202729
जब किसी बाह्य बल द्वारा किसी पिण्ड पर कार्य किया जाता है, तब
1 केवल उसकी गतिज ऊर्जा बढ़ती है
2 केवल स्थितिज ऊर्जा बढ़ती है
3 दोनों गतिज व स्थितिज ऊर्जायें बढ़ सकती हैं
4 स्थितिज ऊर्जा तथा गतिज ऊर्जा का योग अचर रहता है
Explanation:
(c) An external force can change the kinetic energy or potential energy of an object without doing work on the object$-$that is, without transferring energy to the object. Instead, the force is responsible for transfers of energy from one type to another inside the object.
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202730
\(m\) द्रव्यमान व \(l\) लम्बाई के एक सरल लोलक का गोलक क्षैतिज दिशा से छोड़ा जाता है। यह गोलक समान द्रव्यमान के पिण्ड, जो क्षैतिज चिकनी सतह पर रखा है, को प्रत्यास्थ टक्कर मारता है। पिण्ड की गतिज ऊर्जा होगी
1 \(2\, mgl\)
2 \(mgl/2\)
3 \(mgl\)
4 शून्य
Explanation:
बिन्दु \(A\) पर गोलक की स्थितिज ऊर्जा \(= mgl\) यही स्थितिज ऊर्जा, गतिज ऊर्जा में परिवर्तित होगी बिन्दु \(B\) पर गोलक की गतिज ऊर्जा \(= mgl\) अब चूँकि समान द्रव्यमान के गुटके तथा गोलक के बीच प्रत्यास्थ संघट्ट होता है, अत: संघट्ट के पश्चात् गोलक विरामावस्था में आ जाएगा तथा उसकी कुल गतिज ऊर्जा गुटके में संचरित हो जाएगी। अत: गुटके की गतिज ऊर्जा \(= mgl\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202731
\(125000\) पाउण्ड के एक स्थिर टैंक से \( 25\) पाउण्ड द्रव्यमान का एक छोटा गोला (Shell) \(1000\) फीट/सैकण्ड के वेग से दागा जाता है। टैंक निम्न वेग से .............. \(\mathrm{ft/sec}\) पीछे हटेगा
1 \(0.1\)
2 \(0.2\)
3 \(0.4\)
4 \(0.8 \)
Explanation:
संवेग संरक्षण के सिद्धान्त से, टैंक का संवेग = गोले का संवेग \(125000 × v \) टैंक \(= 25 × 1000 \) \(v\)टैंक \(= 0.2\, ft/sec.\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202732
\(12\) किग्रा का एक बम विस्फोट के पश्चात् \(4\) किग्रा व \(8\) किग्रा के दो भागों में विभक्त हो जाता हैं। \(8\) किग्रा के पिण्ड का वेग \(6 \) मी/सै है। दूसरे पिण्ड की गतिज ऊर्जा .......... \(\mathrm{J}\) होगी
1 \(48\)
2 \(32\)
3 \(24\)
4 \(288\)
Explanation:
चूँकि बम का प्रारंभिक संवेग शून्य है, अत: विस्फोट के पश्चात् दोनों भागों के संवेग आंकिक रूप से समान होने चाहिये। अत: \({m_A}{v_A} = {m_B}{v_B}\)Þ \(4 \times {v_A} = 8 \times 6\)Þ \({v_A} = 12\;m/s\) दूसरे द्रव्यमान \(A \) की गतिज ऊर्जा = \(\frac{1}{2}{m_A}v_A^2\) = \(\frac{1}{2} \times 4 \times {(12)^2}\) \(= 288\, J\)
202729
जब किसी बाह्य बल द्वारा किसी पिण्ड पर कार्य किया जाता है, तब
1 केवल उसकी गतिज ऊर्जा बढ़ती है
2 केवल स्थितिज ऊर्जा बढ़ती है
3 दोनों गतिज व स्थितिज ऊर्जायें बढ़ सकती हैं
4 स्थितिज ऊर्जा तथा गतिज ऊर्जा का योग अचर रहता है
Explanation:
(c) An external force can change the kinetic energy or potential energy of an object without doing work on the object$-$that is, without transferring energy to the object. Instead, the force is responsible for transfers of energy from one type to another inside the object.
