NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD
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15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190154
आयाम मॉडुलेशन \((AM)\) में, शत-प्रतिशत मॉडुलेशन प्राप्त होगा, यदि
1 वाहक आयाम $= $ संकेत आयाम
2 वाहक आयाम \(\neq\)संकेत आयाम
3 वाहक आवृत्ति $=$ संकेत आवृत्ति
4 वाहक आवृत्ति \(\neq\)संकेत आवृत्ति
Explanation:
(a) जब संकेत का आयाम वाहक के आयाम के तुल्य होता है, तब वाहक तरंग का आयाम \(2A\) व शून्य के बीच परिवर्तित होता है। \({m_a} =\) वाहक तरंग के आयाम में परिवर्तन /सामान्य वाहक का आयाम \( = \frac{{2A - A}}{A} \times 100 = 100\% \)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190155
प्रकाशीय तन्तु संचार के सम्बन्ध में, सत्य कथन नहीं है
1 प्रकाश तन्तु की क्रोड समांगी एवं इसके चारों ओर उपयुक्त अधिपट्टन \((Cladding)\) होता है
2 प्रकाशीय तन्तु का अपवर्तनांक घटते क्रम \((Graded)\) में हो सकता है
3 प्रकाशीय तन्तु में बाहरी विद्युत चुम्बकीय व्यवधान होता है
4 प्रकाशीय तन्तु मे संचरण हृास लगभग नगण्य है
Explanation:
प्रकाशीय तन्तुओं में बाह्य चुम्बकीय तरंगों से कोई व्यवधान \((Interference)\) नहीं होता है।
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190156
\(h\) ऊँचाई के \(TV\) टावर से अधिकतम दूरी जहाँ तक प्रसारण होता है, समानुपाती होती है
1 \({h^{1/2}}\)
2 \(\frac{1}{2}h\)
3 \(h\)
4 \({h^2}\)
Explanation:
(a) \(T.V.\) सिग्नलों के द्वारा तय दूरी = \(\sqrt {2hR} \) ==> अधिकतम दूरी \(h^{1/2}\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190157
किसी बिन्दु (स्थान) पर एक एंटिना के द्वारा उत्सर्जित सिग्नल दूसरे बिन्दु पर किस रूप में ग्रहण की जा सकती है
1 आकाश तरंग
2 भू-तरंग
3 समुद्र्री तरंग
4 \((a)\) तथा \((b) \) दोनों
Explanation:
(d)भू तरंगें एवं व्योम तरंगें दोनों ही आयाम मॉडुलित तरंगें हैं। आयाम मॉडुलित सिग्नल प्रेषक एन्टीना द्वारा प्रेषित किये जाते है एवं दूर किसी ग्राही एन्टीना द्वारा ग्रहण कर लिये जाते है।
190154
आयाम मॉडुलेशन \((AM)\) में, शत-प्रतिशत मॉडुलेशन प्राप्त होगा, यदि
1 वाहक आयाम $= $ संकेत आयाम
2 वाहक आयाम \(\neq\)संकेत आयाम
3 वाहक आवृत्ति $=$ संकेत आवृत्ति
4 वाहक आवृत्ति \(\neq\)संकेत आवृत्ति
Explanation:
(a) जब संकेत का आयाम वाहक के आयाम के तुल्य होता है, तब वाहक तरंग का आयाम \(2A\) व शून्य के बीच परिवर्तित होता है। \({m_a} =\) वाहक तरंग के आयाम में परिवर्तन /सामान्य वाहक का आयाम \( = \frac{{2A - A}}{A} \times 100 = 100\% \)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190155
प्रकाशीय तन्तु संचार के सम्बन्ध में, सत्य कथन नहीं है
1 प्रकाश तन्तु की क्रोड समांगी एवं इसके चारों ओर उपयुक्त अधिपट्टन \((Cladding)\) होता है
2 प्रकाशीय तन्तु का अपवर्तनांक घटते क्रम \((Graded)\) में हो सकता है
3 प्रकाशीय तन्तु में बाहरी विद्युत चुम्बकीय व्यवधान होता है
4 प्रकाशीय तन्तु मे संचरण हृास लगभग नगण्य है
Explanation:
प्रकाशीय तन्तुओं में बाह्य चुम्बकीय तरंगों से कोई व्यवधान \((Interference)\) नहीं होता है।
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190156
\(h\) ऊँचाई के \(TV\) टावर से अधिकतम दूरी जहाँ तक प्रसारण होता है, समानुपाती होती है
1 \({h^{1/2}}\)
2 \(\frac{1}{2}h\)
3 \(h\)
4 \({h^2}\)
Explanation:
(a) \(T.V.\) सिग्नलों के द्वारा तय दूरी = \(\sqrt {2hR} \) ==> अधिकतम दूरी \(h^{1/2}\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190157
किसी बिन्दु (स्थान) पर एक एंटिना के द्वारा उत्सर्जित सिग्नल दूसरे बिन्दु पर किस रूप में ग्रहण की जा सकती है
1 आकाश तरंग
2 भू-तरंग
3 समुद्र्री तरंग
4 \((a)\) तथा \((b) \) दोनों
Explanation:
(d)भू तरंगें एवं व्योम तरंगें दोनों ही आयाम मॉडुलित तरंगें हैं। आयाम मॉडुलित सिग्नल प्रेषक एन्टीना द्वारा प्रेषित किये जाते है एवं दूर किसी ग्राही एन्टीना द्वारा ग्रहण कर लिये जाते है।
