208747
\(3d-\) धातु आयनों में स्थायी संकुलों के निर्माण की प्रवृत्ति का कारण है
1 इनकी परिवर्ती ऑक्सीकरण अवस्था
2 इनकी बहुत निम्न आयनन ऊर्जाएँ
3 इनका उच्च आवेश/आकार अनुपात तथा रिक्त \(d-\) कक्षक
4 \((b) \) तथा \((c) \) दोनों
Explanation:
उच्च आवेश/आकार -अनुपात एवं रिक्त \(d-\) कक्षक।
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208748
\(3d-\) धातु आयन अनुचुम्बकीय प्रकृति के होते हैं, क्योंकि
1 ये अपचायक होते हैं
2 ये रंगीन लवण बनाते हैं
3 इनमें एक या अधिक युग्मित \(s-\) इलेक्ट्रॉन होते हैं
4 इनमें एक या अधिक अयुग्मित \( d-\) इलेक्ट्रॉन होते हैं
Explanation:
इनमें एक या अधिक अयुग्मित \(d{\text{ - }}\)इलेक्ट्रॉन होते हैंं।
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208749
लैन्थेनाइड संकुचन होता है, क्योंकि
1 \(f-\) कक्षक के इलेक्ट्रॉन आसानी से त्यागे जाते हैं
2 \(f-\) कक्षक अर्द्धपूरित भरे होते हैं
3 नाभिकीय आवेश के लिए \(f-\) कक्षक के इलेक्ट्रॉन कम परिरक्षी होते हैं
4 \(f-\) कक्षक परमाणु की सतह पर नहीं आते हैं तथा अंदर के किनारों पर रहते हैं
Explanation:
Lanthanide contraction occurs because f-orbital electron are poor shielders of nuclear charge.
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208750
सबसे अधिक क्रियाशील धातु है
1 \(Fe\)
2 \(Pt\)
3 \(Ni\)
4 \(Co\)
Explanation:
\(Fe\) क्योंकि यह आसानी से नम वायु में ऑक्सीकृत हो जाता है। \(Fe\,\xrightarrow[{H_2}O/{H^ + }]{air} \mathop {}\limits_{} \, \mathop {F{e_2}{O_3}.x\,{H_2}O}\limits_{{\rm{Rust}}} \)
208747
\(3d-\) धातु आयनों में स्थायी संकुलों के निर्माण की प्रवृत्ति का कारण है
1 इनकी परिवर्ती ऑक्सीकरण अवस्था
2 इनकी बहुत निम्न आयनन ऊर्जाएँ
3 इनका उच्च आवेश/आकार अनुपात तथा रिक्त \(d-\) कक्षक
4 \((b) \) तथा \((c) \) दोनों
Explanation:
उच्च आवेश/आकार -अनुपात एवं रिक्त \(d-\) कक्षक।
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208748
\(3d-\) धातु आयन अनुचुम्बकीय प्रकृति के होते हैं, क्योंकि
1 ये अपचायक होते हैं
2 ये रंगीन लवण बनाते हैं
3 इनमें एक या अधिक युग्मित \(s-\) इलेक्ट्रॉन होते हैं
4 इनमें एक या अधिक अयुग्मित \( d-\) इलेक्ट्रॉन होते हैं
Explanation:
इनमें एक या अधिक अयुग्मित \(d{\text{ - }}\)इलेक्ट्रॉन होते हैंं।
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208749
लैन्थेनाइड संकुचन होता है, क्योंकि
1 \(f-\) कक्षक के इलेक्ट्रॉन आसानी से त्यागे जाते हैं
2 \(f-\) कक्षक अर्द्धपूरित भरे होते हैं
3 नाभिकीय आवेश के लिए \(f-\) कक्षक के इलेक्ट्रॉन कम परिरक्षी होते हैं
4 \(f-\) कक्षक परमाणु की सतह पर नहीं आते हैं तथा अंदर के किनारों पर रहते हैं
Explanation:
Lanthanide contraction occurs because f-orbital electron are poor shielders of nuclear charge.
