09. RAY OPTICS AND OPTICAL INSTRUMENTS (HM)
09. RAY OPTICS AND OPTICAL INSTRUMENTS (HM)

193279 ‘लक्स’ निम्न के तुल्य है

1 \(1\) ल्यूमेन/मीटर\(^{2}\)
2 \(1\) ल्यूमेन/सेमी\(^{2}\)
3 \(1\) कैण्डिला/मीटर\(^{2}\)
4 \(1\) कैण्डिला/सेमी\(^{2}\)
09. RAY OPTICS AND OPTICAL INSTRUMENTS (HM)

193423 एक प्रकाश किरणपूंज, लाल, हरे तथा नीले रंगों से बना है।यह किरणपुंज किसी समकोणी प्रिज्म पर आपतित होता है (आरेख देखिये) प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक, लाल, हरे, व नीले रंग के लिये क्रमशः \(1.39, 1.44\) तथा \(1.47\) है, तो यह प्रिज्म:

1 किरणपुंज के लाल रंग भाग को अन्य रंगों हरा एवं नीले से पृथक कर देगा।
2 किरणपुंज के नीले रंग भाग को अन्य रंगों से पृथक कर देगा।
3 किरणपुंज के तीनों रंगों को एक दूसरे से पृथक कर देगा।
4 तीनों रंगों को बिल्कुल भी पृथक नहीं करेगा।
09. RAY OPTICS AND OPTICAL INSTRUMENTS (HM)

193424 प्रिज्म का अपवर्तक कोण \(A\) तथा उसके पदार्थ का अपवर्तनांक \(cot\left( {\frac{A}{2}} \right)\) है। न्यूनतम विचलन कोण है

1 \(180^o-3A\)
2 \(180^o-2A\)
3 \(90^o-A\)
4 \(180^o+2A\)
09. RAY OPTICS AND OPTICAL INSTRUMENTS (HM)

193570 नीचे दो कथन दिए गए है: एक अभिकथन \(A\) है और दूसरा कारण \(R\)अभिकथन \(A\) : किसी सरल सूक्ष्मदर्शी के लिए बिम्ब का कोणीय आकार प्रतिबिम्ब के कोणीय आकार के बराबर होता है।कारण \(R\) : आवर्धन प्राप्त करने का कारण यह है लघु बिम्ब को नेत्र के निकट \(25\, cm\) से भी बहुत कम दूरी पर रखा जा सकता है, जिसके कारण वह बड़ा कोण बनाता है।उपरोक्त कथनों के संदर्भ में नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उचित उत्तर को चुनिए।

1 \(A\) सही है परन्तु \(R\) सही नहीं है
2 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं परन्तु \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या नहीं है।
3 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं तथा \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या है।
4 \(A\) सही नहीं है परन्तु Rसही है।
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192934 एक छोटा काल्पनिक प्रतिबिम्ब निम्न में से किसके द्वारा बनता है

1 समतल दर्पण
2 अवतल दर्पण
3 उत्तल दर्पण
4 परवलयिक अवतल दर्पण
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193279 ‘लक्स’ निम्न के तुल्य है

1 \(1\) ल्यूमेन/मीटर\(^{2}\)
2 \(1\) ल्यूमेन/सेमी\(^{2}\)
3 \(1\) कैण्डिला/मीटर\(^{2}\)
4 \(1\) कैण्डिला/सेमी\(^{2}\)
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193423 एक प्रकाश किरणपूंज, लाल, हरे तथा नीले रंगों से बना है।यह किरणपुंज किसी समकोणी प्रिज्म पर आपतित होता है (आरेख देखिये) प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक, लाल, हरे, व नीले रंग के लिये क्रमशः \(1.39, 1.44\) तथा \(1.47\) है, तो यह प्रिज्म:

1 किरणपुंज के लाल रंग भाग को अन्य रंगों हरा एवं नीले से पृथक कर देगा।
2 किरणपुंज के नीले रंग भाग को अन्य रंगों से पृथक कर देगा।
3 किरणपुंज के तीनों रंगों को एक दूसरे से पृथक कर देगा।
4 तीनों रंगों को बिल्कुल भी पृथक नहीं करेगा।
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193424 प्रिज्म का अपवर्तक कोण \(A\) तथा उसके पदार्थ का अपवर्तनांक \(cot\left( {\frac{A}{2}} \right)\) है। न्यूनतम विचलन कोण है

