215662
ब्रायोफाइट्स में डिप्लॉयड गुणसूत्र संख्या पायी जाती है
1 बीजाणु मातृकोशिका में
2 युग्मक में
3 स्पोर्स में
4 मियोस्पोर्स में
Explanation:
(a) ब्रायोफाइट्स में स्पोर मातृ कोशिका में क्रोमोसोम की द्विगुणित संख्या होती है। स्पोर सैक में स्पोर मातृ कोशिका आश्रित होती हैं जो कि न्यूनकारी विभाजन के बाद अगुणित स्पोर्स को उत्पन्न करती हैं।
03. PLANT KINGDOM (HM)
215663
गेम्मी वर्धि जनन की संरचनायें हैं जो पायी जाती हैं
1 एन्जियोस्पर्म में
2 ब्रायोफाइट्स में
3 शैवालों में
4 जिम्नोस्पर्म में
Explanation:
(b) अधिकांश ब्रायोफाइट्स में जेमी वर्धि प्रजनन संरचनायें होती हैं जेमी हरी, बहुकोशिकीय अलैंगिक कलिका होती है।
03. PLANT KINGDOM (HM)
215664
ब्रायोफाइट्स में एन्थ्रोजोइड्स होते हैं
1 बाइफ्लैजीलेट
2 मल्टीफ्लैजीलेट
3 कभी-कभी बाईफ्लैजीलेट तथा कभी-कभी मल्टीफ्लैजीलेट
4 कुछ स्पीशीज में बाईफ्लैजीलेट तथा अन्य में मल्टीफ्लैजीलेट
Explanation:
(a) नर प्रजनन अंग ग्लोब्यूलर होता है उन्हें एन्थ्रीडियम कहते हैं जो कि बाइफ्लैजिलेटेड स्पम्र्स (एन्थीरोजोइड्स) उत्पन्न करते हैं। दोनों फ्लैजिला समान होते हैं जोकि शीर्ष से जुड़े रहते हैं और विपलेश (\(Whiplash\)) प्रकार के होते हैं।
03. PLANT KINGDOM (HM)
215665
ब्रायोफाइट्स का उद्गम जलीय होने का प्रमाण है
1 सिलिया युक्त स्पर्म
2 हरा रंग
3 प्रोटोनीमा तंतु
4 कुछ स्पीशीज जलीय हैं
Explanation:
(a) ब्रायोफायटा में, निषेचन के लिये जल आवश्यक होता है क्योंकि एन्थ्रोजोइड्स फ्लैजीलेट या सीलिया युक्त संरचनाएँ होती हैं जो ब्रायोफाइट्स के जलीय उद्भव का प्रमाण है।
215662
ब्रायोफाइट्स में डिप्लॉयड गुणसूत्र संख्या पायी जाती है
1 बीजाणु मातृकोशिका में
2 युग्मक में
3 स्पोर्स में
4 मियोस्पोर्स में
Explanation:
(a) ब्रायोफाइट्स में स्पोर मातृ कोशिका में क्रोमोसोम की द्विगुणित संख्या होती है। स्पोर सैक में स्पोर मातृ कोशिका आश्रित होती हैं जो कि न्यूनकारी विभाजन के बाद अगुणित स्पोर्स को उत्पन्न करती हैं।
03. PLANT KINGDOM (HM)
215663
गेम्मी वर्धि जनन की संरचनायें हैं जो पायी जाती हैं
1 एन्जियोस्पर्म में
2 ब्रायोफाइट्स में
3 शैवालों में
4 जिम्नोस्पर्म में
Explanation:
(b) अधिकांश ब्रायोफाइट्स में जेमी वर्धि प्रजनन संरचनायें होती हैं जेमी हरी, बहुकोशिकीय अलैंगिक कलिका होती है।
03. PLANT KINGDOM (HM)
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ब्रायोफाइट्स में एन्थ्रोजोइड्स होते हैं
1 बाइफ्लैजीलेट
2 मल्टीफ्लैजीलेट
3 कभी-कभी बाईफ्लैजीलेट तथा कभी-कभी मल्टीफ्लैजीलेट
4 कुछ स्पीशीज में बाईफ्लैजीलेट तथा अन्य में मल्टीफ्लैजीलेट
Explanation:
(a) नर प्रजनन अंग ग्लोब्यूलर होता है उन्हें एन्थ्रीडियम कहते हैं जो कि बाइफ्लैजिलेटेड स्पम्र्स (एन्थीरोजोइड्स) उत्पन्न करते हैं। दोनों फ्लैजिला समान होते हैं जोकि शीर्ष से जुड़े रहते हैं और विपलेश (\(Whiplash\)) प्रकार के होते हैं।
03. PLANT KINGDOM (HM)
215665
ब्रायोफाइट्स का उद्गम जलीय होने का प्रमाण है
1 सिलिया युक्त स्पर्म
2 हरा रंग
3 प्रोटोनीमा तंतु
4 कुछ स्पीशीज जलीय हैं
Explanation:
(a) ब्रायोफायटा में, निषेचन के लिये जल आवश्यक होता है क्योंकि एन्थ्रोजोइड्स फ्लैजीलेट या सीलिया युक्त संरचनाएँ होती हैं जो ब्रायोफाइट्स के जलीय उद्भव का प्रमाण है।
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ब्रायोफाइट्स में डिप्लॉयड गुणसूत्र संख्या पायी जाती है
