प्रबल कूलॉम्बी बलों के आकर्षण के कारण विद्युत संयोजी यौगिकों के गलनांक एवं क्वथनांक सामान्यत: उच्च होते हैं।
04. CHEMICAL BONDING AND MOLECULAR STRUCTURE (HM)
176646
आयनिक क्रिस्टल जल में घुलते हैं क्योंकि
1 जल एक एम्फीप्रोटिक विलायक है
2 जल उच्च क्वथनांक वाला द्रव है
3 यह क्रिया विलयन की धनात्मक ऊष्मा के द्वारा होती है
4 जलयोजन से जल क्रिस्टल जालक में अन्तर आयनिक आकर्षण को दुर्बल करता है
Explanation:
जल एक ध्रुवीय विलायक है इसलिये यह विलायकन के कारण क्रिस्टल जालक में अन्तर आयनिक आकर्षण को कम कर देता है।
04. CHEMICAL BONDING AND MOLECULAR STRUCTURE (HM)
176647
चार तत्वों \(A, B, C, D\) की इलेक्ट्रॉनिक संरचनायें हैं
1 \({M_2}P{O_4}\)
2 यदि धातु का क्लोराइड \(MC{l_2}\) है तो धातु के फॉस्फेट का सूत्र होगा
3 \({M_2}{\left( {P{O_4}} \right)_3}\)
4 \(MP{O_4}\)
Explanation:
चूँकि धातु का क्लोराइड \(MC{l_2}\) है इसलिये धातु \(M\) द्विसंयोजी होनी चाहिये अर्थात \({M^{2 + }}\), परिणामस्वरुप इसके फॉस्फेट का सूत्र निम्न है - \({M_3}{(P{O_4})_2}\)
04. CHEMICAL BONDING AND MOLECULAR STRUCTURE (HM)
176648
धातु के फॉस्फेट का सूत्र \(MP{O_4}\) है तो इसके नाइट्रेट का सूत्र होगा
1 \(MN{O_3}\)
2 \({M_2}{\left( {N{O_3}} \right)_2}\)
3 \(M{\left( {N{O_3}} \right)_2}\)
4 \(M{\left( {N{O_3}} \right)_3}\)
Explanation:
\(MP{O_4}\) में \(M\) की ऑक्सीकरण अवस्था \(+3\) है, इसलिये नाइट्रेट का फॉर्मूला \(M{(\,N{O_3})_3}\) है।
प्रबल कूलॉम्बी बलों के आकर्षण के कारण विद्युत संयोजी यौगिकों के गलनांक एवं क्वथनांक सामान्यत: उच्च होते हैं।
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आयनिक क्रिस्टल जल में घुलते हैं क्योंकि
1 जल एक एम्फीप्रोटिक विलायक है
2 जल उच्च क्वथनांक वाला द्रव है
3 यह क्रिया विलयन की धनात्मक ऊष्मा के द्वारा होती है
4 जलयोजन से जल क्रिस्टल जालक में अन्तर आयनिक आकर्षण को दुर्बल करता है
Explanation:
जल एक ध्रुवीय विलायक है इसलिये यह विलायकन के कारण क्रिस्टल जालक में अन्तर आयनिक आकर्षण को कम कर देता है।
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176647
चार तत्वों \(A, B, C, D\) की इलेक्ट्रॉनिक संरचनायें हैं
1 \({M_2}P{O_4}\)
2 यदि धातु का क्लोराइड \(MC{l_2}\) है तो धातु के फॉस्फेट का सूत्र होगा
3 \({M_2}{\left( {P{O_4}} \right)_3}\)
4 \(MP{O_4}\)
Explanation:
चूँकि धातु का क्लोराइड \(MC{l_2}\) है इसलिये धातु \(M\) द्विसंयोजी होनी चाहिये अर्थात \({M^{2 + }}\), परिणामस्वरुप इसके फॉस्फेट का सूत्र निम्न है - \({M_3}{(P{O_4})_2}\)
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धातु के फॉस्फेट का सूत्र \(MP{O_4}\) है तो इसके नाइट्रेट का सूत्र होगा
1 \(MN{O_3}\)
2 \({M_2}{\left( {N{O_3}} \right)_2}\)
3 \(M{\left( {N{O_3}} \right)_2}\)
4 \(M{\left( {N{O_3}} \right)_3}\)
Explanation:
\(MP{O_4}\) में \(M\) की ऑक्सीकरण अवस्था \(+3\) है, इसलिये नाइट्रेट का फॉर्मूला \(M{(\,N{O_3})_3}\) है।