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202730
\(m\) द्रव्यमान व \(l\) लम्बाई के एक सरल लोलक का गोलक क्षैतिज दिशा से छोड़ा जाता है। यह गोलक समान द्रव्यमान के पिण्ड, जो क्षैतिज चिकनी सतह पर रखा है, को प्रत्यास्थ टक्कर मारता है। पिण्ड की गतिज ऊर्जा होगी
1 \(2\, mgl\)
2 \(mgl/2\)
3 \(mgl\)
4 शून्य
Explanation:
बिन्दु \(A\) पर गोलक की स्थितिज ऊर्जा \(= mgl\) यही स्थितिज ऊर्जा, गतिज ऊर्जा में परिवर्तित होगी बिन्दु \(B\) पर गोलक की गतिज ऊर्जा \(= mgl\) अब चूँकि समान द्रव्यमान के गुटके तथा गोलक के बीच प्रत्यास्थ संघट्ट होता है, अत: संघट्ट के पश्चात् गोलक विरामावस्था में आ जाएगा तथा उसकी कुल गतिज ऊर्जा गुटके में संचरित हो जाएगी। अत: गुटके की गतिज ऊर्जा \(= mgl\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202731
\(125000\) पाउण्ड के एक स्थिर टैंक से \( 25\) पाउण्ड द्रव्यमान का एक छोटा गोला (Shell) \(1000\) फीट/सैकण्ड के वेग से दागा जाता है। टैंक निम्न वेग से .............. \(\mathrm{ft/sec}\) पीछे हटेगा
1 \(0.1\)
2 \(0.2\)
3 \(0.4\)
4 \(0.8 \)
Explanation:
संवेग संरक्षण के सिद्धान्त से, टैंक का संवेग = गोले का संवेग \(125000 × v \) टैंक \(= 25 × 1000 \) \(v\)टैंक \(= 0.2\, ft/sec.\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202732
\(12\) किग्रा का एक बम विस्फोट के पश्चात् \(4\) किग्रा व \(8\) किग्रा के दो भागों में विभक्त हो जाता हैं। \(8\) किग्रा के पिण्ड का वेग \(6 \) मी/सै है। दूसरे पिण्ड की गतिज ऊर्जा .......... \(\mathrm{J}\) होगी
1 \(48\)
2 \(32\)
3 \(24\)
4 \(288\)
Explanation:
चूँकि बम का प्रारंभिक संवेग शून्य है, अत: विस्फोट के पश्चात् दोनों भागों के संवेग आंकिक रूप से समान होने चाहिये। अत: \({m_A}{v_A} = {m_B}{v_B}\)Þ \(4 \times {v_A} = 8 \times 6\)Þ \({v_A} = 12\;m/s\) दूसरे द्रव्यमान \(A \) की गतिज ऊर्जा = \(\frac{1}{2}{m_A}v_A^2\) = \(\frac{1}{2} \times 4 \times {(12)^2}\) \(= 288\, J\)
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06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202729
जब किसी बाह्य बल द्वारा किसी पिण्ड पर कार्य किया जाता है, तब
1 केवल उसकी गतिज ऊर्जा बढ़ती है
2 केवल स्थितिज ऊर्जा बढ़ती है
3 दोनों गतिज व स्थितिज ऊर्जायें बढ़ सकती हैं
4 स्थितिज ऊर्जा तथा गतिज ऊर्जा का योग अचर रहता है
Explanation:
(c) An external force can change the kinetic energy or potential energy of an object without doing work on the object$-$that is, without transferring energy to the object. Instead, the force is responsible for transfers of energy from one type to another inside the object.
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202730
\(m\) द्रव्यमान व \(l\) लम्बाई के एक सरल लोलक का गोलक क्षैतिज दिशा से छोड़ा जाता है। यह गोलक समान द्रव्यमान के पिण्ड, जो क्षैतिज चिकनी सतह पर रखा है, को प्रत्यास्थ टक्कर मारता है। पिण्ड की गतिज ऊर्जा होगी
1 \(2\, mgl\)
2 \(mgl/2\)
3 \(mgl\)
4 शून्य
Explanation:
बिन्दु \(A\) पर गोलक की स्थितिज ऊर्जा \(= mgl\) यही स्थितिज ऊर्जा, गतिज ऊर्जा में परिवर्तित होगी बिन्दु \(B\) पर गोलक की गतिज ऊर्जा \(= mgl\) अब चूँकि समान द्रव्यमान के गुटके तथा गोलक के बीच प्रत्यास्थ संघट्ट होता है, अत: संघट्ट के पश्चात् गोलक विरामावस्था में आ जाएगा तथा उसकी कुल गतिज ऊर्जा गुटके में संचरित हो जाएगी। अत: गुटके की गतिज ऊर्जा \(= mgl\)
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\(125000\) पाउण्ड के एक स्थिर टैंक से \( 25\) पाउण्ड द्रव्यमान का एक छोटा गोला (Shell) \(1000\) फीट/सैकण्ड के वेग से दागा जाता है। टैंक निम्न वेग से .............. \(\mathrm{ft/sec}\) पीछे हटेगा
