12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181636
जब ऑक्सीजन की उपस्थिति में कार्बनिक यौगिक का अपघटन होता है तो बिना गंध युक्त यौगिक बनने की क्रिया कहलाती है
1 क्षय
2 \({N_2}\) स्थिरीकरण
3 नाइट्रीकरण
4 विनाइट्रीकरण
Explanation:
Its Obvious
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181637
निम्न में से कौनसा यौगिक प्रशीतक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है
1 \(N{H_3}\)
2 \(C{H_2}{F_2}\)
3 \(CC{l_4}\)
4 \(C{H_3}COON{H_4}\)
Explanation:
(a)शीतल संग्रहण एवं बर्फ फैक्टरी में जलीय अमोनिया शीतलक की तरह उपयोगी है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181638
कार्बनिक पदार्थों की शुद्धि के लिये नवीनतम विधि है
1 प्रभाजी आसवन
2 क्रोमेटोग्राफी
3 निर्वात आसवन
4 क्रिस्टलीकरण
Explanation:
(b) क्रोमेटोग्राफी कार्बनिक यौगिकों के शुद्धिकरण के लिये नवीनतम विधि है क्रोमेटोग्राफी विभिन्न प्रकार की होती है जैसे स्तंभ क्रोमेटोग्राफी, गैस क्रोमेटोग्राफी, पेपर क्रोमेटोग्राफी इत्यादि।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181639
एक कार्बनिक पदार्थ में हैलोजन की उपस्थिति आँकलित की जा सकती है
1 आयोडोफॉर्म परीक्षण द्वारा
2 सिल्वर नाइट्रेट परीक्षण द्वारा
3 बेलस्टीन परीक्षण द्वारा
4 मिलन परीक्षण द्वारा
Explanation:
(c)हैलोजन बेलेस्टीन परीक्षण द्वारा आँकलित होते हैंं। इस परीक्षण में एक तांबे के तार को मूल विलयन में डुबाया जाता है और फिर बुन्सन बर्नर ज्वाला पर गर्म किया जाता है। ज्वाला में हरा रंग वाष्पशील कॉपर हैलाइड के कारण दिखता है यह हैलोजन की उपस्थिति सिद्ध करता है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181640
\(p\) - नाइट्रोफिनॉल एवं \(o-\) नाइट्रोफिनॉल को पृथक किया जाता है
1 क्रिस्टलीकरण द्वारा
2 प्रभाजी क्रिस्टलीकरण द्वारा
3 आसवन द्वारा
4 भाप आसवन द्वारा
Explanation:
(d) \(o-\) नाइट्रोफिनॉल में अंत:अणुक हाइड्रोजन बंध होता है जबकि \(p-\) नाइट्रोफिनॉल में अंतरअणुक हाइड्रोजन बंध होता है (तुलनात्मक प्रबल) इस कारण से o-नाइट्रोफिनॉल का क्वथनांक \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से थोड़ा कम होता है। चूँकि \(o-\) नाइट्रोफिनॉल वाष्पशील है और भाप आसवन द्वारा \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से पृथक किया जा सकता है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181636
जब ऑक्सीजन की उपस्थिति में कार्बनिक यौगिक का अपघटन होता है तो बिना गंध युक्त यौगिक बनने की क्रिया कहलाती है
1 क्षय
2 \({N_2}\) स्थिरीकरण
3 नाइट्रीकरण
4 विनाइट्रीकरण
Explanation:
Its Obvious
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181637
निम्न में से कौनसा यौगिक प्रशीतक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है
1 \(N{H_3}\)
2 \(C{H_2}{F_2}\)
3 \(CC{l_4}\)
4 \(C{H_3}COON{H_4}\)
Explanation:
