178683
यदि \(\alpha \) आयनन की कोटि, \(C\) दुर्बल विद्युत अपघट्य का सान्द्रण तथा \({K_a}\) अम्ल का आयनन स्थिरांक हो, तो \(\alpha ,\,\,C\) तथा \({K_a}\) में सही सम्बन्ध होगा
1 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
2 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
3 \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
4 \(\alpha = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
Explanation:
(c) ओस्टवॉल्ड तनुता नियम के अनुसार \({\alpha ^2} = \frac{{K(1 - \alpha )}}{C}\)किन्तु दुर्बल वैद्युत अपघट्य के लिये बहुत कम होता है इसलिये \((1 - \alpha )\)को नगण्य माना जा सकता है। इसलिये \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178684
आयनीकरण का सिद्धान्त निम्न में से किसने दिया
1 रदरफोर्ड
2 ग्राह्म
3 फैराडे
4 अरहीनियस
Explanation:
(d) आयनन का सिद्धांत अरहीनियस ने दिया।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178685
एक आयनीकारक विलायक में होता है
1 परावैद्युत स्थिरांक का कम मान
2 परावैद्युत स्थिरांक का अधिक मान
3 परावैद्युत स्थिरांक \(= 1\)
4 उच्च द्रवणांक
Explanation:
(b)विलायक का परावैद्युतांक जितना अधिक होता है उसकी आयनन शक्ति उतनी ही अधिक होती है ।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178686
आयनन की मात्रा में वृद्धि होगी
1 विलेय की सान्द्रता में वृद्धि के साथ
2 विलयन में और अधिक जल की मात्रा मिलाने पर
3 विलयन का तापक्रम घटाने पर
4 विलयन को तेजी से हिलाने पर
Explanation:
(b)\(\alpha \propto \) विलयन की तनुता।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178687
सामान्यत: कौनसा कथन आयनिक यौगिकों के लिये सत्य है
1 क्वथनांक कम होता है
2 गलनांक कम होता है
3 अध्रुवीय विलायकों में घुलनशील हैं
4 गलित अवस्था में विद्युत का चालन करते हैं
Explanation:
(d)सामान्यत: आयनिक यौगिक संगलित अवस्था में विद्युत चालन करते हैं।
178683
यदि \(\alpha \) आयनन की कोटि, \(C\) दुर्बल विद्युत अपघट्य का सान्द्रण तथा \({K_a}\) अम्ल का आयनन स्थिरांक हो, तो \(\alpha ,\,\,C\) तथा \({K_a}\) में सही सम्बन्ध होगा
1 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
2 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
3 \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
4 \(\alpha = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
Explanation:
(c) ओस्टवॉल्ड तनुता नियम के अनुसार \({\alpha ^2} = \frac{{K(1 - \alpha )}}{C}\)किन्तु दुर्बल वैद्युत अपघट्य के लिये बहुत कम होता है इसलिये \((1 - \alpha )\)को नगण्य माना जा सकता है। इसलिये \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178684
आयनीकरण का सिद्धान्त निम्न में से किसने दिया
1 रदरफोर्ड
2 ग्राह्म
3 फैराडे
4 अरहीनियस
Explanation:
(d) आयनन का सिद्धांत अरहीनियस ने दिया।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178685
एक आयनीकारक विलायक में होता है
1 परावैद्युत स्थिरांक का कम मान
2 परावैद्युत स्थिरांक का अधिक मान
3 परावैद्युत स्थिरांक \(= 1\)
4 उच्च द्रवणांक
Explanation:
(b)विलायक का परावैद्युतांक जितना अधिक होता है उसकी आयनन शक्ति उतनी ही अधिक होती है ।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178686
आयनन की मात्रा में वृद्धि होगी
1 विलेय की सान्द्रता में वृद्धि के साथ
2 विलयन में और अधिक जल की मात्रा मिलाने पर
3 विलयन का तापक्रम घटाने पर
4 विलयन को तेजी से हिलाने पर
Explanation:
(b)\(\alpha \propto \) विलयन की तनुता।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178687
सामान्यत: कौनसा कथन आयनिक यौगिकों के लिये सत्य है
1 क्वथनांक कम होता है
2 गलनांक कम होता है
3 अध्रुवीय विलायकों में घुलनशील हैं
4 गलित अवस्था में विद्युत का चालन करते हैं
Explanation:
(d)सामान्यत: आयनिक यौगिक संगलित अवस्था में विद्युत चालन करते हैं।
178683
यदि \(\alpha \) आयनन की कोटि, \(C\) दुर्बल विद्युत अपघट्य का सान्द्रण तथा \({K_a}\) अम्ल का आयनन स्थिरांक हो, तो \(\alpha ,\,\,C\) तथा \({K_a}\) में सही सम्बन्ध होगा
1 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
2 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
3 \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
4 \(\alpha = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
Explanation:
(c) ओस्टवॉल्ड तनुता नियम के अनुसार \({\alpha ^2} = \frac{{K(1 - \alpha )}}{C}\)किन्तु दुर्बल वैद्युत अपघट्य के लिये बहुत कम होता है इसलिये \((1 - \alpha )\)को नगण्य माना जा सकता है। इसलिये \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178684
आयनीकरण का सिद्धान्त निम्न में से किसने दिया
1 रदरफोर्ड
2 ग्राह्म
3 फैराडे
4 अरहीनियस
Explanation:
(d) आयनन का सिद्धांत अरहीनियस ने दिया।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178685
