178693
\(0.01\,M\) सान्द्रता के \(BaC{l_2}\) का वाण्टहॉफ गुणांक \( 1.98 \) है। \(BaC{l_2}\) का इस सान्द्रता पर वियोजन प्रतिशत होगा
1 \(49\)
2 \(69\)
3 \(89\)
4 \(98\)
Explanation:
(a) \(BaC{l_2}\) \( \rightleftharpoons \) \(B{a^{2 + }}\) + \(2C{l^ - }\) प्रारंभ में \(1\) \(0\) \( 0\) वियोजन के पश्चात \(a - \alpha \) \(\alpha \) \(2\alpha \) कुल= \(1 - \alpha + \alpha + 2\alpha = 1 + 2\alpha \) \(\alpha = \frac{{1.98 - 1}}{\alpha } = \frac{{0.98}}{\alpha } = 0.49\) एक मोल के लिये \(\alpha = 0.49\) \(0.01\) मोल के लिये \(\alpha = \frac{{0.49}}{{0.01}} = 49\)
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178695
एक जलीय विलयन में निम्न साम्य स्थापित होता है \(C{H_3}COOH\) \(\rightleftharpoons\) \(C{H_3}CO{O^ - } + {H^ + }\) यदि इस अभिक्रिया में बिना ताप परिवर्तित करते हुये तनु \(HCl \) मिलाते हैं, तो
1 \(C{H_3}CO{O^ - }\) का सान्द्रण बढ़ता है
2 \(C{H_3}CO{O^ - }\) का सान्द्रण कम होता है
3 साम्य स्थिरांक बढ़ेगा
4 साम्य स्थिरांक घटेगा
Explanation:
(b)\({H^ + }\) के समआयन प्रभाव के कारण।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178696
आयनन की कोटि को कौन प्रभावित नहीं करता है
1 तापक्रम
2 सान्द्रण
3 विलायक का प्रकार
4 धारा
Explanation:
(d)आयनन की कोटि को धारा प्रभावित नहीं करती है।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178697
ठोस विद्युत-अपघट्य में ध्रुवीय विलायक मिलाने पर होगा
1 ध्रुवीकरण
2 संगुणन
3 आयनीकरण
4 इलेक्ट्रॉन स्थानान्तरण
Explanation:
(c)ध्रुवीय विलायक, द्विध्रुव आयन आकर्षण के कारण प्रबल विद्युत अपघट्यों को आयनित होने देते हैं।
178693
\(0.01\,M\) सान्द्रता के \(BaC{l_2}\) का वाण्टहॉफ गुणांक \( 1.98 \) है। \(BaC{l_2}\) का इस सान्द्रता पर वियोजन प्रतिशत होगा
1 \(49\)
2 \(69\)
3 \(89\)
4 \(98\)
Explanation:
(a) \(BaC{l_2}\) \( \rightleftharpoons \) \(B{a^{2 + }}\) + \(2C{l^ - }\) प्रारंभ में \(1\) \(0\) \( 0\) वियोजन के पश्चात \(a - \alpha \) \(\alpha \) \(2\alpha \) कुल= \(1 - \alpha + \alpha + 2\alpha = 1 + 2\alpha \) \(\alpha = \frac{{1.98 - 1}}{\alpha } = \frac{{0.98}}{\alpha } = 0.49\) एक मोल के लिये \(\alpha = 0.49\) \(0.01\) मोल के लिये \(\alpha = \frac{{0.49}}{{0.01}} = 49\)
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178695
एक जलीय विलयन में निम्न साम्य स्थापित होता है \(C{H_3}COOH\) \(\rightleftharpoons\) \(C{H_3}CO{O^ - } + {H^ + }\) यदि इस अभिक्रिया में बिना ताप परिवर्तित करते हुये तनु \(HCl \) मिलाते हैं, तो
1 \(C{H_3}CO{O^ - }\) का सान्द्रण बढ़ता है
2 \(C{H_3}CO{O^ - }\) का सान्द्रण कम होता है
3 साम्य स्थिरांक बढ़ेगा
4 साम्य स्थिरांक घटेगा
Explanation:
(b)\({H^ + }\) के समआयन प्रभाव के कारण।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178696
आयनन की कोटि को कौन प्रभावित नहीं करता है
1 तापक्रम
2 सान्द्रण
3 विलायक का प्रकार
4 धारा
Explanation:
(d)आयनन की कोटि को धारा प्रभावित नहीं करती है।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178697
ठोस विद्युत-अपघट्य में ध्रुवीय विलायक मिलाने पर होगा
1 ध्रुवीकरण
2 संगुणन
3 आयनीकरण
4 इलेक्ट्रॉन स्थानान्तरण
Explanation:
(c)ध्रुवीय विलायक, द्विध्रुव आयन आकर्षण के कारण प्रबल विद्युत अपघट्यों को आयनित होने देते हैं।
178693
