(d) जिव्हा \((tongue)\) मुखगुहा का फर्श बनाती है और निगलने \((swallowing), \) लार को भोजन के साथ मिलाने और बोलने में सहायता करती है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224641
डायस्टेमा का सम्बन्ध है
1 विशेष दाँतों की उपस्थिति से
2 कुछ दाँतों की अनुपस्थिति से
3 जिव्हा की उपस्थिति से
4 जिव्हा की अनुपस्थिति से
Explanation:
(b) दो प्रकार के दाँतो के मध्य उपस्थित प्राकृतिक स्थान दन्तावकाश (डायस्टेमा) कहलाता है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224642
कड़वे स्वाद की स्वाद कलिकायें स्थित होती हैं
1 जीभ के अग्रशिखर पर
2 जीभ के आधार सतह पर
3 जीभ के पश्चभाग पर
4 जीभ के पाश्र्वीय भाग पर
Explanation:
(c) कड़वे स्वाद के लिए स्वाद कलिकायें जिव्हा के पश्च भाग पर पायी जाती है। जबकि मीठे स्वाद के लिए अग्रस्थ \((anterior tip) \) भाग पर और पाश्र्व क्षेत्र खट्टे स्वाद के लिए उत्तरदायी होता है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224644
शशक में क्रमाकुंचन \((Peristalsis)\) होता है
(d) जिव्हा \((tongue)\) मुखगुहा का फर्श बनाती है और निगलने \((swallowing), \) लार को भोजन के साथ मिलाने और बोलने में सहायता करती है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224641
डायस्टेमा का सम्बन्ध है
1 विशेष दाँतों की उपस्थिति से
2 कुछ दाँतों की अनुपस्थिति से
3 जिव्हा की उपस्थिति से
4 जिव्हा की अनुपस्थिति से
Explanation:
(b) दो प्रकार के दाँतो के मध्य उपस्थित प्राकृतिक स्थान दन्तावकाश (डायस्टेमा) कहलाता है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224642
कड़वे स्वाद की स्वाद कलिकायें स्थित होती हैं
1 जीभ के अग्रशिखर पर
2 जीभ के आधार सतह पर
3 जीभ के पश्चभाग पर
4 जीभ के पाश्र्वीय भाग पर
Explanation:
(c) कड़वे स्वाद के लिए स्वाद कलिकायें जिव्हा के पश्च भाग पर पायी जाती है। जबकि मीठे स्वाद के लिए अग्रस्थ \((anterior tip) \) भाग पर और पाश्र्व क्षेत्र खट्टे स्वाद के लिए उत्तरदायी होता है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224644
शशक में क्रमाकुंचन \((Peristalsis)\) होता है
(d) जिव्हा \((tongue)\) मुखगुहा का फर्श बनाती है और निगलने \((swallowing), \) लार को भोजन के साथ मिलाने और बोलने में सहायता करती है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224641
डायस्टेमा का सम्बन्ध है
1 विशेष दाँतों की उपस्थिति से
2 कुछ दाँतों की अनुपस्थिति से
3 जिव्हा की उपस्थिति से
4 जिव्हा की अनुपस्थिति से
Explanation:
(b) दो प्रकार के दाँतो के मध्य उपस्थित प्राकृतिक स्थान दन्तावकाश (डायस्टेमा) कहलाता है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224642
कड़वे स्वाद की स्वाद कलिकायें स्थित होती हैं
1 जीभ के अग्रशिखर पर
2 जीभ के आधार सतह पर
3 जीभ के पश्चभाग पर
4 जीभ के पाश्र्वीय भाग पर
Explanation:
(c) कड़वे स्वाद के लिए स्वाद कलिकायें जिव्हा के पश्च भाग पर पायी जाती है। जबकि मीठे स्वाद के लिए अग्रस्थ \((anterior tip) \) भाग पर और पाश्र्व क्षेत्र खट्टे स्वाद के लिए उत्तरदायी होता है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224644
शशक में क्रमाकुंचन \((Peristalsis)\) होता है
(d) जिव्हा \((tongue)\) मुखगुहा का फर्श बनाती है और निगलने \((swallowing), \) लार को भोजन के साथ मिलाने और बोलने में सहायता करती है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224641
डायस्टेमा का सम्बन्ध है
1 विशेष दाँतों की उपस्थिति से
2 कुछ दाँतों की अनुपस्थिति से
3 जिव्हा की उपस्थिति से
4 जिव्हा की अनुपस्थिति से
Explanation:
(b) दो प्रकार के दाँतो के मध्य उपस्थित प्राकृतिक स्थान दन्तावकाश (डायस्टेमा) कहलाता है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224642
कड़वे स्वाद की स्वाद कलिकायें स्थित होती हैं
1 जीभ के अग्रशिखर पर
2 जीभ के आधार सतह पर
3 जीभ के पश्चभाग पर
4 जीभ के पाश्र्वीय भाग पर
Explanation:
(c) कड़वे स्वाद के लिए स्वाद कलिकायें जिव्हा के पश्च भाग पर पायी जाती है। जबकि मीठे स्वाद के लिए अग्रस्थ \((anterior tip) \) भाग पर और पाश्र्व क्षेत्र खट्टे स्वाद के लिए उत्तरदायी होता है।
16. DIGESTION AND ABSORPTION (HM)
224644
शशक में क्रमाकुंचन \((Peristalsis)\) होता है