192224 जब किसी प्रकाशवैद्युत धातु पर \(v\) एवं \(\frac{v}{2}\) आवृत्तियों वाले दो एकलवर्णी प्रकाश आपतित होते है, तो उनके निरोधी विभव \((stopping\,potential)\) क्रमश: \(\frac{ V _{ s }}{2}\) एवं \(V _{ s }\) हो जाते हैं। इस धातु के लिए देहली आवृत्ति होगी :
192226 दो भिन्न आवृतियों के प्रकाश जिनके फोटोन की ऊर्जा क्रमशः \(3.8\,eV\) तथा \(1.4\,eV\) है, इनको एक धात्विक सतह जिसका कार्य फलन \(0.6\,eV\) है, पर क्रमागत रूप से गिराया जाता है। दोनों आवृत्तियों के लिये उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम चाल का अनुपात होगा -
192224 जब किसी प्रकाशवैद्युत धातु पर \(v\) एवं \(\frac{v}{2}\) आवृत्तियों वाले दो एकलवर्णी प्रकाश आपतित होते है, तो उनके निरोधी विभव \((stopping\,potential)\) क्रमश: \(\frac{ V _{ s }}{2}\) एवं \(V _{ s }\) हो जाते हैं। इस धातु के लिए देहली आवृत्ति होगी :
192226 दो भिन्न आवृतियों के प्रकाश जिनके फोटोन की ऊर्जा क्रमशः \(3.8\,eV\) तथा \(1.4\,eV\) है, इनको एक धात्विक सतह जिसका कार्य फलन \(0.6\,eV\) है, पर क्रमागत रूप से गिराया जाता है। दोनों आवृत्तियों के लिये उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम चाल का अनुपात होगा -
192224 जब किसी प्रकाशवैद्युत धातु पर \(v\) एवं \(\frac{v}{2}\) आवृत्तियों वाले दो एकलवर्णी प्रकाश आपतित होते है, तो उनके निरोधी विभव \((stopping\,potential)\) क्रमश: \(\frac{ V _{ s }}{2}\) एवं \(V _{ s }\) हो जाते हैं। इस धातु के लिए देहली आवृत्ति होगी :
192226 दो भिन्न आवृतियों के प्रकाश जिनके फोटोन की ऊर्जा क्रमशः \(3.8\,eV\) तथा \(1.4\,eV\) है, इनको एक धात्विक सतह जिसका कार्य फलन \(0.6\,eV\) है, पर क्रमागत रूप से गिराया जाता है। दोनों आवृत्तियों के लिये उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम चाल का अनुपात होगा -
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192226 दो भिन्न आवृतियों के प्रकाश जिनके फोटोन की ऊर्जा क्रमशः \(3.8\,eV\) तथा \(1.4\,eV\) है, इनको एक धात्विक सतह जिसका कार्य फलन \(0.6\,eV\) है, पर क्रमागत रूप से गिराया जाता है। दोनों आवृत्तियों के लिये उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम चाल का अनुपात होगा -
192224 जब किसी प्रकाशवैद्युत धातु पर \(v\) एवं \(\frac{v}{2}\) आवृत्तियों वाले दो एकलवर्णी प्रकाश आपतित होते है, तो उनके निरोधी विभव \((stopping\,potential)\) क्रमश: \(\frac{ V _{ s }}{2}\) एवं \(V _{ s }\) हो जाते हैं। इस धातु के लिए देहली आवृत्ति होगी :
192226 दो भिन्न आवृतियों के प्रकाश जिनके फोटोन की ऊर्जा क्रमशः \(3.8\,eV\) तथा \(1.4\,eV\) है, इनको एक धात्विक सतह जिसका कार्य फलन \(0.6\,eV\) है, पर क्रमागत रूप से गिराया जाता है। दोनों आवृत्तियों के लिये उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम चाल का अनुपात होगा -