एक आयनीकारक विलायक में होता है
1 परावैद्युत स्थिरांक का कम मान
2 परावैद्युत स्थिरांक का अधिक मान
3 परावैद्युत स्थिरांक \(= 1\)
4 उच्च द्रवणांक
Explanation:
(b)विलायक का परावैद्युतांक जितना अधिक होता है उसकी आयनन शक्ति उतनी ही अधिक होती है ।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178686
आयनन की मात्रा में वृद्धि होगी
1 विलेय की सान्द्रता में वृद्धि के साथ
2 विलयन में और अधिक जल की मात्रा मिलाने पर
3 विलयन का तापक्रम घटाने पर
4 विलयन को तेजी से हिलाने पर
Explanation:
(b)\(\alpha \propto \) विलयन की तनुता।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178687
सामान्यत: कौनसा कथन आयनिक यौगिकों के लिये सत्य है
1 क्वथनांक कम होता है
2 गलनांक कम होता है
3 अध्रुवीय विलायकों में घुलनशील हैं
4 गलित अवस्था में विद्युत का चालन करते हैं
Explanation:
(d)सामान्यत: आयनिक यौगिक संगलित अवस्था में विद्युत चालन करते हैं।
178683
यदि \(\alpha \) आयनन की कोटि, \(C\) दुर्बल विद्युत अपघट्य का सान्द्रण तथा \({K_a}\) अम्ल का आयनन स्थिरांक हो, तो \(\alpha ,\,\,C\) तथा \({K_a}\) में सही सम्बन्ध होगा
1 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
2 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
3 \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
4 \(\alpha = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
Explanation:
(c) ओस्टवॉल्ड तनुता नियम के अनुसार \({\alpha ^2} = \frac{{K(1 - \alpha )}}{C}\)किन्तु दुर्बल वैद्युत अपघट्य के लिये बहुत कम होता है इसलिये \((1 - \alpha )\)को नगण्य माना जा सकता है। इसलिये \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178684
आयनीकरण का सिद्धान्त निम्न में से किसने दिया
1 रदरफोर्ड
2 ग्राह्म
3 फैराडे
4 अरहीनियस
Explanation:
(d) आयनन का सिद्धांत अरहीनियस ने दिया।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178685
एक आयनीकारक विलायक में होता है
1 परावैद्युत स्थिरांक का कम मान
2 परावैद्युत स्थिरांक का अधिक मान
3 परावैद्युत स्थिरांक \(= 1\)
4 उच्च द्रवणांक
Explanation:
(b)विलायक का परावैद्युतांक जितना अधिक होता है उसकी आयनन शक्ति उतनी ही अधिक होती है ।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178686
आयनन की मात्रा में वृद्धि होगी
1 विलेय की सान्द्रता में वृद्धि के साथ
2 विलयन में और अधिक जल की मात्रा मिलाने पर
3 विलयन का तापक्रम घटाने पर
4 विलयन को तेजी से हिलाने पर
Explanation:
(b)\(\alpha \propto \) विलयन की तनुता।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178687
सामान्यत: कौनसा कथन आयनिक यौगिकों के लिये सत्य है
1 क्वथनांक कम होता है
2 गलनांक कम होता है
3 अध्रुवीय विलायकों में घुलनशील हैं
4 गलित अवस्था में विद्युत का चालन करते हैं
Explanation:
(d)सामान्यत: आयनिक यौगिक संगलित अवस्था में विद्युत चालन करते हैं।
178683
यदि \(\alpha \) आयनन की कोटि, \(C\) दुर्बल विद्युत अपघट्य का सान्द्रण तथा \({K_a}\) अम्ल का आयनन स्थिरांक हो, तो \(\alpha ,\,\,C\) तथा \({K_a}\) में सही सम्बन्ध होगा
1 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
2 \({\alpha ^2} = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
3 \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
4 \(\alpha = \sqrt {\frac{C}{{{K_a}}}} \)
Explanation:
(c) ओस्टवॉल्ड तनुता नियम के अनुसार \({\alpha ^2} = \frac{{K(1 - \alpha )}}{C}\)किन्तु दुर्बल वैद्युत अपघट्य के लिये बहुत कम होता है इसलिये \((1 - \alpha )\)को नगण्य माना जा सकता है। इसलिये \(\alpha = \sqrt {\frac{{{K_a}}}{C}} \)
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178684
आयनीकरण का सिद्धान्त निम्न में से किसने दिया
1 रदरफोर्ड
2 ग्राह्म
3 फैराडे
4 अरहीनियस
Explanation:
(d) आयनन का सिद्धांत अरहीनियस ने दिया।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178685
एक आयनीकारक विलायक में होता है
1 परावैद्युत स्थिरांक का कम मान
2 परावैद्युत स्थिरांक का अधिक मान
3 परावैद्युत स्थिरांक \(= 1\)
4 उच्च द्रवणांक
Explanation:
(b)विलायक का परावैद्युतांक जितना अधिक होता है उसकी आयनन शक्ति उतनी ही अधिक होती है ।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178686
आयनन की मात्रा में वृद्धि होगी
1 विलेय की सान्द्रता में वृद्धि के साथ
2 विलयन में और अधिक जल की मात्रा मिलाने पर
3 विलयन का तापक्रम घटाने पर
4 विलयन को तेजी से हिलाने पर
Explanation:
(b)\(\alpha \propto \) विलयन की तनुता।
07. EQUILIBRIUM (IONIC) (HM)
178687
सामान्यत: कौनसा कथन आयनिक यौगिकों के लिये सत्य है
1 क्वथनांक कम होता है
2 गलनांक कम होता है
3 अध्रुवीय विलायकों में घुलनशील हैं
4 गलित अवस्था में विद्युत का चालन करते हैं
Explanation:
(d)सामान्यत: आयनिक यौगिक संगलित अवस्था में विद्युत चालन करते हैं।