1 \(180^o-3A\)
2 \(180^o-2A\)
3 \(90^o-A\)
4 \(180^o+2A\)
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193570 नीचे दो कथन दिए गए है: एक अभिकथन \(A\) है और दूसरा कारण \(R\)अभिकथन \(A\) : किसी सरल सूक्ष्मदर्शी के लिए बिम्ब का कोणीय आकार प्रतिबिम्ब के कोणीय आकार के बराबर होता है।कारण \(R\) : आवर्धन प्राप्त करने का कारण यह है लघु बिम्ब को नेत्र के निकट \(25\, cm\) से भी बहुत कम दूरी पर रखा जा सकता है, जिसके कारण वह बड़ा कोण बनाता है।उपरोक्त कथनों के संदर्भ में नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उचित उत्तर को चुनिए।

1 \(A\) सही है परन्तु \(R\) सही नहीं है
2 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं परन्तु \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या नहीं है।
3 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं तथा \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या है।
4 \(A\) सही नहीं है परन्तु Rसही है।
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192934 एक छोटा काल्पनिक प्रतिबिम्ब निम्न में से किसके द्वारा बनता है

1 समतल दर्पण
2 अवतल दर्पण
3 उत्तल दर्पण
4 परवलयिक अवतल दर्पण
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193279 ‘लक्स’ निम्न के तुल्य है

1 \(1\) ल्यूमेन/मीटर\(^{2}\)
2 \(1\) ल्यूमेन/सेमी\(^{2}\)
3 \(1\) कैण्डिला/मीटर\(^{2}\)
4 \(1\) कैण्डिला/सेमी\(^{2}\)
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193423 एक प्रकाश किरणपूंज, लाल, हरे तथा नीले रंगों से बना है।यह किरणपुंज किसी समकोणी प्रिज्म पर आपतित होता है (आरेख देखिये) प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक, लाल, हरे, व नीले रंग के लिये क्रमशः \(1.39, 1.44\) तथा \(1.47\) है, तो यह प्रिज्म:

1 किरणपुंज के लाल रंग भाग को अन्य रंगों हरा एवं नीले से पृथक कर देगा।
2 किरणपुंज के नीले रंग भाग को अन्य रंगों से पृथक कर देगा।
3 किरणपुंज के तीनों रंगों को एक दूसरे से पृथक कर देगा।
4 तीनों रंगों को बिल्कुल भी पृथक नहीं करेगा।
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193424 प्रिज्म का अपवर्तक कोण \(A\) तथा उसके पदार्थ का अपवर्तनांक \(cot\left( {\frac{A}{2}} \right)\) है। न्यूनतम विचलन कोण है

1 \(180^o-3A\)
2 \(180^o-2A\)
3 \(90^o-A\)
4 \(180^o+2A\)
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193570 नीचे दो कथन दिए गए है: एक अभिकथन \(A\) है और दूसरा कारण \(R\)अभिकथन \(A\) : किसी सरल सूक्ष्मदर्शी के लिए बिम्ब का कोणीय आकार प्रतिबिम्ब के कोणीय आकार के बराबर होता है।कारण \(R\) : आवर्धन प्राप्त करने का कारण यह है लघु बिम्ब को नेत्र के निकट \(25\, cm\) से भी बहुत कम दूरी पर रखा जा सकता है, जिसके कारण वह बड़ा कोण बनाता है।उपरोक्त कथनों के संदर्भ में नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उचित उत्तर को चुनिए।

1 \(A\) सही है परन्तु \(R\) सही नहीं है
2 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं परन्तु \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या नहीं है।
3 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं तथा \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या है।
4 \(A\) सही नहीं है परन्तु Rसही है।
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192934 एक छोटा काल्पनिक प्रतिबिम्ब निम्न में से किसके द्वारा बनता है

1 समतल दर्पण
2 अवतल दर्पण
3 उत्तल दर्पण
4 परवलयिक अवतल दर्पण
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193279 ‘लक्स’ निम्न के तुल्य है

1 \(1\) ल्यूमेन/मीटर\(^{2}\)
2 \(1\) ल्यूमेन/सेमी\(^{2}\)
3 \(1\) कैण्डिला/मीटर\(^{2}\)
4 \(1\) कैण्डिला/सेमी\(^{2}\)
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193423 एक प्रकाश किरणपूंज, लाल, हरे तथा नीले रंगों से बना है।यह किरणपुंज किसी समकोणी प्रिज्म पर आपतित होता है (आरेख देखिये) प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक, लाल, हरे, व नीले रंग के लिये क्रमशः \(1.39, 1.44\) तथा \(1.47\) है, तो यह प्रिज्म:

1 किरणपुंज के लाल रंग भाग को अन्य रंगों हरा एवं नीले से पृथक कर देगा।
2 किरणपुंज के नीले रंग भाग को अन्य रंगों से पृथक कर देगा।
3 किरणपुंज के तीनों रंगों को एक दूसरे से पृथक कर देगा।
4 तीनों रंगों को बिल्कुल भी पृथक नहीं करेगा।
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193424 प्रिज्म का अपवर्तक कोण \(A\) तथा उसके पदार्थ का अपवर्तनांक \(cot\left( {\frac{A}{2}} \right)\) है। न्यूनतम विचलन कोण है

1 \(180^o-3A\)
2 \(180^o-2A\)
3 \(90^o-A\)
4 \(180^o+2A\)
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193570 नीचे दो कथन दिए गए है: एक अभिकथन \(A\) है और दूसरा कारण \(R\)अभिकथन \(A\) : किसी सरल सूक्ष्मदर्शी के लिए बिम्ब का कोणीय आकार प्रतिबिम्ब के कोणीय आकार के बराबर होता है।कारण \(R\) : आवर्धन प्राप्त करने का कारण यह है लघु बिम्ब को नेत्र के निकट \(25\, cm\) से भी बहुत कम दूरी पर रखा जा सकता है, जिसके कारण वह बड़ा कोण बनाता है।उपरोक्त कथनों के संदर्भ में नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उचित उत्तर को चुनिए।

1 \(A\) सही है परन्तु \(R\) सही नहीं है
2 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं परन्तु \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या नहीं है।
3 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं तथा \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या है।
4 \(A\) सही नहीं है परन्तु Rसही है।
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192934 एक छोटा काल्पनिक प्रतिबिम्ब निम्न में से किसके द्वारा बनता है

1 समतल दर्पण
2 अवतल दर्पण
3 उत्तल दर्पण
4 परवलयिक अवतल दर्पण
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193279 ‘लक्स’ निम्न के तुल्य है

1 \(1\) ल्यूमेन/मीटर\(^{2}\)
2 \(1\) ल्यूमेन/सेमी\(^{2}\)
3 \(1\) कैण्डिला/मीटर\(^{2}\)
4 \(1\) कैण्डिला/सेमी\(^{2}\)
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193423 एक प्रकाश किरणपूंज, लाल, हरे तथा नीले रंगों से बना है।यह किरणपुंज किसी समकोणी प्रिज्म पर आपतित होता है (आरेख देखिये) प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक, लाल, हरे, व नीले रंग के लिये क्रमशः \(1.39, 1.44\) तथा \(1.47\) है, तो यह प्रिज्म:

1 किरणपुंज के लाल रंग भाग को अन्य रंगों हरा एवं नीले से पृथक कर देगा।
2 किरणपुंज के नीले रंग भाग को अन्य रंगों से पृथक कर देगा।
3 किरणपुंज के तीनों रंगों को एक दूसरे से पृथक कर देगा।
4 तीनों रंगों को बिल्कुल भी पृथक नहीं करेगा।
09. RAY OPTICS AND OPTICAL INSTRUMENTS (HM)

193424 प्रिज्म का अपवर्तक कोण \(A\) तथा उसके पदार्थ का अपवर्तनांक \(cot\left( {\frac{A}{2}} \right)\) है। न्यूनतम विचलन कोण है

1 \(180^o-3A\)
2 \(180^o-2A\)
3 \(90^o-A\)
4 \(180^o+2A\)
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193570 नीचे दो कथन दिए गए है: एक अभिकथन \(A\) है और दूसरा कारण \(R\)अभिकथन \(A\) : किसी सरल सूक्ष्मदर्शी के लिए बिम्ब का कोणीय आकार प्रतिबिम्ब के कोणीय आकार के बराबर होता है।कारण \(R\) : आवर्धन प्राप्त करने का कारण यह है लघु बिम्ब को नेत्र के निकट \(25\, cm\) से भी बहुत कम दूरी पर रखा जा सकता है, जिसके कारण वह बड़ा कोण बनाता है।उपरोक्त कथनों के संदर्भ में नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उचित उत्तर को चुनिए।

1 \(A\) सही है परन्तु \(R\) सही नहीं है
2 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं परन्तु \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या नहीं है।
3 \(A\) और \(R\) दोनों सही हैं तथा \(R\) अभिकथन \(A\) की सही व्याख्या है।
4 \(A\) सही नहीं है परन्तु Rसही है।
09. RAY OPTICS AND OPTICAL INSTRUMENTS (HM)

192934 एक छोटा काल्पनिक प्रतिबिम्ब निम्न में से किसके द्वारा बनता है

1 समतल दर्पण
2 अवतल दर्पण
3 उत्तल दर्पण
4 परवलयिक अवतल दर्पण