(a)शीतल संग्रहण एवं बर्फ फैक्टरी में जलीय अमोनिया शीतलक की तरह उपयोगी है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181638
कार्बनिक पदार्थों की शुद्धि के लिये नवीनतम विधि है
1 प्रभाजी आसवन
2 क्रोमेटोग्राफी
3 निर्वात आसवन
4 क्रिस्टलीकरण
Explanation:
(b) क्रोमेटोग्राफी कार्बनिक यौगिकों के शुद्धिकरण के लिये नवीनतम विधि है क्रोमेटोग्राफी विभिन्न प्रकार की होती है जैसे स्तंभ क्रोमेटोग्राफी, गैस क्रोमेटोग्राफी, पेपर क्रोमेटोग्राफी इत्यादि।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181639
एक कार्बनिक पदार्थ में हैलोजन की उपस्थिति आँकलित की जा सकती है
1 आयोडोफॉर्म परीक्षण द्वारा
2 सिल्वर नाइट्रेट परीक्षण द्वारा
3 बेलस्टीन परीक्षण द्वारा
4 मिलन परीक्षण द्वारा
Explanation:
(c)हैलोजन बेलेस्टीन परीक्षण द्वारा आँकलित होते हैंं। इस परीक्षण में एक तांबे के तार को मूल विलयन में डुबाया जाता है और फिर बुन्सन बर्नर ज्वाला पर गर्म किया जाता है। ज्वाला में हरा रंग वाष्पशील कॉपर हैलाइड के कारण दिखता है यह हैलोजन की उपस्थिति सिद्ध करता है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181640
\(p\) - नाइट्रोफिनॉल एवं \(o-\) नाइट्रोफिनॉल को पृथक किया जाता है
1 क्रिस्टलीकरण द्वारा
2 प्रभाजी क्रिस्टलीकरण द्वारा
3 आसवन द्वारा
4 भाप आसवन द्वारा
Explanation:
(d) \(o-\) नाइट्रोफिनॉल में अंत:अणुक हाइड्रोजन बंध होता है जबकि \(p-\) नाइट्रोफिनॉल में अंतरअणुक हाइड्रोजन बंध होता है (तुलनात्मक प्रबल) इस कारण से o-नाइट्रोफिनॉल का क्वथनांक \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से थोड़ा कम होता है। चूँकि \(o-\) नाइट्रोफिनॉल वाष्पशील है और भाप आसवन द्वारा \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से पृथक किया जा सकता है।
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181636
जब ऑक्सीजन की उपस्थिति में कार्बनिक यौगिक का अपघटन होता है तो बिना गंध युक्त यौगिक बनने की क्रिया कहलाती है
1 क्षय
2 \({N_2}\) स्थिरीकरण
3 नाइट्रीकरण
4 विनाइट्रीकरण
Explanation:
Its Obvious
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181637
निम्न में से कौनसा यौगिक प्रशीतक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है
1 \(N{H_3}\)
2 \(C{H_2}{F_2}\)
3 \(CC{l_4}\)
4 \(C{H_3}COON{H_4}\)
Explanation:
(a)शीतल संग्रहण एवं बर्फ फैक्टरी में जलीय अमोनिया शीतलक की तरह उपयोगी है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181638
कार्बनिक पदार्थों की शुद्धि के लिये नवीनतम विधि है
1 प्रभाजी आसवन
2 क्रोमेटोग्राफी
3 निर्वात आसवन
4 क्रिस्टलीकरण
Explanation:
(b) क्रोमेटोग्राफी कार्बनिक यौगिकों के शुद्धिकरण के लिये नवीनतम विधि है क्रोमेटोग्राफी विभिन्न प्रकार की होती है जैसे स्तंभ क्रोमेटोग्राफी, गैस क्रोमेटोग्राफी, पेपर क्रोमेटोग्राफी इत्यादि।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181639
