199853 एक आदर्श एक परमाणविक गैस के एक मोल निम्नलिखित चार उत्क्रमणीय प्रक्रियाओं से गुजरता है;चरण \(1\) - पहले रुद्रोष्म विधि से आयतन को \(8.0 \,0m ^3\) से \(1.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया ज्ञाता है ।चरण \(2\) - तद्पथात आयतन को \(T_1\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(10.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(3\) - तद्पध्धात आयतन को रुद्रोप्म विधि से \(80.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(4\) - तद्पश्थात आयतन को \(T_2\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(8.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया जाता है । तब \(T_1 / T_2\) है
199854 चित्र में दर्शाए अनुसार नियत उष्मा चालकता के पदार्थ से बनी एक पतली उष्मा चालक चादर जिसके सिरों (lalltice side) को उष्मारोधी बना दिया गया है, \(T_1\) और \(T_2\) ताप पर स्थित दो उष्मा भंडारों को जोड़ता है। यदि यह निकाय स्थायी अवस्था (steady state) में है तो इनमें से कौन सा आरेख एन्ट्रापी (entropy) परिवर्तन की दर को तापमानों के अनुपात, \(T_1 / T_2\) के सापेक्ष को सही निरूपित करता है?
199855 एक मोल किसी आदर्श गैस निम्न चार उत्क्रमणीय (reversible) प्रक्रियाओं से क्रमशः गुजरता है:प्रक्रिया \(1\): पहले गैस के आयतन को रुद्रोष्म संपीडन द्वारा आयतन \(V_l\) से \(1 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(2\): इसके बाद समतापीय रूप से विस्तारित करके उसका आयतन \(10 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(3\): फिर रुद्धोष्म विस्तारण द्वारा आयतन को \(V_3\) किया जाता है।प्रक्रिया \(4\): अंत में समतापीय संपीडन द्वारा आयतन को \(V_l\) कर दिया जाता है। यदि पूरे प्रक्रिया की दक्षता (efficiency) \(3 / 4\) हों तो \(V_1\) का ............. \(m ^3\) मान होगा ?
199853 एक आदर्श एक परमाणविक गैस के एक मोल निम्नलिखित चार उत्क्रमणीय प्रक्रियाओं से गुजरता है;चरण \(1\) - पहले रुद्रोष्म विधि से आयतन को \(8.0 \,0m ^3\) से \(1.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया ज्ञाता है ।चरण \(2\) - तद्पथात आयतन को \(T_1\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(10.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(3\) - तद्पध्धात आयतन को रुद्रोप्म विधि से \(80.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(4\) - तद्पश्थात आयतन को \(T_2\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(8.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया जाता है । तब \(T_1 / T_2\) है
199854 चित्र में दर्शाए अनुसार नियत उष्मा चालकता के पदार्थ से बनी एक पतली उष्मा चालक चादर जिसके सिरों (lalltice side) को उष्मारोधी बना दिया गया है, \(T_1\) और \(T_2\) ताप पर स्थित दो उष्मा भंडारों को जोड़ता है। यदि यह निकाय स्थायी अवस्था (steady state) में है तो इनमें से कौन सा आरेख एन्ट्रापी (entropy) परिवर्तन की दर को तापमानों के अनुपात, \(T_1 / T_2\) के सापेक्ष को सही निरूपित करता है?
199855 एक मोल किसी आदर्श गैस निम्न चार उत्क्रमणीय (reversible) प्रक्रियाओं से क्रमशः गुजरता है:प्रक्रिया \(1\): पहले गैस के आयतन को रुद्रोष्म संपीडन द्वारा आयतन \(V_l\) से \(1 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(2\): इसके बाद समतापीय रूप से विस्तारित करके उसका आयतन \(10 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(3\): फिर रुद्धोष्म विस्तारण द्वारा आयतन को \(V_3\) किया जाता है।प्रक्रिया \(4\): अंत में समतापीय संपीडन द्वारा आयतन को \(V_l\) कर दिया जाता है। यदि पूरे प्रक्रिया की दक्षता (efficiency) \(3 / 4\) हों तो \(V_1\) का ............. \(m ^3\) मान होगा ?
199853 एक आदर्श एक परमाणविक गैस के एक मोल निम्नलिखित चार उत्क्रमणीय प्रक्रियाओं से गुजरता है;चरण \(1\) - पहले रुद्रोष्म विधि से आयतन को \(8.0 \,0m ^3\) से \(1.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया ज्ञाता है ।चरण \(2\) - तद्पथात आयतन को \(T_1\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(10.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(3\) - तद्पध्धात आयतन को रुद्रोप्म विधि से \(80.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(4\) - तद्पश्थात आयतन को \(T_2\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(8.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया जाता है । तब \(T_1 / T_2\) है
199854 चित्र में दर्शाए अनुसार नियत उष्मा चालकता के पदार्थ से बनी एक पतली उष्मा चालक चादर जिसके सिरों (lalltice side) को उष्मारोधी बना दिया गया है, \(T_1\) और \(T_2\) ताप पर स्थित दो उष्मा भंडारों को जोड़ता है। यदि यह निकाय स्थायी अवस्था (steady state) में है तो इनमें से कौन सा आरेख एन्ट्रापी (entropy) परिवर्तन की दर को तापमानों के अनुपात, \(T_1 / T_2\) के सापेक्ष को सही निरूपित करता है?
