03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204115 किसी मीनार के शीर्ष से दो पत्थर जिनके द्रव्यमान \(1\) : \(2\) के अनुपात में हैं, प्रारंभिक वेग \(u\)से सीधी रेखा में क्रमश: ऊपर तथा नीचे की ओर फेंके जाते हैं। वायु प्रतिरोध को नगण्य माना जाए, तब

1 भारी पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
2 हल्का पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
3 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचेंगे
4 दिये गये विवरण से चाल का निर्धारण नहीं किया जा सकता
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204116 जब एक गेंद को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर \({V_o}\)वेग से फेंका जाता है, तब इसके द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई '\(h\)' है। अधिकतम ऊँचाई को तीन गुना करने के लिए गेंद को फेंकने का वेग होना चाहिए

1 \(\sqrt 3 {V_o}\)
2 \(3{V_o}\)
3 \(9{V_o}\)
4 \(3/2{V_o}\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204117 एक वस्तु घर्षण रहित नतसमतल पर फिसलना प्रारंभ करती है तथा एक अन्य वस्तु समान ऊँचाई से स्वतंत्रतापूर्वक गिरायी जाती है[

1 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
2 दोनों समान त्वरण से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
3 दोनों समान समय पर पहुँचती हैं
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204118 एक सरल रेखा में गतिशील कण आधी दूरी \(3\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है तथा शेष आधी दूरी दो समान समयांतरालों में क्रमश: \(4.5\) मी/सैकण्ड तथा \(7.5\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है। पूरी गति में कण की औसत चाल होगी . . . .मी/सैकण्ड

1 \(4\)
2 \(5\)
3 \(5.5\)
4 \(4.8\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204119 एक कण का त्वरण समय \(t\) के साथ रैखिक रुप से \(bt\) के अनुसार बढ़ रहा है। कण मूल बिन्दु से प्रारम्भिक वेग \({v_0}\) से चलता है। \(t\) समय में कण द्वारा तय की गई दूरी होगी

1 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^2}\)
2 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^3}\)
3 \({v_0}t + \frac{1}{6}b{t^3}\)
4 \({v_0}t + \frac{1}{2}b{t^2}\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204115 किसी मीनार के शीर्ष से दो पत्थर जिनके द्रव्यमान \(1\) : \(2\) के अनुपात में हैं, प्रारंभिक वेग \(u\)से सीधी रेखा में क्रमश: ऊपर तथा नीचे की ओर फेंके जाते हैं। वायु प्रतिरोध को नगण्य माना जाए, तब

1 भारी पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
2 हल्का पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
3 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचेंगे
4 दिये गये विवरण से चाल का निर्धारण नहीं किया जा सकता
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204116 जब एक गेंद को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर \({V_o}\)वेग से फेंका जाता है, तब इसके द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई '\(h\)' है। अधिकतम ऊँचाई को तीन गुना करने के लिए गेंद को फेंकने का वेग होना चाहिए

1 \(\sqrt 3 {V_o}\)
2 \(3{V_o}\)
3 \(9{V_o}\)
4 \(3/2{V_o}\)
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204117 एक वस्तु घर्षण रहित नतसमतल पर फिसलना प्रारंभ करती है तथा एक अन्य वस्तु समान ऊँचाई से स्वतंत्रतापूर्वक गिरायी जाती है[

1 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
2 दोनों समान त्वरण से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
3 दोनों समान समय पर पहुँचती हैं
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
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204118 एक सरल रेखा में गतिशील कण आधी दूरी \(3\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है तथा शेष आधी दूरी दो समान समयांतरालों में क्रमश: \(4.5\) मी/सैकण्ड तथा \(7.5\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है। पूरी गति में कण की औसत चाल होगी . . . .मी/सैकण्ड

1 \(4\)
2 \(5\)
3 \(5.5\)
4 \(4.8\)
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204119 एक कण का त्वरण समय \(t\) के साथ रैखिक रुप से \(bt\) के अनुसार बढ़ रहा है। कण मूल बिन्दु से प्रारम्भिक वेग \({v_0}\) से चलता है। \(t\) समय में कण द्वारा तय की गई दूरी होगी

1 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^2}\)
2 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^3}\)
3 \({v_0}t + \frac{1}{6}b{t^3}\)
4 \({v_0}t + \frac{1}{2}b{t^2}\)
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204115 किसी मीनार के शीर्ष से दो पत्थर जिनके द्रव्यमान \(1\) : \(2\) के अनुपात में हैं, प्रारंभिक वेग \(u\)से सीधी रेखा में क्रमश: ऊपर तथा नीचे की ओर फेंके जाते हैं। वायु प्रतिरोध को नगण्य माना जाए, तब

1 भारी पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
2 हल्का पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
3 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचेंगे
4 दिये गये विवरण से चाल का निर्धारण नहीं किया जा सकता
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204116 जब एक गेंद को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर \({V_o}\)वेग से फेंका जाता है, तब इसके द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई '\(h\)' है। अधिकतम ऊँचाई को तीन गुना करने के लिए गेंद को फेंकने का वेग होना चाहिए

1 \(\sqrt 3 {V_o}\)
2 \(3{V_o}\)
3 \(9{V_o}\)
4 \(3/2{V_o}\)
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204117 एक वस्तु घर्षण रहित नतसमतल पर फिसलना प्रारंभ करती है तथा एक अन्य वस्तु समान ऊँचाई से स्वतंत्रतापूर्वक गिरायी जाती है[