190154
आयाम मॉडुलेशन \((AM)\) में, शत-प्रतिशत मॉडुलेशन प्राप्त होगा, यदि
1 वाहक आयाम $= $ संकेत आयाम
2 वाहक आयाम \(\neq\)संकेत आयाम
3 वाहक आवृत्ति $=$ संकेत आवृत्ति
4 वाहक आवृत्ति \(\neq\)संकेत आवृत्ति
Explanation:
(a) जब संकेत का आयाम वाहक के आयाम के तुल्य होता है, तब वाहक तरंग का आयाम \(2A\) व शून्य के बीच परिवर्तित होता है। \({m_a} =\) वाहक तरंग के आयाम में परिवर्तन /सामान्य वाहक का आयाम \( = \frac{{2A - A}}{A} \times 100 = 100\% \)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190155
प्रकाशीय तन्तु संचार के सम्बन्ध में, सत्य कथन नहीं है
1 प्रकाश तन्तु की क्रोड समांगी एवं इसके चारों ओर उपयुक्त अधिपट्टन \((Cladding)\) होता है
2 प्रकाशीय तन्तु का अपवर्तनांक घटते क्रम \((Graded)\) में हो सकता है
3 प्रकाशीय तन्तु में बाहरी विद्युत चुम्बकीय व्यवधान होता है
4 प्रकाशीय तन्तु मे संचरण हृास लगभग नगण्य है
Explanation:
प्रकाशीय तन्तुओं में बाह्य चुम्बकीय तरंगों से कोई व्यवधान \((Interference)\) नहीं होता है।
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190156
\(h\) ऊँचाई के \(TV\) टावर से अधिकतम दूरी जहाँ तक प्रसारण होता है, समानुपाती होती है
1 \({h^{1/2}}\)
2 \(\frac{1}{2}h\)
3 \(h\)
4 \({h^2}\)
Explanation:
(a) \(T.V.\) सिग्नलों के द्वारा तय दूरी = \(\sqrt {2hR} \) ==> अधिकतम दूरी \(h^{1/2}\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190157
किसी बिन्दु (स्थान) पर एक एंटिना के द्वारा उत्सर्जित सिग्नल दूसरे बिन्दु पर किस रूप में ग्रहण की जा सकती है
1 आकाश तरंग
2 भू-तरंग
3 समुद्र्री तरंग
4 \((a)\) तथा \((b) \) दोनों
Explanation:
(d)भू तरंगें एवं व्योम तरंगें दोनों ही आयाम मॉडुलित तरंगें हैं। आयाम मॉडुलित सिग्नल प्रेषक एन्टीना द्वारा प्रेषित किये जाते है एवं दूर किसी ग्राही एन्टीना द्वारा ग्रहण कर लिये जाते है।
190154
आयाम मॉडुलेशन \((AM)\) में, शत-प्रतिशत मॉडुलेशन प्राप्त होगा, यदि
1 वाहक आयाम $= $ संकेत आयाम
2 वाहक आयाम \(\neq\)संकेत आयाम
3 वाहक आवृत्ति $=$ संकेत आवृत्ति
4 वाहक आवृत्ति \(\neq\)संकेत आवृत्ति
Explanation:
(a) जब संकेत का आयाम वाहक के आयाम के तुल्य होता है, तब वाहक तरंग का आयाम \(2A\) व शून्य के बीच परिवर्तित होता है। \({m_a} =\) वाहक तरंग के आयाम में परिवर्तन /सामान्य वाहक का आयाम \( = \frac{{2A - A}}{A} \times 100 = 100\% \)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190155
प्रकाशीय तन्तु संचार के सम्बन्ध में, सत्य कथन नहीं है
1 प्रकाश तन्तु की क्रोड समांगी एवं इसके चारों ओर उपयुक्त अधिपट्टन \((Cladding)\) होता है
2 प्रकाशीय तन्तु का अपवर्तनांक घटते क्रम \((Graded)\) में हो सकता है
3 प्रकाशीय तन्तु में बाहरी विद्युत चुम्बकीय व्यवधान होता है
4 प्रकाशीय तन्तु मे संचरण हृास लगभग नगण्य है
Explanation:
प्रकाशीय तन्तुओं में बाह्य चुम्बकीय तरंगों से कोई व्यवधान \((Interference)\) नहीं होता है।
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190156
\(h\) ऊँचाई के \(TV\) टावर से अधिकतम दूरी जहाँ तक प्रसारण होता है, समानुपाती होती है
1 \({h^{1/2}}\)
2 \(\frac{1}{2}h\)
3 \(h\)
4 \({h^2}\)
Explanation:
(a) \(T.V.\) सिग्नलों के द्वारा तय दूरी = \(\sqrt {2hR} \) ==> अधिकतम दूरी \(h^{1/2}\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
190157
किसी बिन्दु (स्थान) पर एक एंटिना के द्वारा उत्सर्जित सिग्नल दूसरे बिन्दु पर किस रूप में ग्रहण की जा सकती है
1 आकाश तरंग
2 भू-तरंग
3 समुद्र्री तरंग
4 \((a)\) तथा \((b) \) दोनों
Explanation:
(d)भू तरंगें एवं व्योम तरंगें दोनों ही आयाम मॉडुलित तरंगें हैं। आयाम मॉडुलित सिग्नल प्रेषक एन्टीना द्वारा प्रेषित किये जाते है एवं दूर किसी ग्राही एन्टीना द्वारा ग्रहण कर लिये जाते है।