प्रबल कूलॉम्बी बलों के आकर्षण के कारण विद्युत संयोजी यौगिकों के गलनांक एवं क्वथनांक सामान्यत: उच्च होते हैं।
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आयनिक क्रिस्टल जल में घुलते हैं क्योंकि
1 जल एक एम्फीप्रोटिक विलायक है
2 जल उच्च क्वथनांक वाला द्रव है
3 यह क्रिया विलयन की धनात्मक ऊष्मा के द्वारा होती है
4 जलयोजन से जल क्रिस्टल जालक में अन्तर आयनिक आकर्षण को दुर्बल करता है
Explanation:
जल एक ध्रुवीय विलायक है इसलिये यह विलायकन के कारण क्रिस्टल जालक में अन्तर आयनिक आकर्षण को कम कर देता है।
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चार तत्वों \(A, B, C, D\) की इलेक्ट्रॉनिक संरचनायें हैं
1 \({M_2}P{O_4}\)
2 यदि धातु का क्लोराइड \(MC{l_2}\) है तो धातु के फॉस्फेट का सूत्र होगा
3 \({M_2}{\left( {P{O_4}} \right)_3}\)
4 \(MP{O_4}\)
Explanation:
चूँकि धातु का क्लोराइड \(MC{l_2}\) है इसलिये धातु \(M\) द्विसंयोजी होनी चाहिये अर्थात \({M^{2 + }}\), परिणामस्वरुप इसके फॉस्फेट का सूत्र निम्न है - \({M_3}{(P{O_4})_2}\)
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धातु के फॉस्फेट का सूत्र \(MP{O_4}\) है तो इसके नाइट्रेट का सूत्र होगा
1 \(MN{O_3}\)
2 \({M_2}{\left( {N{O_3}} \right)_2}\)
3 \(M{\left( {N{O_3}} \right)_2}\)
4 \(M{\left( {N{O_3}} \right)_3}\)
Explanation:
\(MP{O_4}\) में \(M\) की ऑक्सीकरण अवस्था \(+3\) है, इसलिये नाइट्रेट का फॉर्मूला \(M{(\,N{O_3})_3}\) है।
प्रबल कूलॉम्बी बलों के आकर्षण के कारण विद्युत संयोजी यौगिकों के गलनांक एवं क्वथनांक सामान्यत: उच्च होते हैं।
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176646
आयनिक क्रिस्टल जल में घुलते हैं क्योंकि
1 जल एक एम्फीप्रोटिक विलायक है
2 जल उच्च क्वथनांक वाला द्रव है
3 यह क्रिया विलयन की धनात्मक ऊष्मा के द्वारा होती है
4 जलयोजन से जल क्रिस्टल जालक में अन्तर आयनिक आकर्षण को दुर्बल करता है
Explanation:
जल एक ध्रुवीय विलायक है इसलिये यह विलायकन के कारण क्रिस्टल जालक में अन्तर आयनिक आकर्षण को कम कर देता है।
04. CHEMICAL BONDING AND MOLECULAR STRUCTURE (HM)
176647
चार तत्वों \(A, B, C, D\) की इलेक्ट्रॉनिक संरचनायें हैं
1 \({M_2}P{O_4}\)
2 यदि धातु का क्लोराइड \(MC{l_2}\) है तो धातु के फॉस्फेट का सूत्र होगा
3 \({M_2}{\left( {P{O_4}} \right)_3}\)
4 \(MP{O_4}\)
Explanation:
चूँकि धातु का क्लोराइड \(MC{l_2}\) है इसलिये धातु \(M\) द्विसंयोजी होनी चाहिये अर्थात \({M^{2 + }}\), परिणामस्वरुप इसके फॉस्फेट का सूत्र निम्न है - \({M_3}{(P{O_4})_2}\)
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धातु के फॉस्फेट का सूत्र \(MP{O_4}\) है तो इसके नाइट्रेट का सूत्र होगा
1 \(MN{O_3}\)
2 \({M_2}{\left( {N{O_3}} \right)_2}\)
3 \(M{\left( {N{O_3}} \right)_2}\)
4 \(M{\left( {N{O_3}} \right)_3}\)
Explanation:
\(MP{O_4}\) में \(M\) की ऑक्सीकरण अवस्था \(+3\) है, इसलिये नाइट्रेट का फॉर्मूला \(M{(\,N{O_3})_3}\) है।