15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190141 \(55 \,\,MHz\) आवृत्ति की व्योम तरंग वायुमण्डल के \(D\) -क्षेत्र में \(45°\) के कोण पर आपतित होती है। अपवर्तन कोण का मान होगा.......\(^o\) (\(D\)-क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन घनत्व \(400\, electron/cm^{3}\))

1 \(60\)
2 \(45\)
3 \(30\)
4 \(15\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190142 एक डायोड \(AM\) संसूचक में, निर्गत परिपथ में \(R = 1k \Omega\) एवं \(C = 10\,\, pF\) एक वाहक सिग्नल \(100\, kHz\) को संसूचित करना है। क्या यह ठीक है

1 हाँ
2 नहीं
3 जानकारी अपर्याप्त है
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190143 एक प्रकाशीय संचार तंत्र पर विचार करें जो कि तरंगदैध्र्य \(800\, nm\) पर कार्य करता है। मान लीजिए प्रकाशीय स्त्रोत की आवृत्ति का \(1%\) केवल प्रकाशीय संचार की चैनल बैण्ड चौड़ाई  के लिए उपलब्ध है। श्रृव्य संकेत संचरण के लिए आवश्यक बैण्ड चौड़ाई \(8\, kHz\) है। इस संकेत को संचरित करने के लिए कितने चैनलों को जोड़ा जा सकता है

1 \(4.8×10^{8}\)
2 \(48\)
3 \(6.2 ×10^{8}\)
4 \(4.8 × 10^{5}\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190144 एक अर्द्धचालक पदार्थ से बना प्रकाश संसूचक के लिए \(E_g = 0.73\, eV\) है। वह अधिकतम तरंगदैध्र्य जिसे यह संसूचित कर सकता .........\(nm\) है,

1 \(500\)
2 \(173\)
3 \(1000\)
4 \(1703\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190141 \(55 \,\,MHz\) आवृत्ति की व्योम तरंग वायुमण्डल के \(D\) -क्षेत्र में \(45°\) के कोण पर आपतित होती है। अपवर्तन कोण का मान होगा.......\(^o\) (\(D\)-क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन घनत्व \(400\, electron/cm^{3}\))

1 \(60\)
2 \(45\)
3 \(30\)
4 \(15\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190142 एक डायोड \(AM\) संसूचक में, निर्गत परिपथ में \(R = 1k \Omega\) एवं \(C = 10\,\, pF\) एक वाहक सिग्नल \(100\, kHz\) को संसूचित करना है। क्या यह ठीक है

1 हाँ
2 नहीं
3 जानकारी अपर्याप्त है
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190143 एक प्रकाशीय संचार तंत्र पर विचार करें जो कि तरंगदैध्र्य \(800\, nm\) पर कार्य करता है। मान लीजिए प्रकाशीय स्त्रोत की आवृत्ति का \(1%\) केवल प्रकाशीय संचार की चैनल बैण्ड चौड़ाई  के लिए उपलब्ध है। श्रृव्य संकेत संचरण के लिए आवश्यक बैण्ड चौड़ाई \(8\, kHz\) है। इस संकेत को संचरित करने के लिए कितने चैनलों को जोड़ा जा सकता है

1 \(4.8×10^{8}\)
2 \(48\)
3 \(6.2 ×10^{8}\)
4 \(4.8 × 10^{5}\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190144 एक अर्द्धचालक पदार्थ से बना प्रकाश संसूचक के लिए \(E_g = 0.73\, eV\) है। वह अधिकतम तरंगदैध्र्य जिसे यह संसूचित कर सकता .........\(nm\) है,

1 \(500\)
2 \(173\)
3 \(1000\)
4 \(1703\)
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190141 \(55 \,\,MHz\) आवृत्ति की व्योम तरंग वायुमण्डल के \(D\) -क्षेत्र में \(45°\) के कोण पर आपतित होती है। अपवर्तन कोण का मान होगा.......\(^o\) (\(D\)-क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन घनत्व \(400\, electron/cm^{3}\))

1 \(60\)
2 \(45\)
3 \(30\)
4 \(15\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190142 एक डायोड \(AM\) संसूचक में, निर्गत परिपथ में \(R = 1k \Omega\) एवं \(C = 10\,\, pF\) एक वाहक सिग्नल \(100\, kHz\) को संसूचित करना है। क्या यह ठीक है

1 हाँ
2 नहीं
3 जानकारी अपर्याप्त है
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
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190143 एक प्रकाशीय संचार तंत्र पर विचार करें जो कि तरंगदैध्र्य \(800\, nm\) पर कार्य करता है। मान लीजिए प्रकाशीय स्त्रोत की आवृत्ति का \(1%\) केवल प्रकाशीय संचार की चैनल बैण्ड चौड़ाई  के लिए उपलब्ध है। श्रृव्य संकेत संचरण के लिए आवश्यक बैण्ड चौड़ाई \(8\, kHz\) है। इस संकेत को संचरित करने के लिए कितने चैनलों को जोड़ा जा सकता है

1 \(4.8×10^{8}\)
2 \(48\)
3 \(6.2 ×10^{8}\)
4 \(4.8 × 10^{5}\)
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190144 एक अर्द्धचालक पदार्थ से बना प्रकाश संसूचक के लिए \(E_g = 0.73\, eV\) है। वह अधिकतम तरंगदैध्र्य जिसे यह संसूचित कर सकता .........\(nm\) है,

1 \(500\)
2 \(173\)
3 \(1000\)
4 \(1703\)
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190141 \(55 \,\,MHz\) आवृत्ति की व्योम तरंग वायुमण्डल के \(D\) -क्षेत्र में \(45°\) के कोण पर आपतित होती है। अपवर्तन कोण का मान होगा.......\(^o\) (\(D\)-क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन घनत्व \(400\, electron/cm^{3}\))

1 \(60\)
2 \(45\)
3 \(30\)
4 \(15\)
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190142 एक डायोड \(AM\) संसूचक में, निर्गत परिपथ में \(R = 1k \Omega\) एवं \(C = 10\,\, pF\) एक वाहक सिग्नल \(100\, kHz\) को संसूचित करना है। क्या यह ठीक है

1 हाँ
2 नहीं
3 जानकारी अपर्याप्त है
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
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190143 एक प्रकाशीय संचार तंत्र पर विचार करें जो कि तरंगदैध्र्य \(800\, nm\) पर कार्य करता है। मान लीजिए प्रकाशीय स्त्रोत की आवृत्ति का \(1%\) केवल प्रकाशीय संचार की चैनल बैण्ड चौड़ाई  के लिए उपलब्ध है। श्रृव्य संकेत संचरण के लिए आवश्यक बैण्ड चौड़ाई \(8\, kHz\) है। इस संकेत को संचरित करने के लिए कितने चैनलों को जोड़ा जा सकता है

1 \(4.8×10^{8}\)
2 \(48\)
3 \(6.2 ×10^{8}\)
4 \(4.8 × 10^{5}\)
15. COMMUNICATION SYSTEMS (HM)

190144 एक अर्द्धचालक पदार्थ से बना प्रकाश संसूचक के लिए \(E_g = 0.73\, eV\) है। वह अधिकतम तरंगदैध्र्य जिसे यह संसूचित कर सकता .........\(nm\) है,

1 \(500\)
2 \(173\)
3 \(1000\)
4 \(1703\)