एक कार्बनिक पदार्थ में हैलोजन की उपस्थिति आँकलित की जा सकती है
1 आयोडोफॉर्म परीक्षण द्वारा
2 सिल्वर नाइट्रेट परीक्षण द्वारा
3 बेलस्टीन परीक्षण द्वारा
4 मिलन परीक्षण द्वारा
Explanation:
(c)हैलोजन बेलेस्टीन परीक्षण द्वारा आँकलित होते हैंं। इस परीक्षण में एक तांबे के तार को मूल विलयन में डुबाया जाता है और फिर बुन्सन बर्नर ज्वाला पर गर्म किया जाता है। ज्वाला में हरा रंग वाष्पशील कॉपर हैलाइड के कारण दिखता है यह हैलोजन की उपस्थिति सिद्ध करता है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181640
\(p\) - नाइट्रोफिनॉल एवं \(o-\) नाइट्रोफिनॉल को पृथक किया जाता है
1 क्रिस्टलीकरण द्वारा
2 प्रभाजी क्रिस्टलीकरण द्वारा
3 आसवन द्वारा
4 भाप आसवन द्वारा
Explanation:
(d) \(o-\) नाइट्रोफिनॉल में अंत:अणुक हाइड्रोजन बंध होता है जबकि \(p-\) नाइट्रोफिनॉल में अंतरअणुक हाइड्रोजन बंध होता है (तुलनात्मक प्रबल) इस कारण से o-नाइट्रोफिनॉल का क्वथनांक \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से थोड़ा कम होता है। चूँकि \(o-\) नाइट्रोफिनॉल वाष्पशील है और भाप आसवन द्वारा \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से पृथक किया जा सकता है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181636
जब ऑक्सीजन की उपस्थिति में कार्बनिक यौगिक का अपघटन होता है तो बिना गंध युक्त यौगिक बनने की क्रिया कहलाती है
1 क्षय
2 \({N_2}\) स्थिरीकरण
3 नाइट्रीकरण
4 विनाइट्रीकरण
Explanation:
Its Obvious
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181637
निम्न में से कौनसा यौगिक प्रशीतक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है
1 \(N{H_3}\)
2 \(C{H_2}{F_2}\)
3 \(CC{l_4}\)
4 \(C{H_3}COON{H_4}\)
Explanation:
(a)शीतल संग्रहण एवं बर्फ फैक्टरी में जलीय अमोनिया शीतलक की तरह उपयोगी है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181638
कार्बनिक पदार्थों की शुद्धि के लिये नवीनतम विधि है
1 प्रभाजी आसवन
2 क्रोमेटोग्राफी
3 निर्वात आसवन
4 क्रिस्टलीकरण
Explanation:
(b) क्रोमेटोग्राफी कार्बनिक यौगिकों के शुद्धिकरण के लिये नवीनतम विधि है क्रोमेटोग्राफी विभिन्न प्रकार की होती है जैसे स्तंभ क्रोमेटोग्राफी, गैस क्रोमेटोग्राफी, पेपर क्रोमेटोग्राफी इत्यादि।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181639
एक कार्बनिक पदार्थ में हैलोजन की उपस्थिति आँकलित की जा सकती है
1 आयोडोफॉर्म परीक्षण द्वारा
2 सिल्वर नाइट्रेट परीक्षण द्वारा
3 बेलस्टीन परीक्षण द्वारा
4 मिलन परीक्षण द्वारा
Explanation:
(c)हैलोजन बेलेस्टीन परीक्षण द्वारा आँकलित होते हैंं। इस परीक्षण में एक तांबे के तार को मूल विलयन में डुबाया जाता है और फिर बुन्सन बर्नर ज्वाला पर गर्म किया जाता है। ज्वाला में हरा रंग वाष्पशील कॉपर हैलाइड के कारण दिखता है यह हैलोजन की उपस्थिति सिद्ध करता है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181640
