190173 इस प्रश्न में प्रक्कथन \(-1\) एवं प्रक्कथन \(-2\) दिये गये हैं। कथनों के बाद दिये गये चार विकल्पों में से उस विकल्प को चुनिये जो कि कथनों का सही वर्णन करता है।प्रक्कथन \(-1 :\) लम्बी दूरी के रेडियो संचरण के लिये व्योम तरंग सिग्नल का प्रयोग किया जाता है। साधारणतया, यह सिग्नल भू-तरंग सिग्नल की अपेक्षा कम स्थायी होते हैं।प्रक्कथन \(-2 :\) आयन मंडल की अवस्था घंटा-प्रतिघंय, दिन-प्रतिदिन और ऋतु-प्रतिऋतु बदलती रहती है।
190174 एक रेडार का सामर्थ्य \(1\, kW\) है तथा यह \(10\, GHz\) आवृत्ति पर संचारित हो रहा है। यह \(500\, m\) ऊँचे पहाड़ी शिखर पर लगा हुआ है। वह अधिकतम दूरी जिस तक यह पृथ्वी पर रखी वस्तुओं को संसूचित कर सकता है-(पृथ्वी की त्रिज्या \(\left.=6.4 \times 10^{6}\, m \right)\) (\(km\) में)
190175 एक डायोड संसूचक का उपयोग आयाम माडुलेटेड तरंग का पता लगाने में किया जाता है, जो \(250\) पिकोफैरड धारिता वाले संधारित्र, जोकि \(100\) किलोओम प्रतिरोध के साथ समानांतर क्रम में जुड़ा है, द्वारा \(60 \%\) माडुलेट हुई है। माडुलेटर द्वारा प्राप्त अधिकतम माडुलेटेड आवृति का मान होगा।
190173 इस प्रश्न में प्रक्कथन \(-1\) एवं प्रक्कथन \(-2\) दिये गये हैं। कथनों के बाद दिये गये चार विकल्पों में से उस विकल्प को चुनिये जो कि कथनों का सही वर्णन करता है।प्रक्कथन \(-1 :\) लम्बी दूरी के रेडियो संचरण के लिये व्योम तरंग सिग्नल का प्रयोग किया जाता है। साधारणतया, यह सिग्नल भू-तरंग सिग्नल की अपेक्षा कम स्थायी होते हैं।प्रक्कथन \(-2 :\) आयन मंडल की अवस्था घंटा-प्रतिघंय, दिन-प्रतिदिन और ऋतु-प्रतिऋतु बदलती रहती है।
190174 एक रेडार का सामर्थ्य \(1\, kW\) है तथा यह \(10\, GHz\) आवृत्ति पर संचारित हो रहा है। यह \(500\, m\) ऊँचे पहाड़ी शिखर पर लगा हुआ है। वह अधिकतम दूरी जिस तक यह पृथ्वी पर रखी वस्तुओं को संसूचित कर सकता है-(पृथ्वी की त्रिज्या \(\left.=6.4 \times 10^{6}\, m \right)\) (\(km\) में)
190175 एक डायोड संसूचक का उपयोग आयाम माडुलेटेड तरंग का पता लगाने में किया जाता है, जो \(250\) पिकोफैरड धारिता वाले संधारित्र, जोकि \(100\) किलोओम प्रतिरोध के साथ समानांतर क्रम में जुड़ा है, द्वारा \(60 \%\) माडुलेट हुई है। माडुलेटर द्वारा प्राप्त अधिकतम माडुलेटेड आवृति का मान होगा।
190173 इस प्रश्न में प्रक्कथन \(-1\) एवं प्रक्कथन \(-2\) दिये गये हैं। कथनों के बाद दिये गये चार विकल्पों में से उस विकल्प को चुनिये जो कि कथनों का सही वर्णन करता है।प्रक्कथन \(-1 :\) लम्बी दूरी के रेडियो संचरण के लिये व्योम तरंग सिग्नल का प्रयोग किया जाता है। साधारणतया, यह सिग्नल भू-तरंग सिग्नल की अपेक्षा कम स्थायी होते हैं।प्रक्कथन \(-2 :\) आयन मंडल की अवस्था घंटा-प्रतिघंय, दिन-प्रतिदिन और ऋतु-प्रतिऋतु बदलती रहती है।
190174 एक रेडार का सामर्थ्य \(1\, kW\) है तथा यह \(10\, GHz\) आवृत्ति पर संचारित हो रहा है। यह \(500\, m\) ऊँचे पहाड़ी शिखर पर लगा हुआ है। वह अधिकतम दूरी जिस तक यह पृथ्वी पर रखी वस्तुओं को संसूचित कर सकता है-(पृथ्वी की त्रिज्या \(\left.=6.4 \times 10^{6}\, m \right)\) (\(km\) में)
190175 एक डायोड संसूचक का उपयोग आयाम माडुलेटेड तरंग का पता लगाने में किया जाता है, जो \(250\) पिकोफैरड धारिता वाले संधारित्र, जोकि \(100\) किलोओम प्रतिरोध के साथ समानांतर क्रम में जुड़ा है, द्वारा \(60 \%\) माडुलेट हुई है। माडुलेटर द्वारा प्राप्त अधिकतम माडुलेटेड आवृति का मान होगा।
190173 इस प्रश्न में प्रक्कथन \(-1\) एवं प्रक्कथन \(-2\) दिये गये हैं। कथनों के बाद दिये गये चार विकल्पों में से उस विकल्प को चुनिये जो कि कथनों का सही वर्णन करता है।प्रक्कथन \(-1 :\) लम्बी दूरी के रेडियो संचरण के लिये व्योम तरंग सिग्नल का प्रयोग किया जाता है। साधारणतया, यह सिग्नल भू-तरंग सिग्नल की अपेक्षा कम स्थायी होते हैं।प्रक्कथन \(-2 :\) आयन मंडल की अवस्था घंटा-प्रतिघंय, दिन-प्रतिदिन और ऋतु-प्रतिऋतु बदलती रहती है।
190174 एक रेडार का सामर्थ्य \(1\, kW\) है तथा यह \(10\, GHz\) आवृत्ति पर संचारित हो रहा है। यह \(500\, m\) ऊँचे पहाड़ी शिखर पर लगा हुआ है। वह अधिकतम दूरी जिस तक यह पृथ्वी पर रखी वस्तुओं को संसूचित कर सकता है-(पृथ्वी की त्रिज्या \(\left.=6.4 \times 10^{6}\, m \right)\) (\(km\) में)
190175 एक डायोड संसूचक का उपयोग आयाम माडुलेटेड तरंग का पता लगाने में किया जाता है, जो \(250\) पिकोफैरड धारिता वाले संधारित्र, जोकि \(100\) किलोओम प्रतिरोध के साथ समानांतर क्रम में जुड़ा है, द्वारा \(60 \%\) माडुलेट हुई है। माडुलेटर द्वारा प्राप्त अधिकतम माडुलेटेड आवृति का मान होगा।