1 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
2 दोनों समान त्वरण से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
3 दोनों समान समय पर पहुँचती हैं
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
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204118 एक सरल रेखा में गतिशील कण आधी दूरी \(3\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है तथा शेष आधी दूरी दो समान समयांतरालों में क्रमश: \(4.5\) मी/सैकण्ड तथा \(7.5\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है। पूरी गति में कण की औसत चाल होगी . . . .मी/सैकण्ड

1 \(4\)
2 \(5\)
3 \(5.5\)
4 \(4.8\)
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204119 एक कण का त्वरण समय \(t\) के साथ रैखिक रुप से \(bt\) के अनुसार बढ़ रहा है। कण मूल बिन्दु से प्रारम्भिक वेग \({v_0}\) से चलता है। \(t\) समय में कण द्वारा तय की गई दूरी होगी

1 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^2}\)
2 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^3}\)
3 \({v_0}t + \frac{1}{6}b{t^3}\)
4 \({v_0}t + \frac{1}{2}b{t^2}\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204115 किसी मीनार के शीर्ष से दो पत्थर जिनके द्रव्यमान \(1\) : \(2\) के अनुपात में हैं, प्रारंभिक वेग \(u\)से सीधी रेखा में क्रमश: ऊपर तथा नीचे की ओर फेंके जाते हैं। वायु प्रतिरोध को नगण्य माना जाए, तब

1 भारी पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
2 हल्का पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
3 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचेंगे
4 दिये गये विवरण से चाल का निर्धारण नहीं किया जा सकता
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204116 जब एक गेंद को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर \({V_o}\)वेग से फेंका जाता है, तब इसके द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई '\(h\)' है। अधिकतम ऊँचाई को तीन गुना करने के लिए गेंद को फेंकने का वेग होना चाहिए

1 \(\sqrt 3 {V_o}\)
2 \(3{V_o}\)
3 \(9{V_o}\)
4 \(3/2{V_o}\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204117 एक वस्तु घर्षण रहित नतसमतल पर फिसलना प्रारंभ करती है तथा एक अन्य वस्तु समान ऊँचाई से स्वतंत्रतापूर्वक गिरायी जाती है[

1 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
2 दोनों समान त्वरण से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
3 दोनों समान समय पर पहुँचती हैं
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204118 एक सरल रेखा में गतिशील कण आधी दूरी \(3\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है तथा शेष आधी दूरी दो समान समयांतरालों में क्रमश: \(4.5\) मी/सैकण्ड तथा \(7.5\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है। पूरी गति में कण की औसत चाल होगी . . . .मी/सैकण्ड

1 \(4\)
2 \(5\)
3 \(5.5\)
4 \(4.8\)
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204119 एक कण का त्वरण समय \(t\) के साथ रैखिक रुप से \(bt\) के अनुसार बढ़ रहा है। कण मूल बिन्दु से प्रारम्भिक वेग \({v_0}\) से चलता है। \(t\) समय में कण द्वारा तय की गई दूरी होगी

1 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^2}\)
2 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^3}\)
3 \({v_0}t + \frac{1}{6}b{t^3}\)
4 \({v_0}t + \frac{1}{2}b{t^2}\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204115 किसी मीनार के शीर्ष से दो पत्थर जिनके द्रव्यमान \(1\) : \(2\) के अनुपात में हैं, प्रारंभिक वेग \(u\)से सीधी रेखा में क्रमश: ऊपर तथा नीचे की ओर फेंके जाते हैं। वायु प्रतिरोध को नगण्य माना जाए, तब

1 भारी पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
2 हल्का पत्थर अधिक चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचता है
3 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचेंगे
4 दिये गये विवरण से चाल का निर्धारण नहीं किया जा सकता
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204116 जब एक गेंद को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर \({V_o}\)वेग से फेंका जाता है, तब इसके द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई '\(h\)' है। अधिकतम ऊँचाई को तीन गुना करने के लिए गेंद को फेंकने का वेग होना चाहिए

1 \(\sqrt 3 {V_o}\)
2 \(3{V_o}\)
3 \(9{V_o}\)
4 \(3/2{V_o}\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204117 एक वस्तु घर्षण रहित नतसमतल पर फिसलना प्रारंभ करती है तथा एक अन्य वस्तु समान ऊँचाई से स्वतंत्रतापूर्वक गिरायी जाती है[

1 दोनों समान चाल से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
2 दोनों समान त्वरण से पृथ्वी तल पर पहुँचती हैं
3 दोनों समान समय पर पहुँचती हैं
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204118 एक सरल रेखा में गतिशील कण आधी दूरी \(3\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है तथा शेष आधी दूरी दो समान समयांतरालों में क्रमश: \(4.5\) मी/सैकण्ड तथा \(7.5\) मी/सैकण्ड की चाल से तय करता है। पूरी गति में कण की औसत चाल होगी . . . .मी/सैकण्ड

1 \(4\)
2 \(5\)
3 \(5.5\)
4 \(4.8\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)

204119 एक कण का त्वरण समय \(t\) के साथ रैखिक रुप से \(bt\) के अनुसार बढ़ रहा है। कण मूल बिन्दु से प्रारम्भिक वेग \({v_0}\) से चलता है। \(t\) समय में कण द्वारा तय की गई दूरी होगी

1 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^2}\)
2 \({v_0}t + \frac{1}{3}b{t^3}\)
3 \({v_0}t + \frac{1}{6}b{t^3}\)
4 \({v_0}t + \frac{1}{2}b{t^2}\)