199855 एक मोल किसी आदर्श गैस निम्न चार उत्क्रमणीय (reversible) प्रक्रियाओं से क्रमशः गुजरता है:प्रक्रिया \(1\): पहले गैस के आयतन को रुद्रोष्म संपीडन द्वारा आयतन \(V_l\) से \(1 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(2\): इसके बाद समतापीय रूप से विस्तारित करके उसका आयतन \(10 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(3\): फिर रुद्धोष्म विस्तारण द्वारा आयतन को \(V_3\) किया जाता है।प्रक्रिया \(4\): अंत में समतापीय संपीडन द्वारा आयतन को \(V_l\) कर दिया जाता है। यदि पूरे प्रक्रिया की दक्षता (efficiency) \(3 / 4\) हों तो \(V_1\) का ............. \(m ^3\) मान होगा ?
199853 एक आदर्श एक परमाणविक गैस के एक मोल निम्नलिखित चार उत्क्रमणीय प्रक्रियाओं से गुजरता है;चरण \(1\) - पहले रुद्रोष्म विधि से आयतन को \(8.0 \,0m ^3\) से \(1.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया ज्ञाता है ।चरण \(2\) - तद्पथात आयतन को \(T_1\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(10.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(3\) - तद्पध्धात आयतन को रुद्रोप्म विधि से \(80.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(4\) - तद्पश्थात आयतन को \(T_2\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(8.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया जाता है । तब \(T_1 / T_2\) है
199854 चित्र में दर्शाए अनुसार नियत उष्मा चालकता के पदार्थ से बनी एक पतली उष्मा चालक चादर जिसके सिरों (lalltice side) को उष्मारोधी बना दिया गया है, \(T_1\) और \(T_2\) ताप पर स्थित दो उष्मा भंडारों को जोड़ता है। यदि यह निकाय स्थायी अवस्था (steady state) में है तो इनमें से कौन सा आरेख एन्ट्रापी (entropy) परिवर्तन की दर को तापमानों के अनुपात, \(T_1 / T_2\) के सापेक्ष को सही निरूपित करता है?
199855 एक मोल किसी आदर्श गैस निम्न चार उत्क्रमणीय (reversible) प्रक्रियाओं से क्रमशः गुजरता है:प्रक्रिया \(1\): पहले गैस के आयतन को रुद्रोष्म संपीडन द्वारा आयतन \(V_l\) से \(1 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(2\): इसके बाद समतापीय रूप से विस्तारित करके उसका आयतन \(10 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(3\): फिर रुद्धोष्म विस्तारण द्वारा आयतन को \(V_3\) किया जाता है।प्रक्रिया \(4\): अंत में समतापीय संपीडन द्वारा आयतन को \(V_l\) कर दिया जाता है। यदि पूरे प्रक्रिया की दक्षता (efficiency) \(3 / 4\) हों तो \(V_1\) का ............. \(m ^3\) मान होगा ?
199853 एक आदर्श एक परमाणविक गैस के एक मोल निम्नलिखित चार उत्क्रमणीय प्रक्रियाओं से गुजरता है;चरण \(1\) - पहले रुद्रोष्म विधि से आयतन को \(8.0 \,0m ^3\) से \(1.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया ज्ञाता है ।चरण \(2\) - तद्पथात आयतन को \(T_1\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(10.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(3\) - तद्पध्धात आयतन को रुद्रोप्म विधि से \(80.0 \,m ^3\) तक विस्तारित किया जाता है ।चरण \(4\) - तद्पश्थात आयतन को \(T_2\) तापमान पर समतापीय तरीके से \(8.0 \,m ^3\) तक संपीडित किया जाता है । तब \(T_1 / T_2\) है
199854 चित्र में दर्शाए अनुसार नियत उष्मा चालकता के पदार्थ से बनी एक पतली उष्मा चालक चादर जिसके सिरों (lalltice side) को उष्मारोधी बना दिया गया है, \(T_1\) और \(T_2\) ताप पर स्थित दो उष्मा भंडारों को जोड़ता है। यदि यह निकाय स्थायी अवस्था (steady state) में है तो इनमें से कौन सा आरेख एन्ट्रापी (entropy) परिवर्तन की दर को तापमानों के अनुपात, \(T_1 / T_2\) के सापेक्ष को सही निरूपित करता है?
199855 एक मोल किसी आदर्श गैस निम्न चार उत्क्रमणीय (reversible) प्रक्रियाओं से क्रमशः गुजरता है:प्रक्रिया \(1\): पहले गैस के आयतन को रुद्रोष्म संपीडन द्वारा आयतन \(V_l\) से \(1 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(2\): इसके बाद समतापीय रूप से विस्तारित करके उसका आयतन \(10 \,m ^3\) कर दिया जाता है।प्रक्रिया \(3\): फिर रुद्धोष्म विस्तारण द्वारा आयतन को \(V_3\) किया जाता है।प्रक्रिया \(4\): अंत में समतापीय संपीडन द्वारा आयतन को \(V_l\) कर दिया जाता है। यदि पूरे प्रक्रिया की दक्षता (efficiency) \(3 / 4\) हों तो \(V_1\) का ............. \(m ^3\) मान होगा ?