1 \(0.1\)
2 \(0.2\)
3 \(0.4\)
4 \(0.8 \)
Explanation:
संवेग संरक्षण के सिद्धान्त से, टैंक का संवेग = गोले का संवेग \(125000 × v \) टैंक \(= 25 × 1000 \) \(v\)टैंक \(= 0.2\, ft/sec.\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
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\(12\) किग्रा का एक बम विस्फोट के पश्चात् \(4\) किग्रा व \(8\) किग्रा के दो भागों में विभक्त हो जाता हैं। \(8\) किग्रा के पिण्ड का वेग \(6 \) मी/सै है। दूसरे पिण्ड की गतिज ऊर्जा .......... \(\mathrm{J}\) होगी
1 \(48\)
2 \(32\)
3 \(24\)
4 \(288\)
Explanation:
चूँकि बम का प्रारंभिक संवेग शून्य है, अत: विस्फोट के पश्चात् दोनों भागों के संवेग आंकिक रूप से समान होने चाहिये। अत: \({m_A}{v_A} = {m_B}{v_B}\)Þ \(4 \times {v_A} = 8 \times 6\)Þ \({v_A} = 12\;m/s\) दूसरे द्रव्यमान \(A \) की गतिज ऊर्जा = \(\frac{1}{2}{m_A}v_A^2\) = \(\frac{1}{2} \times 4 \times {(12)^2}\) \(= 288\, J\)
202729
जब किसी बाह्य बल द्वारा किसी पिण्ड पर कार्य किया जाता है, तब
1 केवल उसकी गतिज ऊर्जा बढ़ती है
2 केवल स्थितिज ऊर्जा बढ़ती है
3 दोनों गतिज व स्थितिज ऊर्जायें बढ़ सकती हैं
4 स्थितिज ऊर्जा तथा गतिज ऊर्जा का योग अचर रहता है
Explanation:
(c) An external force can change the kinetic energy or potential energy of an object without doing work on the object$-$that is, without transferring energy to the object. Instead, the force is responsible for transfers of energy from one type to another inside the object.
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202730
\(m\) द्रव्यमान व \(l\) लम्बाई के एक सरल लोलक का गोलक क्षैतिज दिशा से छोड़ा जाता है। यह गोलक समान द्रव्यमान के पिण्ड, जो क्षैतिज चिकनी सतह पर रखा है, को प्रत्यास्थ टक्कर मारता है। पिण्ड की गतिज ऊर्जा होगी
1 \(2\, mgl\)
2 \(mgl/2\)
3 \(mgl\)
4 शून्य
Explanation:
बिन्दु \(A\) पर गोलक की स्थितिज ऊर्जा \(= mgl\) यही स्थितिज ऊर्जा, गतिज ऊर्जा में परिवर्तित होगी बिन्दु \(B\) पर गोलक की गतिज ऊर्जा \(= mgl\) अब चूँकि समान द्रव्यमान के गुटके तथा गोलक के बीच प्रत्यास्थ संघट्ट होता है, अत: संघट्ट के पश्चात् गोलक विरामावस्था में आ जाएगा तथा उसकी कुल गतिज ऊर्जा गुटके में संचरित हो जाएगी। अत: गुटके की गतिज ऊर्जा \(= mgl\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202731
\(125000\) पाउण्ड के एक स्थिर टैंक से \( 25\) पाउण्ड द्रव्यमान का एक छोटा गोला (Shell) \(1000\) फीट/सैकण्ड के वेग से दागा जाता है। टैंक निम्न वेग से .............. \(\mathrm{ft/sec}\) पीछे हटेगा
1 \(0.1\)
2 \(0.2\)
3 \(0.4\)
4 \(0.8 \)
Explanation:
संवेग संरक्षण के सिद्धान्त से, टैंक का संवेग = गोले का संवेग \(125000 × v \) टैंक \(= 25 × 1000 \) \(v\)टैंक \(= 0.2\, ft/sec.\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202732
\(12\) किग्रा का एक बम विस्फोट के पश्चात् \(4\) किग्रा व \(8\) किग्रा के दो भागों में विभक्त हो जाता हैं। \(8\) किग्रा के पिण्ड का वेग \(6 \) मी/सै है। दूसरे पिण्ड की गतिज ऊर्जा .......... \(\mathrm{J}\) होगी
1 \(48\)
2 \(32\)
3 \(24\)
4 \(288\)
Explanation:
चूँकि बम का प्रारंभिक संवेग शून्य है, अत: विस्फोट के पश्चात् दोनों भागों के संवेग आंकिक रूप से समान होने चाहिये। अत: \({m_A}{v_A} = {m_B}{v_B}\)Þ \(4 \times {v_A} = 8 \times 6\)Þ \({v_A} = 12\;m/s\) दूसरे द्रव्यमान \(A \) की गतिज ऊर्जा = \(\frac{1}{2}{m_A}v_A^2\) = \(\frac{1}{2} \times 4 \times {(12)^2}\) \(= 288\, J\)