200698
एक ठोस गोला जिसका घनत्व जल के घनत्व से \( \eta ( > 1) \) गुना कम है। गोला, चित्रानुसार एक डोरी की सहायता से किसी पात्र के तली से संलग्न है। यदि गोले का द्रव्यमान \(m\) हो, तो डोरी में तनाव होगा
(d)स्प्रिंग में तनाव \(T = \) उत्प्लावन बल $ -$ गोले का भार \( = V\sigma g - V\rho g\)\( = V\eta \rho g - V\rho g\) \( = (\eta - 1)V\rho g\)= \((\eta - 1)mg\)
FLUID MECHANICS (HM)
200699
किसी खोखले गोले का आयतन \(V \) है। गोला जल में इस प्रकार तैर रहा है, कि इसका आधा आयतन जल में है। गोले में न्यूनतम कितना जल (आयतन में) भरा जाए कि यह डूब जाए
1 \(V/2\)
2 \(V/3\)
3 \(V/4\)
4 \(V\)
Explanation:
(a)जब वस्तु (गोला) आधी डूबी है, तो उत्प्लावन = गोले का भार ==> \(\frac{V}{2} \times {\rho _{nzo}} \times g = V \times \rho \times g\) \(\rho = \frac{{{\rho _{nzo}}}}{2}\) जब वस्तु (गोला) पूरी डूबी है, तो उत्प्लावन = गोले का भार $+$ गोले में भरे गये पानी का भार ==> \(V \times {\rho _{nzo}} \times g = V \times \rho \times g + V' \times {\rho _{nzo}} \times g\) ==> \(V \times {\rho _{nzo}} = \frac{{V \times {\rho _{nzo}}}}{2} + V' \times {\rho _{nzo}}\)==> \(V' = \frac{V}{2}\)
FLUID MECHANICS (HM)
200700
एक आयताकार पिण्ड का आकार \(5 cm × 5 cm × 10cm \) है। पिण्ड जल में इस प्रकार तैर रहा है कि \(5 cm\) भुजा ऊध्र्वाधर है। यदि इसे जल में इस प्रकार रखें कि \(10 cm\) भुजा ऊध्र्वाधर रहे, तो जल स्तर पर क्या प्रभाव पड़ेगा
1 कोई परिवर्तन नहीं होगा
2 जल स्तर उठ जाएगा
3 जल स्तर गिर जाएगा
4 यह पिण्ड के घनत्व पर निर्भर करेगा
Explanation:
(a)चूँकि हटाये गये पानी के द्रव्यमान में कोई परिवर्तन नहीं है अत: पानी का स्तर समान ही रहेगा।
200698
एक ठोस गोला जिसका घनत्व जल के घनत्व से \( \eta ( > 1) \) गुना कम है। गोला, चित्रानुसार एक डोरी की सहायता से किसी पात्र के तली से संलग्न है। यदि गोले का द्रव्यमान \(m\) हो, तो डोरी में तनाव होगा
(d)स्प्रिंग में तनाव \(T = \) उत्प्लावन बल $ -$ गोले का भार \( = V\sigma g - V\rho g\)\( = V\eta \rho g - V\rho g\) \( = (\eta - 1)V\rho g\)= \((\eta - 1)mg\)
FLUID MECHANICS (HM)
200699
किसी खोखले गोले का आयतन \(V \) है। गोला जल में इस प्रकार तैर रहा है, कि इसका आधा आयतन जल में है। गोले में न्यूनतम कितना जल (आयतन में) भरा जाए कि यह डूब जाए
1 \(V/2\)
2 \(V/3\)
3 \(V/4\)
4 \(V\)
Explanation:
(a)जब वस्तु (गोला) आधी डूबी है, तो उत्प्लावन = गोले का भार ==> \(\frac{V}{2} \times {\rho _{nzo}} \times g = V \times \rho \times g\) \(\rho = \frac{{{\rho _{nzo}}}}{2}\) जब वस्तु (गोला) पूरी डूबी है, तो उत्प्लावन = गोले का भार $+$ गोले में भरे गये पानी का भार ==> \(V \times {\rho _{nzo}} \times g = V \times \rho \times g + V' \times {\rho _{nzo}} \times g\) ==> \(V \times {\rho _{nzo}} = \frac{{V \times {\rho _{nzo}}}}{2} + V' \times {\rho _{nzo}}\)==> \(V' = \frac{V}{2}\)
FLUID MECHANICS (HM)
200700
एक आयताकार पिण्ड का आकार \(5 cm × 5 cm × 10cm \) है। पिण्ड जल में इस प्रकार तैर रहा है कि \(5 cm\) भुजा ऊध्र्वाधर है। यदि इसे जल में इस प्रकार रखें कि \(10 cm\) भुजा ऊध्र्वाधर रहे, तो जल स्तर पर क्या प्रभाव पड़ेगा
1 कोई परिवर्तन नहीं होगा
2 जल स्तर उठ जाएगा
3 जल स्तर गिर जाएगा
4 यह पिण्ड के घनत्व पर निर्भर करेगा
Explanation:
(a)चूँकि हटाये गये पानी के द्रव्यमान में कोई परिवर्तन नहीं है अत: पानी का स्तर समान ही रहेगा।
