LR\) परिपथ में, \(250\, V , 50\, Hz\) के स्त्रोत से \(400\, W\) शक्ति का क्षय होता है। परिपथ का शक्ति गुणांक \(0.8\) है। शक्ति गुणांक का मान एक \((1)\) प्राप्त करने के लिये, \(L\) तथा \(R\) के श्रेणीक्रम में, \(C\) धारिता का एक संधारित्र जोड़ा जाता है। मान \(\left(\frac{ n }{3 \pi}\right)\, \mu F\) लेने पर, \(n\) का मान है ....।

1 \(200\)
2 \(250\)
3 \(350\)
4 \(400\)
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194145 एक \(AC\) परिपथ में \(R =100\, \Omega, C =2\, \mu F\) तथा \(L =80 \,mH\), श्रेणीक्रम में लगाया जाता है। परिपथ का गुणता कारक है।

1 \(0.5\)
2 \(2\)
3 \(20\)
4 \(400\)
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194176 \(R =5\, \Omega, L =20\, mH\) तथा \(C =0.5\, \mu F\) के किसी श्रेणी \(LCR\) परिपथ को परिवर्ती आवत्ति की \(250 \,V\) की \(AC\) आपूर्ति के सिरों से संयोजित किया गया है। अनुनाद की स्थिति में शक्ति क्षय \(..........\,\times 10^{2}\) \(W\) होगा।

1 \(150\)
2 \(125\)
3 \(160\)
4 \(200\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194177 किसी परिपथ जिसमें कोई धारिता तथा प्रत्यावर्ती \(e m f E _{ g }= E _{ g _{0}} \sin \omega t\) का विधुत जनित्र संयोजित है, \(V _{ C }\) और \(I _{ C }\) वोल्टता और धारा है। इस प्रकार के परिपथ का सही फेजर आरेख है?

1 981-a1175
2 981-b1175
3 981-c1175
4 981-d1175
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194143 \(750\, Hz\) एवं \(20 \,V\) (rms) के एक स्रोत्र को श्रेणी में जुड़े हुए \(100\, \Omega\) के प्रतिरोध, \(0.1803 \,H\) के एक प्रेरित्र एवं \(10\, \mu F\) धारिता के एक संधारित्र से जोड़ा गया है। यह मानते हुए कि कोई ऊष्मा की क्षति आस-पास के वातावरण को नहीं होती है, वह समय अन्तराल, जब प्रतिरोध का तापमान \(10^{\circ} C\) से बढ़ जायेगा, लगभग \(.....s\) होगा: (प्रतिरोध की तापी य धारिता \(2 J /{ }^{\circ} C\) है)

1 \(418\)
2 \(245\)
3 \(348\)
4 \(365\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194144 किसी श्रेणी \(LR\) परिपथ में, \(250\, V , 50\, Hz\) के स्त्रोत से \(400\, W\) शक्ति का क्षय होता है। परिपथ का शक्ति गुणांक \(0.8\) है। शक्ति गुणांक का मान एक \((1)\) प्राप्त करने के लिये, \(L\) तथा \(R\) के श्रेणीक्रम में, \(C\) धारिता का एक संधारित्र जोड़ा जाता है। मान \(\left(\frac{ n }{3 \pi}\right)\, \mu F\) लेने पर, \(n\) का मान है ....।

1 \(200\)
2 \(250\)
3 \(350\)
4 \(400\)
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194145 एक \(AC\) परिपथ में \(R =100\, \Omega, C =2\, \mu F\) तथा \(L =80 \,mH\), श्रेणीक्रम में लगाया जाता है। परिपथ का गुणता कारक है।

1 \(0.5\)
2 \(2\)
3 \(20\)
4 \(400\)