(c) प्रतिकूल परिस्थितियों के दौरान जीवाणु कोशिका में उच्च प्रतिरोधक एकल स्पोर का निर्माण होता है। (उदाहरण : टिटेनस तथा एन्थे्रक्स जीवाणु) जिसे एण्डोस्पोर के नाम से जानते हैं।
02. BIOLOGICAL CLASSIFICATION (HM)
213975
ई. कोलई में जब फ्लैजिला वामावर्त तथा दक्षिणावर्त दिशा में घूमते हैं तब यह गति कहलाती है
(c) प्रतिकूल परिस्थितियों के दौरान जीवाणु कोशिका में उच्च प्रतिरोधक एकल स्पोर का निर्माण होता है। (उदाहरण : टिटेनस तथा एन्थे्रक्स जीवाणु) जिसे एण्डोस्पोर के नाम से जानते हैं।
02. BIOLOGICAL CLASSIFICATION (HM)
213975
ई. कोलई में जब फ्लैजिला वामावर्त तथा दक्षिणावर्त दिशा में घूमते हैं तब यह गति कहलाती है
NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD
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02. BIOLOGICAL CLASSIFICATION (HM)
213974
बैक्टीरिया की सबसे प्रतिरोधी अवस्था है
1 कैप्स्यूलीकृत कायिक कोशिका
2 नवीन विभाजित कोशिका
3 एण्डोस्पोर अवस्था
4 टॉरूला अवस्था
Explanation:
(c) प्रतिकूल परिस्थितियों के दौरान जीवाणु कोशिका में उच्च प्रतिरोधक एकल स्पोर का निर्माण होता है। (उदाहरण : टिटेनस तथा एन्थे्रक्स जीवाणु) जिसे एण्डोस्पोर के नाम से जानते हैं।
02. BIOLOGICAL CLASSIFICATION (HM)
213975
ई. कोलई में जब फ्लैजिला वामावर्त तथा दक्षिणावर्त दिशा में घूमते हैं तब यह गति कहलाती है
(c) प्रतिकूल परिस्थितियों के दौरान जीवाणु कोशिका में उच्च प्रतिरोधक एकल स्पोर का निर्माण होता है। (उदाहरण : टिटेनस तथा एन्थे्रक्स जीवाणु) जिसे एण्डोस्पोर के नाम से जानते हैं।
02. BIOLOGICAL CLASSIFICATION (HM)
213975
ई. कोलई में जब फ्लैजिला वामावर्त तथा दक्षिणावर्त दिशा में घूमते हैं तब यह गति कहलाती है
(c) प्रतिकूल परिस्थितियों के दौरान जीवाणु कोशिका में उच्च प्रतिरोधक एकल स्पोर का निर्माण होता है। (उदाहरण : टिटेनस तथा एन्थे्रक्स जीवाणु) जिसे एण्डोस्पोर के नाम से जानते हैं।
02. BIOLOGICAL CLASSIFICATION (HM)
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ई. कोलई में जब फ्लैजिला वामावर्त तथा दक्षिणावर्त दिशा में घूमते हैं तब यह गति कहलाती है