(d) वृद्धि वर्षों के दौरान या जन्म से थायरॉक्सिन का अल्प स्रावण होता है, तब इसे बचपन में हाइपोथायरॉडिज्म या क्रिटिनिज्म कहते हैं। बौनापन तथा मन्द बुद्धि इस रोग के दो महत्वपूर्ण लक्षण हैं।
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227002
“एक्सोप्थेल्मिक ग्वाइटर” का कारण है
1 थायरॉइड की कम क्रियाशीलता
2 थायरॉइड की अधिक क्रियाशीलता
3 पैराथायरॉइड की कम क्रियाशीलता
4 पैराथायरॉइड की अधिक क्रियाशीलता
Explanation:
(b) एक्सोप्थेमिक ग्वाइटर (ग्रेव का रोग) हाइपरथायरॉयडिज्म कहलाता है, इसमें नेत्र गोलक, नेत्र कक्ष में म्यूकस जमा हो जाने के कारण बाहर निकल आता है तथा उपापचयी दर असामान्य रूप से उच्च हो जाती है।
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227056
कौनसा पदार्थ हॉर्मोन व एन्जाइन दोनों है
1 एन्जिओटेंसिनोजन
2 \(ADH\) हॉर्मोन
3 एसिटायलकोलीनेस्टरेज
4 रेनिन
Explanation:
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227003
मेटामॉर्फोसिस के लिये उत्तरदायी पदार्थ है
1 एस्ट्रोजन
2 थायरॉक्सिन
3 प्रोपेनडायोल
4 ग्लूकेगोन
Explanation:
(b) थायरॉइड मेंढ़क के टेडपोल के कायान्तरण को प्रारम्भ एवं नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
(d) वृद्धि वर्षों के दौरान या जन्म से थायरॉक्सिन का अल्प स्रावण होता है, तब इसे बचपन में हाइपोथायरॉडिज्म या क्रिटिनिज्म कहते हैं। बौनापन तथा मन्द बुद्धि इस रोग के दो महत्वपूर्ण लक्षण हैं।
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227002
“एक्सोप्थेल्मिक ग्वाइटर” का कारण है
1 थायरॉइड की कम क्रियाशीलता
2 थायरॉइड की अधिक क्रियाशीलता
3 पैराथायरॉइड की कम क्रियाशीलता
4 पैराथायरॉइड की अधिक क्रियाशीलता
Explanation:
(b) एक्सोप्थेमिक ग्वाइटर (ग्रेव का रोग) हाइपरथायरॉयडिज्म कहलाता है, इसमें नेत्र गोलक, नेत्र कक्ष में म्यूकस जमा हो जाने के कारण बाहर निकल आता है तथा उपापचयी दर असामान्य रूप से उच्च हो जाती है।
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227056
कौनसा पदार्थ हॉर्मोन व एन्जाइन दोनों है
1 एन्जिओटेंसिनोजन
2 \(ADH\) हॉर्मोन
3 एसिटायलकोलीनेस्टरेज
4 रेनिन
Explanation:
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227003
मेटामॉर्फोसिस के लिये उत्तरदायी पदार्थ है
1 एस्ट्रोजन
2 थायरॉक्सिन
3 प्रोपेनडायोल
4 ग्लूकेगोन
Explanation:
(b) थायरॉइड मेंढ़क के टेडपोल के कायान्तरण को प्रारम्भ एवं नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
(d) वृद्धि वर्षों के दौरान या जन्म से थायरॉक्सिन का अल्प स्रावण होता है, तब इसे बचपन में हाइपोथायरॉडिज्म या क्रिटिनिज्म कहते हैं। बौनापन तथा मन्द बुद्धि इस रोग के दो महत्वपूर्ण लक्षण हैं।
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227002
“एक्सोप्थेल्मिक ग्वाइटर” का कारण है
1 थायरॉइड की कम क्रियाशीलता
2 थायरॉइड की अधिक क्रियाशीलता
3 पैराथायरॉइड की कम क्रियाशीलता
4 पैराथायरॉइड की अधिक क्रियाशीलता
Explanation:
(b) एक्सोप्थेमिक ग्वाइटर (ग्रेव का रोग) हाइपरथायरॉयडिज्म कहलाता है, इसमें नेत्र गोलक, नेत्र कक्ष में म्यूकस जमा हो जाने के कारण बाहर निकल आता है तथा उपापचयी दर असामान्य रूप से उच्च हो जाती है।
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227056
कौनसा पदार्थ हॉर्मोन व एन्जाइन दोनों है
1 एन्जिओटेंसिनोजन
2 \(ADH\) हॉर्मोन
3 एसिटायलकोलीनेस्टरेज
4 रेनिन
Explanation:
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227003
मेटामॉर्फोसिस के लिये उत्तरदायी पदार्थ है
1 एस्ट्रोजन
2 थायरॉक्सिन
3 प्रोपेनडायोल
4 ग्लूकेगोन
Explanation:
(b) थायरॉइड मेंढ़क के टेडपोल के कायान्तरण को प्रारम्भ एवं नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
(d) वृद्धि वर्षों के दौरान या जन्म से थायरॉक्सिन का अल्प स्रावण होता है, तब इसे बचपन में हाइपोथायरॉडिज्म या क्रिटिनिज्म कहते हैं। बौनापन तथा मन्द बुद्धि इस रोग के दो महत्वपूर्ण लक्षण हैं।
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227002
“एक्सोप्थेल्मिक ग्वाइटर” का कारण है
1 थायरॉइड की कम क्रियाशीलता
2 थायरॉइड की अधिक क्रियाशीलता
3 पैराथायरॉइड की कम क्रियाशीलता
4 पैराथायरॉइड की अधिक क्रियाशीलता
Explanation:
(b) एक्सोप्थेमिक ग्वाइटर (ग्रेव का रोग) हाइपरथायरॉयडिज्म कहलाता है, इसमें नेत्र गोलक, नेत्र कक्ष में म्यूकस जमा हो जाने के कारण बाहर निकल आता है तथा उपापचयी दर असामान्य रूप से उच्च हो जाती है।
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227056
कौनसा पदार्थ हॉर्मोन व एन्जाइन दोनों है
1 एन्जिओटेंसिनोजन
2 \(ADH\) हॉर्मोन
3 एसिटायलकोलीनेस्टरेज
4 रेनिन
Explanation:
22. CHEMICAL COORDINATION AND INTEGRATION (HM)
227003
मेटामॉर्फोसिस के लिये उत्तरदायी पदार्थ है
1 एस्ट्रोजन
2 थायरॉक्सिन
3 प्रोपेनडायोल
4 ग्लूकेगोन
Explanation:
(b) थायरॉइड मेंढ़क के टेडपोल के कायान्तरण को प्रारम्भ एवं नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।