200698
एक ठोस गोला जिसका घनत्व जल के घनत्व से \( \eta ( > 1) \) गुना कम है। गोला, चित्रानुसार एक डोरी की सहायता से किसी पात्र के तली से संलग्न है। यदि गोले का द्रव्यमान \(m\) हो, तो डोरी में तनाव होगा
(d)स्प्रिंग में तनाव \(T = \) उत्प्लावन बल $ -$ गोले का भार \( = V\sigma g - V\rho g\)\( = V\eta \rho g - V\rho g\) \( = (\eta - 1)V\rho g\)= \((\eta - 1)mg\)
FLUID MECHANICS (HM)
200699
किसी खोखले गोले का आयतन \(V \) है। गोला जल में इस प्रकार तैर रहा है, कि इसका आधा आयतन जल में है। गोले में न्यूनतम कितना जल (आयतन में) भरा जाए कि यह डूब जाए
1 \(V/2\)
2 \(V/3\)
3 \(V/4\)
4 \(V\)
Explanation:
(a)जब वस्तु (गोला) आधी डूबी है, तो उत्प्लावन = गोले का भार ==> \(\frac{V}{2} \times {\rho _{nzo}} \times g = V \times \rho \times g\) \(\rho = \frac{{{\rho _{nzo}}}}{2}\) जब वस्तु (गोला) पूरी डूबी है, तो उत्प्लावन = गोले का भार $+$ गोले में भरे गये पानी का भार ==> \(V \times {\rho _{nzo}} \times g = V \times \rho \times g + V' \times {\rho _{nzo}} \times g\) ==> \(V \times {\rho _{nzo}} = \frac{{V \times {\rho _{nzo}}}}{2} + V' \times {\rho _{nzo}}\)==> \(V' = \frac{V}{2}\)
FLUID MECHANICS (HM)
200700
एक आयताकार पिण्ड का आकार \(5 cm × 5 cm × 10cm \) है। पिण्ड जल में इस प्रकार तैर रहा है कि \(5 cm\) भुजा ऊध्र्वाधर है। यदि इसे जल में इस प्रकार रखें कि \(10 cm\) भुजा ऊध्र्वाधर रहे, तो जल स्तर पर क्या प्रभाव पड़ेगा
1 कोई परिवर्तन नहीं होगा
2 जल स्तर उठ जाएगा
3 जल स्तर गिर जाएगा
4 यह पिण्ड के घनत्व पर निर्भर करेगा
Explanation:
(a)चूँकि हटाये गये पानी के द्रव्यमान में कोई परिवर्तन नहीं है अत: पानी का स्तर समान ही रहेगा।
200698
एक ठोस गोला जिसका घनत्व जल के घनत्व से \( \eta ( > 1) \) गुना कम है। गोला, चित्रानुसार एक डोरी की सहायता से किसी पात्र के तली से संलग्न है। यदि गोले का द्रव्यमान \(m\) हो, तो डोरी में तनाव होगा
(d)स्प्रिंग में तनाव \(T = \) उत्प्लावन बल $ -$ गोले का भार \( = V\sigma g - V\rho g\)\( = V\eta \rho g - V\rho g\) \( = (\eta - 1)V\rho g\)= \((\eta - 1)mg\)
FLUID MECHANICS (HM)
200699
किसी खोखले गोले का आयतन \(V \) है। गोला जल में इस प्रकार तैर रहा है, कि इसका आधा आयतन जल में है। गोले में न्यूनतम कितना जल (आयतन में) भरा जाए कि यह डूब जाए
1 \(V/2\)
2 \(V/3\)
3 \(V/4\)
4 \(V\)
Explanation:
(a)जब वस्तु (गोला) आधी डूबी है, तो उत्प्लावन = गोले का भार ==> \(\frac{V}{2} \times {\rho _{nzo}} \times g = V \times \rho \times g\) \(\rho = \frac{{{\rho _{nzo}}}}{2}\) जब वस्तु (गोला) पूरी डूबी है, तो उत्प्लावन = गोले का भार $+$ गोले में भरे गये पानी का भार ==> \(V \times {\rho _{nzo}} \times g = V \times \rho \times g + V' \times {\rho _{nzo}} \times g\) ==> \(V \times {\rho _{nzo}} = \frac{{V \times {\rho _{nzo}}}}{2} + V' \times {\rho _{nzo}}\)==> \(V' = \frac{V}{2}\)
FLUID MECHANICS (HM)
200700
एक आयताकार पिण्ड का आकार \(5 cm × 5 cm × 10cm \) है। पिण्ड जल में इस प्रकार तैर रहा है कि \(5 cm\) भुजा ऊध्र्वाधर है। यदि इसे जल में इस प्रकार रखें कि \(10 cm\) भुजा ऊध्र्वाधर रहे, तो जल स्तर पर क्या प्रभाव पड़ेगा
1 कोई परिवर्तन नहीं होगा
2 जल स्तर उठ जाएगा
3 जल स्तर गिर जाएगा
4 यह पिण्ड के घनत्व पर निर्भर करेगा
Explanation:
(a)चूँकि हटाये गये पानी के द्रव्यमान में कोई परिवर्तन नहीं है अत: पानी का स्तर समान ही रहेगा।