221746
जल अवशोषण के लिये मूलरोमों की कोशिका भित्ति किस प्रकार की होना चाहिये
1 हाइड्रोफोबिक
2 पारगम्य
3 अर्धपारगम्य
4 अपारगम्य
Explanation:
(b) मूल रोम में पारगम्य कोशिका भित्ति पायी जाती है जिसमें पेक्टिक पदार्थों (मृदा कणों से जुड़ने के लिये) की बाहरी पर्त तथा सेल्यूलोज की आंतरिक पर्त होती है।
11. TRANSPORT IN PLANTS (HM)
221747
निम्न में जड़ का कौनसा भाग जल तथा लवण दोनों का अवशोषण करता है
1 जल का शीर्षस्थ भाग
2 कोशिका लम्बन भाग
3 कोशिका निर्माण भाग
4 कोशिका विभेदन भाग
Explanation:
(a) मूल रोमों के ऊपर परिपक्वन प्रदेश (शीर्षस्थ प्रदेश) उपस्थित होता है। जल तथा खनिज लवणों का संवहन इस क्षेत्र के द्वारा होता है।
11. TRANSPORT IN PLANTS (HM)
221749
पौधे का जल संवहनी भाग कहलाता है
1 हेड्रोम
2 लेप्टोम
3 बास्ट
4 उपरोक्त सभी
Explanation:
(a) जायलम को जल संवहनीय ऊतक के रूप में जाना जाता है। इसे हेड्रोम भी कहते हैं यह पादपों की जड़ों से ऊपरी भाग तक जल तथा खनिजों के संवहन से संबंधित होता है।
221746
जल अवशोषण के लिये मूलरोमों की कोशिका भित्ति किस प्रकार की होना चाहिये
1 हाइड्रोफोबिक
2 पारगम्य
3 अर्धपारगम्य
4 अपारगम्य
Explanation:
(b) मूल रोम में पारगम्य कोशिका भित्ति पायी जाती है जिसमें पेक्टिक पदार्थों (मृदा कणों से जुड़ने के लिये) की बाहरी पर्त तथा सेल्यूलोज की आंतरिक पर्त होती है।
11. TRANSPORT IN PLANTS (HM)
221747
निम्न में जड़ का कौनसा भाग जल तथा लवण दोनों का अवशोषण करता है
1 जल का शीर्षस्थ भाग
2 कोशिका लम्बन भाग
3 कोशिका निर्माण भाग
4 कोशिका विभेदन भाग
Explanation:
(a) मूल रोमों के ऊपर परिपक्वन प्रदेश (शीर्षस्थ प्रदेश) उपस्थित होता है। जल तथा खनिज लवणों का संवहन इस क्षेत्र के द्वारा होता है।
11. TRANSPORT IN PLANTS (HM)
221749
पौधे का जल संवहनी भाग कहलाता है
1 हेड्रोम
2 लेप्टोम
3 बास्ट
4 उपरोक्त सभी
Explanation:
(a) जायलम को जल संवहनीय ऊतक के रूप में जाना जाता है। इसे हेड्रोम भी कहते हैं यह पादपों की जड़ों से ऊपरी भाग तक जल तथा खनिजों के संवहन से संबंधित होता है।
221746
जल अवशोषण के लिये मूलरोमों की कोशिका भित्ति किस प्रकार की होना चाहिये
1 हाइड्रोफोबिक
2 पारगम्य
3 अर्धपारगम्य
4 अपारगम्य
Explanation:
(b) मूल रोम में पारगम्य कोशिका भित्ति पायी जाती है जिसमें पेक्टिक पदार्थों (मृदा कणों से जुड़ने के लिये) की बाहरी पर्त तथा सेल्यूलोज की आंतरिक पर्त होती है।
11. TRANSPORT IN PLANTS (HM)
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निम्न में जड़ का कौनसा भाग जल तथा लवण दोनों का अवशोषण करता है
1 जल का शीर्षस्थ भाग
2 कोशिका लम्बन भाग
3 कोशिका निर्माण भाग
4 कोशिका विभेदन भाग
Explanation:
(a) मूल रोमों के ऊपर परिपक्वन प्रदेश (शीर्षस्थ प्रदेश) उपस्थित होता है। जल तथा खनिज लवणों का संवहन इस क्षेत्र के द्वारा होता है।
11. TRANSPORT IN PLANTS (HM)
221749
पौधे का जल संवहनी भाग कहलाता है
1 हेड्रोम
2 लेप्टोम
3 बास्ट
4 उपरोक्त सभी
Explanation:
(a) जायलम को जल संवहनीय ऊतक के रूप में जाना जाता है। इसे हेड्रोम भी कहते हैं यह पादपों की जड़ों से ऊपरी भाग तक जल तथा खनिजों के संवहन से संबंधित होता है।
221746
जल अवशोषण के लिये मूलरोमों की कोशिका भित्ति किस प्रकार की होना चाहिये
1 हाइड्रोफोबिक
2 पारगम्य
3 अर्धपारगम्य
4 अपारगम्य
Explanation:
(b) मूल रोम में पारगम्य कोशिका भित्ति पायी जाती है जिसमें पेक्टिक पदार्थों (मृदा कणों से जुड़ने के लिये) की बाहरी पर्त तथा सेल्यूलोज की आंतरिक पर्त होती है।
11. TRANSPORT IN PLANTS (HM)
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निम्न में जड़ का कौनसा भाग जल तथा लवण दोनों का अवशोषण करता है
1 जल का शीर्षस्थ भाग
2 कोशिका लम्बन भाग
3 कोशिका निर्माण भाग
4 कोशिका विभेदन भाग
Explanation:
(a) मूल रोमों के ऊपर परिपक्वन प्रदेश (शीर्षस्थ प्रदेश) उपस्थित होता है। जल तथा खनिज लवणों का संवहन इस क्षेत्र के द्वारा होता है।
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221749
पौधे का जल संवहनी भाग कहलाता है
1 हेड्रोम
2 लेप्टोम
3 बास्ट
4 उपरोक्त सभी
Explanation:
(a) जायलम को जल संवहनीय ऊतक के रूप में जाना जाता है। इसे हेड्रोम भी कहते हैं यह पादपों की जड़ों से ऊपरी भाग तक जल तथा खनिजों के संवहन से संबंधित होता है।