1 ठोस से द्रव में तेजी से परिवर्तित होता है जब उसे गर्म किया जाता है
2 कोई निश्चित गलनांक नहीं होता है
3 ज्यामिती में सरलता से डिफोर्मेशन होता है
4 अनियमित त्रिविमीय विन्यास होता है
Explanation:
\((a)\) क्रिस्टलीय ठोस में केवल \( 0\,K\) पर संघटक कणों की सही व्यवस्था होती है। जैसे ही ताप बढ़ता है तो आयन द्वारा जालक स्थान ना घेरने की स्थिति बढ़ती है। ताप के साथ त्रुटियों की संख्या जैसे ही बढ़ती है ठोस द्रव में परिवर्तित हो जाता है।
01. THE SOLID STATE (HM)
205091
हीरा उदाहरण है इसका
1 ठोस जिसमें हाइड्रोजन बन्ध हैं
2 आयनिक ठोस
3 सह संयोजक ठोस
4 काँच
Explanation:
\((c)\) हीरा एक संयोजी ठोस है जिसमें संघटक कण परमाणु होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205092
ठोस \(NaCl\)विद्युत का कुचालक है क्योंकि
1 ठोस \(NaCl\) में कोई आयन नहीं होता है
2 ठोस \(NaCl\)सहसंयोजक है
3 ठोस \(NaCl\) में आयनों की गति नहीं होती है
4 ठोस \(NaCl\) में कोई इलेक्ट्रॉन नहीं होता है
Explanation:
(c)ठोस विद्युत का कुचालक है क्योंकि आयन घूमने के लिये मुक्त नहीं होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205093
एक पदार्थ का एक से अधिक ठोस रूपांतरों में अस्तित्व रखना जाना जाता है अथवा कोई भी यौगिक जिसकी दो से अधिक क्रिस्टल संरचना होती हैं, कहलाता है
1 बहुरूपता
2 समरूपता
3 अपररूपता
4 प्रतिविम्बरूपता
Explanation:
\((a)\) किसी पदार्थ का एक या एक से अधिक क्रिस्टलीय रुप में अस्तित्व बहुरुपता कहलाता है।
1 ठोस से द्रव में तेजी से परिवर्तित होता है जब उसे गर्म किया जाता है
2 कोई निश्चित गलनांक नहीं होता है
3 ज्यामिती में सरलता से डिफोर्मेशन होता है
4 अनियमित त्रिविमीय विन्यास होता है
Explanation:
\((a)\) क्रिस्टलीय ठोस में केवल \( 0\,K\) पर संघटक कणों की सही व्यवस्था होती है। जैसे ही ताप बढ़ता है तो आयन द्वारा जालक स्थान ना घेरने की स्थिति बढ़ती है। ताप के साथ त्रुटियों की संख्या जैसे ही बढ़ती है ठोस द्रव में परिवर्तित हो जाता है।
01. THE SOLID STATE (HM)
205091
हीरा उदाहरण है इसका
1 ठोस जिसमें हाइड्रोजन बन्ध हैं
2 आयनिक ठोस
3 सह संयोजक ठोस
4 काँच
Explanation:
\((c)\) हीरा एक संयोजी ठोस है जिसमें संघटक कण परमाणु होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205092
ठोस \(NaCl\)विद्युत का कुचालक है क्योंकि
1 ठोस \(NaCl\) में कोई आयन नहीं होता है
2 ठोस \(NaCl\)सहसंयोजक है
3 ठोस \(NaCl\) में आयनों की गति नहीं होती है
4 ठोस \(NaCl\) में कोई इलेक्ट्रॉन नहीं होता है
Explanation:
(c)ठोस विद्युत का कुचालक है क्योंकि आयन घूमने के लिये मुक्त नहीं होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205093
एक पदार्थ का एक से अधिक ठोस रूपांतरों में अस्तित्व रखना जाना जाता है अथवा कोई भी यौगिक जिसकी दो से अधिक क्रिस्टल संरचना होती हैं, कहलाता है
1 बहुरूपता
2 समरूपता
3 अपररूपता
4 प्रतिविम्बरूपता
Explanation:
\((a)\) किसी पदार्थ का एक या एक से अधिक क्रिस्टलीय रुप में अस्तित्व बहुरुपता कहलाता है।
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01. THE SOLID STATE (HM)
205090
एक क्रिस्टलीय ठोस
1 ठोस से द्रव में तेजी से परिवर्तित होता है जब उसे गर्म किया जाता है
2 कोई निश्चित गलनांक नहीं होता है
3 ज्यामिती में सरलता से डिफोर्मेशन होता है
4 अनियमित त्रिविमीय विन्यास होता है
Explanation:
\((a)\) क्रिस्टलीय ठोस में केवल \( 0\,K\) पर संघटक कणों की सही व्यवस्था होती है। जैसे ही ताप बढ़ता है तो आयन द्वारा जालक स्थान ना घेरने की स्थिति बढ़ती है। ताप के साथ त्रुटियों की संख्या जैसे ही बढ़ती है ठोस द्रव में परिवर्तित हो जाता है।
01. THE SOLID STATE (HM)
205091
हीरा उदाहरण है इसका
1 ठोस जिसमें हाइड्रोजन बन्ध हैं
2 आयनिक ठोस
3 सह संयोजक ठोस
4 काँच
Explanation:
\((c)\) हीरा एक संयोजी ठोस है जिसमें संघटक कण परमाणु होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205092
ठोस \(NaCl\)विद्युत का कुचालक है क्योंकि
1 ठोस \(NaCl\) में कोई आयन नहीं होता है
2 ठोस \(NaCl\)सहसंयोजक है
3 ठोस \(NaCl\) में आयनों की गति नहीं होती है
4 ठोस \(NaCl\) में कोई इलेक्ट्रॉन नहीं होता है
Explanation:
(c)ठोस विद्युत का कुचालक है क्योंकि आयन घूमने के लिये मुक्त नहीं होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205093
एक पदार्थ का एक से अधिक ठोस रूपांतरों में अस्तित्व रखना जाना जाता है अथवा कोई भी यौगिक जिसकी दो से अधिक क्रिस्टल संरचना होती हैं, कहलाता है
1 बहुरूपता
2 समरूपता
3 अपररूपता
4 प्रतिविम्बरूपता
Explanation:
\((a)\) किसी पदार्थ का एक या एक से अधिक क्रिस्टलीय रुप में अस्तित्व बहुरुपता कहलाता है।
1 ठोस से द्रव में तेजी से परिवर्तित होता है जब उसे गर्म किया जाता है
2 कोई निश्चित गलनांक नहीं होता है
3 ज्यामिती में सरलता से डिफोर्मेशन होता है
4 अनियमित त्रिविमीय विन्यास होता है
Explanation:
\((a)\) क्रिस्टलीय ठोस में केवल \( 0\,K\) पर संघटक कणों की सही व्यवस्था होती है। जैसे ही ताप बढ़ता है तो आयन द्वारा जालक स्थान ना घेरने की स्थिति बढ़ती है। ताप के साथ त्रुटियों की संख्या जैसे ही बढ़ती है ठोस द्रव में परिवर्तित हो जाता है।
01. THE SOLID STATE (HM)
205091
हीरा उदाहरण है इसका
1 ठोस जिसमें हाइड्रोजन बन्ध हैं
2 आयनिक ठोस
3 सह संयोजक ठोस
4 काँच
Explanation:
\((c)\) हीरा एक संयोजी ठोस है जिसमें संघटक कण परमाणु होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205092
ठोस \(NaCl\)विद्युत का कुचालक है क्योंकि
1 ठोस \(NaCl\) में कोई आयन नहीं होता है
2 ठोस \(NaCl\)सहसंयोजक है
3 ठोस \(NaCl\) में आयनों की गति नहीं होती है
4 ठोस \(NaCl\) में कोई इलेक्ट्रॉन नहीं होता है
Explanation:
(c)ठोस विद्युत का कुचालक है क्योंकि आयन घूमने के लिये मुक्त नहीं होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205093
एक पदार्थ का एक से अधिक ठोस रूपांतरों में अस्तित्व रखना जाना जाता है अथवा कोई भी यौगिक जिसकी दो से अधिक क्रिस्टल संरचना होती हैं, कहलाता है
1 बहुरूपता
2 समरूपता
3 अपररूपता
4 प्रतिविम्बरूपता
Explanation:
\((a)\) किसी पदार्थ का एक या एक से अधिक क्रिस्टलीय रुप में अस्तित्व बहुरुपता कहलाता है।
1 ठोस से द्रव में तेजी से परिवर्तित होता है जब उसे गर्म किया जाता है
2 कोई निश्चित गलनांक नहीं होता है
3 ज्यामिती में सरलता से डिफोर्मेशन होता है
4 अनियमित त्रिविमीय विन्यास होता है
Explanation:
\((a)\) क्रिस्टलीय ठोस में केवल \( 0\,K\) पर संघटक कणों की सही व्यवस्था होती है। जैसे ही ताप बढ़ता है तो आयन द्वारा जालक स्थान ना घेरने की स्थिति बढ़ती है। ताप के साथ त्रुटियों की संख्या जैसे ही बढ़ती है ठोस द्रव में परिवर्तित हो जाता है।
01. THE SOLID STATE (HM)
205091
हीरा उदाहरण है इसका
1 ठोस जिसमें हाइड्रोजन बन्ध हैं
2 आयनिक ठोस
3 सह संयोजक ठोस
4 काँच
Explanation:
\((c)\) हीरा एक संयोजी ठोस है जिसमें संघटक कण परमाणु होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205092
ठोस \(NaCl\)विद्युत का कुचालक है क्योंकि
1 ठोस \(NaCl\) में कोई आयन नहीं होता है
2 ठोस \(NaCl\)सहसंयोजक है
3 ठोस \(NaCl\) में आयनों की गति नहीं होती है
4 ठोस \(NaCl\) में कोई इलेक्ट्रॉन नहीं होता है
Explanation:
(c)ठोस विद्युत का कुचालक है क्योंकि आयन घूमने के लिये मुक्त नहीं होते हैं।
01. THE SOLID STATE (HM)
205093
एक पदार्थ का एक से अधिक ठोस रूपांतरों में अस्तित्व रखना जाना जाता है अथवा कोई भी यौगिक जिसकी दो से अधिक क्रिस्टल संरचना होती हैं, कहलाता है
1 बहुरूपता
2 समरूपता
3 अपररूपता
4 प्रतिविम्बरूपता
Explanation:
\((a)\) किसी पदार्थ का एक या एक से अधिक क्रिस्टलीय रुप में अस्तित्व बहुरुपता कहलाता है।