192427
हाइगन की तरंगाग्र रचना से क्या नहीं समझाया जा सकता
1 अपवर्तन
2 परावर्तन
3 विवर्तन
4 वर्णक्रम की उत्पत्ति
Explanation:
(d)हाइगेन की तरंगाग्र रचना से वर्णक्रम की उत्पत्ति को नहीं समझाया जा सकता।
10. WAVE OPTICS (HM)
192428
एक व्यतिकरण कक्ष में जिसमें वायु भरी है, व्यतिकरण होता है। इसके बाद कक्ष में निर्वात उत्पन किया जाता है और वही प्रकाश प्रयोग में लाया जाता है, तो एक प्रेक्षक देखेगा
1 कोई व्यतिकरण नहीं
2 चमकीली पट्टियों के साथ व्यतिकरण
3 काली पट्टियों के साथ व्यतिकरण
4 ऐसा व्यतिकरण जिसमें फ्रिंज चौड़ाई थोड़ी बढ़ी हुई होगी
Explanation:
(d)वायु का अपवर्तनांक \(1\) से थोड़ा ज्यादा होता है। जब कक्ष में निर्वात् उत्पन किया जाता है, तो अपवर्तनांक घट जाता है। अत: परिणाम स्वरूप तरंगदैध्र्य बढ़ जाती है और फ्रिंज चौड़ाई भी बढ़ जाती है।
10. WAVE OPTICS (HM)
192429
दो तरंगों की तीव्रताओं का अनुपात \(4 : 1\) है, तो इनके आयामों का अनुपात होगा
192427
हाइगन की तरंगाग्र रचना से क्या नहीं समझाया जा सकता
1 अपवर्तन
2 परावर्तन
3 विवर्तन
4 वर्णक्रम की उत्पत्ति
Explanation:
(d)हाइगेन की तरंगाग्र रचना से वर्णक्रम की उत्पत्ति को नहीं समझाया जा सकता।
10. WAVE OPTICS (HM)
192428
एक व्यतिकरण कक्ष में जिसमें वायु भरी है, व्यतिकरण होता है। इसके बाद कक्ष में निर्वात उत्पन किया जाता है और वही प्रकाश प्रयोग में लाया जाता है, तो एक प्रेक्षक देखेगा
1 कोई व्यतिकरण नहीं
2 चमकीली पट्टियों के साथ व्यतिकरण
3 काली पट्टियों के साथ व्यतिकरण
4 ऐसा व्यतिकरण जिसमें फ्रिंज चौड़ाई थोड़ी बढ़ी हुई होगी
Explanation:
(d)वायु का अपवर्तनांक \(1\) से थोड़ा ज्यादा होता है। जब कक्ष में निर्वात् उत्पन किया जाता है, तो अपवर्तनांक घट जाता है। अत: परिणाम स्वरूप तरंगदैध्र्य बढ़ जाती है और फ्रिंज चौड़ाई भी बढ़ जाती है।
10. WAVE OPTICS (HM)
192429
दो तरंगों की तीव्रताओं का अनुपात \(4 : 1\) है, तो इनके आयामों का अनुपात होगा
192427
हाइगन की तरंगाग्र रचना से क्या नहीं समझाया जा सकता
1 अपवर्तन
2 परावर्तन
3 विवर्तन
4 वर्णक्रम की उत्पत्ति
Explanation:
(d)हाइगेन की तरंगाग्र रचना से वर्णक्रम की उत्पत्ति को नहीं समझाया जा सकता।
10. WAVE OPTICS (HM)
192428
एक व्यतिकरण कक्ष में जिसमें वायु भरी है, व्यतिकरण होता है। इसके बाद कक्ष में निर्वात उत्पन किया जाता है और वही प्रकाश प्रयोग में लाया जाता है, तो एक प्रेक्षक देखेगा
1 कोई व्यतिकरण नहीं
2 चमकीली पट्टियों के साथ व्यतिकरण
3 काली पट्टियों के साथ व्यतिकरण
4 ऐसा व्यतिकरण जिसमें फ्रिंज चौड़ाई थोड़ी बढ़ी हुई होगी
Explanation:
(d)वायु का अपवर्तनांक \(1\) से थोड़ा ज्यादा होता है। जब कक्ष में निर्वात् उत्पन किया जाता है, तो अपवर्तनांक घट जाता है। अत: परिणाम स्वरूप तरंगदैध्र्य बढ़ जाती है और फ्रिंज चौड़ाई भी बढ़ जाती है।
10. WAVE OPTICS (HM)
192429
दो तरंगों की तीव्रताओं का अनुपात \(4 : 1\) है, तो इनके आयामों का अनुपात होगा
192427
हाइगन की तरंगाग्र रचना से क्या नहीं समझाया जा सकता
1 अपवर्तन
2 परावर्तन
3 विवर्तन
4 वर्णक्रम की उत्पत्ति
Explanation:
(d)हाइगेन की तरंगाग्र रचना से वर्णक्रम की उत्पत्ति को नहीं समझाया जा सकता।
10. WAVE OPTICS (HM)
192428
एक व्यतिकरण कक्ष में जिसमें वायु भरी है, व्यतिकरण होता है। इसके बाद कक्ष में निर्वात उत्पन किया जाता है और वही प्रकाश प्रयोग में लाया जाता है, तो एक प्रेक्षक देखेगा
1 कोई व्यतिकरण नहीं
2 चमकीली पट्टियों के साथ व्यतिकरण
3 काली पट्टियों के साथ व्यतिकरण
4 ऐसा व्यतिकरण जिसमें फ्रिंज चौड़ाई थोड़ी बढ़ी हुई होगी
Explanation:
(d)वायु का अपवर्तनांक \(1\) से थोड़ा ज्यादा होता है। जब कक्ष में निर्वात् उत्पन किया जाता है, तो अपवर्तनांक घट जाता है। अत: परिणाम स्वरूप तरंगदैध्र्य बढ़ जाती है और फ्रिंज चौड़ाई भी बढ़ जाती है।
10. WAVE OPTICS (HM)
192429
दो तरंगों की तीव्रताओं का अनुपात \(4 : 1\) है, तो इनके आयामों का अनुपात होगा