\(0.01\,M\) सान्द्रता के \(BaC{l_2}\) का वाण्टहॉफ गुणांक \( 1.98 \) है। \(BaC{l_2}\) का इस सान्द्रता पर वियोजन प्रतिशत होगा
1 \(49\)
2 \(69\)
3 \(89\)
4 \(98\)
Explanation:
(a) \(BaC{l_2}\) \( \rightleftharpoons \) \(B{a^{2 + }}\) + \(2C{l^ - }\) प्रारंभ में \(1\) \(0\) \( 0\) वियोजन के पश्चात \(a - \alpha \) \(\alpha \) \(2\alpha \) कुल= \(1 - \alpha + \alpha + 2\alpha = 1 + 2\alpha \) \(\alpha = \frac{{1.98 - 1}}{\alpha } = \frac{{0.98}}{\alpha } = 0.49\) एक मोल के लिये \(\alpha = 0.49\) \(0.01\) मोल के लिये \(\alpha = \frac{{0.49}}{{0.01}} = 49\)
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178695
एक जलीय विलयन में निम्न साम्य स्थापित होता है \(C{H_3}COOH\) \(\rightleftharpoons\) \(C{H_3}CO{O^ - } + {H^ + }\) यदि इस अभिक्रिया में बिना ताप परिवर्तित करते हुये तनु \(HCl \) मिलाते हैं, तो
1 \(C{H_3}CO{O^ - }\) का सान्द्रण बढ़ता है
2 \(C{H_3}CO{O^ - }\) का सान्द्रण कम होता है
3 साम्य स्थिरांक बढ़ेगा
4 साम्य स्थिरांक घटेगा
Explanation:
(b)\({H^ + }\) के समआयन प्रभाव के कारण।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178696
आयनन की कोटि को कौन प्रभावित नहीं करता है
1 तापक्रम
2 सान्द्रण
3 विलायक का प्रकार
4 धारा
Explanation:
(d)आयनन की कोटि को धारा प्रभावित नहीं करती है।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178697
ठोस विद्युत-अपघट्य में ध्रुवीय विलायक मिलाने पर होगा
1 ध्रुवीकरण
2 संगुणन
3 आयनीकरण
4 इलेक्ट्रॉन स्थानान्तरण
Explanation:
(c)ध्रुवीय विलायक, द्विध्रुव आयन आकर्षण के कारण प्रबल विद्युत अपघट्यों को आयनित होने देते हैं।
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07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178693
\(0.01\,M\) सान्द्रता के \(BaC{l_2}\) का वाण्टहॉफ गुणांक \( 1.98 \) है। \(BaC{l_2}\) का इस सान्द्रता पर वियोजन प्रतिशत होगा
1 \(49\)
2 \(69\)
3 \(89\)
4 \(98\)
Explanation:
(a) \(BaC{l_2}\) \( \rightleftharpoons \) \(B{a^{2 + }}\) + \(2C{l^ - }\) प्रारंभ में \(1\) \(0\) \( 0\) वियोजन के पश्चात \(a - \alpha \) \(\alpha \) \(2\alpha \) कुल= \(1 - \alpha + \alpha + 2\alpha = 1 + 2\alpha \) \(\alpha = \frac{{1.98 - 1}}{\alpha } = \frac{{0.98}}{\alpha } = 0.49\) एक मोल के लिये \(\alpha = 0.49\) \(0.01\) मोल के लिये \(\alpha = \frac{{0.49}}{{0.01}} = 49\)
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178695
एक जलीय विलयन में निम्न साम्य स्थापित होता है \(C{H_3}COOH\) \(\rightleftharpoons\) \(C{H_3}CO{O^ - } + {H^ + }\) यदि इस अभिक्रिया में बिना ताप परिवर्तित करते हुये तनु \(HCl \) मिलाते हैं, तो
1 \(C{H_3}CO{O^ - }\) का सान्द्रण बढ़ता है
2 \(C{H_3}CO{O^ - }\) का सान्द्रण कम होता है
3 साम्य स्थिरांक बढ़ेगा
4 साम्य स्थिरांक घटेगा
Explanation:
(b)\({H^ + }\) के समआयन प्रभाव के कारण।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178696
आयनन की कोटि को कौन प्रभावित नहीं करता है
1 तापक्रम
2 सान्द्रण
3 विलायक का प्रकार
4 धारा
Explanation:
(d)आयनन की कोटि को धारा प्रभावित नहीं करती है।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178697
ठोस विद्युत-अपघट्य में ध्रुवीय विलायक मिलाने पर होगा
1 ध्रुवीकरण
2 संगुणन
3 आयनीकरण
4 इलेक्ट्रॉन स्थानान्तरण
Explanation:
(c)ध्रुवीय विलायक, द्विध्रुव आयन आकर्षण के कारण प्रबल विद्युत अपघट्यों को आयनित होने देते हैं।