\(p\) - नाइट्रोफिनॉल एवं \(o-\) नाइट्रोफिनॉल को पृथक किया जाता है
1 क्रिस्टलीकरण द्वारा
2 प्रभाजी क्रिस्टलीकरण द्वारा
3 आसवन द्वारा
4 भाप आसवन द्वारा
Explanation:
(d) \(o-\) नाइट्रोफिनॉल में अंत:अणुक हाइड्रोजन बंध होता है जबकि \(p-\) नाइट्रोफिनॉल में अंतरअणुक हाइड्रोजन बंध होता है (तुलनात्मक प्रबल) इस कारण से o-नाइट्रोफिनॉल का क्वथनांक \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से थोड़ा कम होता है। चूँकि \(o-\) नाइट्रोफिनॉल वाष्पशील है और भाप आसवन द्वारा \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से पृथक किया जा सकता है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181636
जब ऑक्सीजन की उपस्थिति में कार्बनिक यौगिक का अपघटन होता है तो बिना गंध युक्त यौगिक बनने की क्रिया कहलाती है
1 क्षय
2 \({N_2}\) स्थिरीकरण
3 नाइट्रीकरण
4 विनाइट्रीकरण
Explanation:
Its Obvious
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181637
निम्न में से कौनसा यौगिक प्रशीतक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है
1 \(N{H_3}\)
2 \(C{H_2}{F_2}\)
3 \(CC{l_4}\)
4 \(C{H_3}COON{H_4}\)
Explanation:
(a)शीतल संग्रहण एवं बर्फ फैक्टरी में जलीय अमोनिया शीतलक की तरह उपयोगी है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181638
कार्बनिक पदार्थों की शुद्धि के लिये नवीनतम विधि है
1 प्रभाजी आसवन
2 क्रोमेटोग्राफी
3 निर्वात आसवन
4 क्रिस्टलीकरण
Explanation:
(b) क्रोमेटोग्राफी कार्बनिक यौगिकों के शुद्धिकरण के लिये नवीनतम विधि है क्रोमेटोग्राफी विभिन्न प्रकार की होती है जैसे स्तंभ क्रोमेटोग्राफी, गैस क्रोमेटोग्राफी, पेपर क्रोमेटोग्राफी इत्यादि।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181639
एक कार्बनिक पदार्थ में हैलोजन की उपस्थिति आँकलित की जा सकती है
1 आयोडोफॉर्म परीक्षण द्वारा
2 सिल्वर नाइट्रेट परीक्षण द्वारा
3 बेलस्टीन परीक्षण द्वारा
4 मिलन परीक्षण द्वारा
Explanation:
(c)हैलोजन बेलेस्टीन परीक्षण द्वारा आँकलित होते हैंं। इस परीक्षण में एक तांबे के तार को मूल विलयन में डुबाया जाता है और फिर बुन्सन बर्नर ज्वाला पर गर्म किया जाता है। ज्वाला में हरा रंग वाष्पशील कॉपर हैलाइड के कारण दिखता है यह हैलोजन की उपस्थिति सिद्ध करता है।
12. ORGANIC CHEMISTRY SOME BASIC PRINCIPLES AND TECHNIQUES (HM)
181640
\(p\) - नाइट्रोफिनॉल एवं \(o-\) नाइट्रोफिनॉल को पृथक किया जाता है
1 क्रिस्टलीकरण द्वारा
2 प्रभाजी क्रिस्टलीकरण द्वारा
3 आसवन द्वारा
4 भाप आसवन द्वारा
Explanation:
(d) \(o-\) नाइट्रोफिनॉल में अंत:अणुक हाइड्रोजन बंध होता है जबकि \(p-\) नाइट्रोफिनॉल में अंतरअणुक हाइड्रोजन बंध होता है (तुलनात्मक प्रबल) इस कारण से o-नाइट्रोफिनॉल का क्वथनांक \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से थोड़ा कम होता है। चूँकि \(o-\) नाइट्रोफिनॉल वाष्पशील है और भाप आसवन द्वारा \(p-\) नाइट्रोफिनॉल से पृथक किया जा सकता है।