191400 2πr परिधि वाले बोर के प्रथम कक्ष में घूमते हुए इलेक्ट्रॉन के लिए डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य का मान होता है
mvr=nh2π बोहर सिद्धांत के अनुसार,⇒2πr=n(hmv)=nλ, n=1, λ=2πr
191401 एक एक्स-किरण नलिका की कार्यकारी वोल्टता 50 किलो वोल्ट है। इससे उत्पन्न न्यूनतम तरंगदैध्र्य .......ÅÅ होगा
ÅÅλmin=1237550×103Å=0.247=0.25Å
191402 किस तरंगदैध्र्य के विकिरण एक्स-किरण क्षेत्र में होंगे......Ao
X− किरणें Å0.1Å से Å100Å तरंगदैध्र्य परास की विद्युत चुम्बकीय तरंगें हैं।
191403 सर्वाधिक भेदन क्षमता का तरंगदैध्र्य.....Ao है
अल्प तरंगदैध्र्य के लिये भेदन क्षमता अधिक होती है