1 बीजाणु मातृकोशिका में
2 युग्मक में
3 स्पोर्स में
4 मियोस्पोर्स में
Explanation:
(a) ब्रायोफाइट्स में स्पोर मातृ कोशिका में क्रोमोसोम की द्विगुणित संख्या होती है। स्पोर सैक में स्पोर मातृ कोशिका आश्रित होती हैं जो कि न्यूनकारी विभाजन के बाद अगुणित स्पोर्स को उत्पन्न करती हैं।
03. PLANT KINGDOM (HM)
215663
गेम्मी वर्धि जनन की संरचनायें हैं जो पायी जाती हैं
1 एन्जियोस्पर्म में
2 ब्रायोफाइट्स में
3 शैवालों में
4 जिम्नोस्पर्म में
Explanation:
(b) अधिकांश ब्रायोफाइट्स में जेमी वर्धि प्रजनन संरचनायें होती हैं जेमी हरी, बहुकोशिकीय अलैंगिक कलिका होती है।
03. PLANT KINGDOM (HM)
215664
ब्रायोफाइट्स में एन्थ्रोजोइड्स होते हैं
1 बाइफ्लैजीलेट
2 मल्टीफ्लैजीलेट
3 कभी-कभी बाईफ्लैजीलेट तथा कभी-कभी मल्टीफ्लैजीलेट
4 कुछ स्पीशीज में बाईफ्लैजीलेट तथा अन्य में मल्टीफ्लैजीलेट
Explanation:
(a) नर प्रजनन अंग ग्लोब्यूलर होता है उन्हें एन्थ्रीडियम कहते हैं जो कि बाइफ्लैजिलेटेड स्पम्र्स (एन्थीरोजोइड्स) उत्पन्न करते हैं। दोनों फ्लैजिला समान होते हैं जोकि शीर्ष से जुड़े रहते हैं और विपलेश (\(Whiplash\)) प्रकार के होते हैं।
03. PLANT KINGDOM (HM)
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ब्रायोफाइट्स का उद्गम जलीय होने का प्रमाण है
1 सिलिया युक्त स्पर्म
2 हरा रंग
3 प्रोटोनीमा तंतु
4 कुछ स्पीशीज जलीय हैं
Explanation:
(a) ब्रायोफायटा में, निषेचन के लिये जल आवश्यक होता है क्योंकि एन्थ्रोजोइड्स फ्लैजीलेट या सीलिया युक्त संरचनाएँ होती हैं जो ब्रायोफाइट्स के जलीय उद्भव का प्रमाण है।
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ब्रायोफाइट्स में डिप्लॉयड गुणसूत्र संख्या पायी जाती है
1 बीजाणु मातृकोशिका में
2 युग्मक में
3 स्पोर्स में
4 मियोस्पोर्स में
Explanation:
(a) ब्रायोफाइट्स में स्पोर मातृ कोशिका में क्रोमोसोम की द्विगुणित संख्या होती है। स्पोर सैक में स्पोर मातृ कोशिका आश्रित होती हैं जो कि न्यूनकारी विभाजन के बाद अगुणित स्पोर्स को उत्पन्न करती हैं।
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गेम्मी वर्धि जनन की संरचनायें हैं जो पायी जाती हैं
1 एन्जियोस्पर्म में
2 ब्रायोफाइट्स में
3 शैवालों में
4 जिम्नोस्पर्म में
Explanation:
(b) अधिकांश ब्रायोफाइट्स में जेमी वर्धि प्रजनन संरचनायें होती हैं जेमी हरी, बहुकोशिकीय अलैंगिक कलिका होती है।
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ब्रायोफाइट्स में एन्थ्रोजोइड्स होते हैं
1 बाइफ्लैजीलेट
2 मल्टीफ्लैजीलेट
3 कभी-कभी बाईफ्लैजीलेट तथा कभी-कभी मल्टीफ्लैजीलेट
4 कुछ स्पीशीज में बाईफ्लैजीलेट तथा अन्य में मल्टीफ्लैजीलेट
Explanation:
(a) नर प्रजनन अंग ग्लोब्यूलर होता है उन्हें एन्थ्रीडियम कहते हैं जो कि बाइफ्लैजिलेटेड स्पम्र्स (एन्थीरोजोइड्स) उत्पन्न करते हैं। दोनों फ्लैजिला समान होते हैं जोकि शीर्ष से जुड़े रहते हैं और विपलेश (\(Whiplash\)) प्रकार के होते हैं।
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215665
ब्रायोफाइट्स का उद्गम जलीय होने का प्रमाण है
1 सिलिया युक्त स्पर्म
2 हरा रंग
3 प्रोटोनीमा तंतु
4 कुछ स्पीशीज जलीय हैं
Explanation:
(a) ब्रायोफायटा में, निषेचन के लिये जल आवश्यक होता है क्योंकि एन्थ्रोजोइड्स फ्लैजीलेट या सीलिया युक्त संरचनाएँ होती हैं जो ब्रायोफाइट्स के जलीय उद्भव का प्रमाण है।