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208750
सबसे अधिक क्रियाशील धातु है
1 \(Fe\)
2 \(Pt\)
3 \(Ni\)
4 \(Co\)
Explanation:
\(Fe\) क्योंकि यह आसानी से नम वायु में ऑक्सीकृत हो जाता है। \(Fe\,\xrightarrow[{H_2}O/{H^ + }]{air} \mathop {}\limits_{} \, \mathop {F{e_2}{O_3}.x\,{H_2}O}\limits_{{\rm{Rust}}} \)
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\(3d-\) धातु आयनों में स्थायी संकुलों के निर्माण की प्रवृत्ति का कारण है
1 इनकी परिवर्ती ऑक्सीकरण अवस्था
2 इनकी बहुत निम्न आयनन ऊर्जाएँ
3 इनका उच्च आवेश/आकार अनुपात तथा रिक्त \(d-\) कक्षक
4 \((b) \) तथा \((c) \) दोनों
Explanation:
उच्च आवेश/आकार -अनुपात एवं रिक्त \(d-\) कक्षक।
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208748
\(3d-\) धातु आयन अनुचुम्बकीय प्रकृति के होते हैं, क्योंकि
1 ये अपचायक होते हैं
2 ये रंगीन लवण बनाते हैं
3 इनमें एक या अधिक युग्मित \(s-\) इलेक्ट्रॉन होते हैं
4 इनमें एक या अधिक अयुग्मित \( d-\) इलेक्ट्रॉन होते हैं
Explanation:
इनमें एक या अधिक अयुग्मित \(d{\text{ - }}\)इलेक्ट्रॉन होते हैंं।
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208749
लैन्थेनाइड संकुचन होता है, क्योंकि
1 \(f-\) कक्षक के इलेक्ट्रॉन आसानी से त्यागे जाते हैं
2 \(f-\) कक्षक अर्द्धपूरित भरे होते हैं
3 नाभिकीय आवेश के लिए \(f-\) कक्षक के इलेक्ट्रॉन कम परिरक्षी होते हैं
4 \(f-\) कक्षक परमाणु की सतह पर नहीं आते हैं तथा अंदर के किनारों पर रहते हैं
Explanation:
Lanthanide contraction occurs because f-orbital electron are poor shielders of nuclear charge.
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208750
सबसे अधिक क्रियाशील धातु है
1 \(Fe\)
2 \(Pt\)
3 \(Ni\)
4 \(Co\)
Explanation:
\(Fe\) क्योंकि यह आसानी से नम वायु में ऑक्सीकृत हो जाता है। \(Fe\,\xrightarrow[{H_2}O/{H^ + }]{air} \mathop {}\limits_{} \, \mathop {F{e_2}{O_3}.x\,{H_2}O}\limits_{{\rm{Rust}}} \)
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\(3d-\) धातु आयनों में स्थायी संकुलों के निर्माण की प्रवृत्ति का कारण है
1 इनकी परिवर्ती ऑक्सीकरण अवस्था
2 इनकी बहुत निम्न आयनन ऊर्जाएँ
3 इनका उच्च आवेश/आकार अनुपात तथा रिक्त \(d-\) कक्षक
4 \((b) \) तथा \((c) \) दोनों
Explanation:
उच्च आवेश/आकार -अनुपात एवं रिक्त \(d-\) कक्षक।
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208748
\(3d-\) धातु आयन अनुचुम्बकीय प्रकृति के होते हैं, क्योंकि
1 ये अपचायक होते हैं
2 ये रंगीन लवण बनाते हैं
3 इनमें एक या अधिक युग्मित \(s-\) इलेक्ट्रॉन होते हैं
4 इनमें एक या अधिक अयुग्मित \( d-\) इलेक्ट्रॉन होते हैं
Explanation:
इनमें एक या अधिक अयुग्मित \(d{\text{ - }}\)इलेक्ट्रॉन होते हैंं।
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208749
लैन्थेनाइड संकुचन होता है, क्योंकि
1 \(f-\) कक्षक के इलेक्ट्रॉन आसानी से त्यागे जाते हैं
2 \(f-\) कक्षक अर्द्धपूरित भरे होते हैं
3 नाभिकीय आवेश के लिए \(f-\) कक्षक के इलेक्ट्रॉन कम परिरक्षी होते हैं
4 \(f-\) कक्षक परमाणु की सतह पर नहीं आते हैं तथा अंदर के किनारों पर रहते हैं
Explanation:
Lanthanide contraction occurs because f-orbital electron are poor shielders of nuclear charge.
08. THE D- & F-BLOCK ELEMENTS (HM)
208750
सबसे अधिक क्रियाशील धातु है
1 \(Fe\)
2 \(Pt\)
3 \(Ni\)
4 \(Co\)
Explanation:
\(Fe\) क्योंकि यह आसानी से नम वायु में ऑक्सीकृत हो जाता है। \(Fe\,\xrightarrow[{H_2}O/{H^ + }]{air} \mathop {}\limits_{} \, \mathop {F{e_2}{O_3}.x\,{H_2}O}\limits_{{\rm{Rust}}} \)