NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD
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12. THERMODYNAMICS (HM)
199735
किसी बेलन में भरी वायु को पिस्टन द्वारा अचानक संपीडित किया जाता है तथा पिस्टन को उसी स्थिति में रखा रहने दिया जाता है, तो समय के साथ
1 दाब घटता जायेगा
2 दाब बढ़ता जायेगा
3 दाब अपरिवर्तित रहेगा
4 दाब बढ़ अथवा घट सकता है, यह गैस की प्रकृति पर निर्भर करता है
Explanation:
संपीड़न के कारण निकाय का ताप बहुत उच्च हो जाता है। इस कारण ऊष्मा निकाय से परिवेश की ओर प्रवाहित होने लगती है। इस प्रकार ताप घटता है। ताप घटने के परिणाम स्वरूप दाब घटता है
12. THERMODYNAMICS (HM)
199736
जब गैस का रुद्धोष्म प्रसार होता है
1 प्रसार के लिए कोई ऊर्जा नहीं लगती है
2 ऊर्जा की आवश्यकता रहती है, और यह ऊर्जा पात्र की दीवारों द्वारा प्राप्त होती है
3 गैस की आन्तरिक ऊर्जा का उपयोग कार्य के लिए होता है
4 ऊर्जा के संरक्षण के सिद्धांत का पालन नहीं होता है
Explanation:
\(\Delta Q = \Delta U + \Delta W = 0\) Þ \(\Delta W = - \Delta U\) अर्थात् \(\Delta W\) धनात्मक है, अर्थात् गैस कार्य करती है, तब \(\Delta U\) ऋणात्मक होना चाहिए। इसका मतलब आन्तरिक ऊर्जा का उपयोग कार्य करने में होता है।
12. THERMODYNAMICS (HM)
199737
द्विपरमाणुक गैस के \(1\) मोल को \((\gamma = 1.4)\) रुद्धोष्म रूप से संपीड़ित किया जाता है, जिससे इसका ताप \(27°C\) से बढ़कर \(127°C\) हो जाता है तो सम्पन्न कार्य होगा
199735
किसी बेलन में भरी वायु को पिस्टन द्वारा अचानक संपीडित किया जाता है तथा पिस्टन को उसी स्थिति में रखा रहने दिया जाता है, तो समय के साथ
1 दाब घटता जायेगा
2 दाब बढ़ता जायेगा
3 दाब अपरिवर्तित रहेगा
4 दाब बढ़ अथवा घट सकता है, यह गैस की प्रकृति पर निर्भर करता है
Explanation:
संपीड़न के कारण निकाय का ताप बहुत उच्च हो जाता है। इस कारण ऊष्मा निकाय से परिवेश की ओर प्रवाहित होने लगती है। इस प्रकार ताप घटता है। ताप घटने के परिणाम स्वरूप दाब घटता है
12. THERMODYNAMICS (HM)
199736
जब गैस का रुद्धोष्म प्रसार होता है
1 प्रसार के लिए कोई ऊर्जा नहीं लगती है
2 ऊर्जा की आवश्यकता रहती है, और यह ऊर्जा पात्र की दीवारों द्वारा प्राप्त होती है
3 गैस की आन्तरिक ऊर्जा का उपयोग कार्य के लिए होता है
4 ऊर्जा के संरक्षण के सिद्धांत का पालन नहीं होता है
Explanation:
\(\Delta Q = \Delta U + \Delta W = 0\) Þ \(\Delta W = - \Delta U\) अर्थात् \(\Delta W\) धनात्मक है, अर्थात् गैस कार्य करती है, तब \(\Delta U\) ऋणात्मक होना चाहिए। इसका मतलब आन्तरिक ऊर्जा का उपयोग कार्य करने में होता है।
12. THERMODYNAMICS (HM)
199737
द्विपरमाणुक गैस के \(1\) मोल को \((\gamma = 1.4)\) रुद्धोष्म रूप से संपीड़ित किया जाता है, जिससे इसका ताप \(27°C\) से बढ़कर \(127°C\) हो जाता है तो सम्पन्न कार्य होगा
199735
किसी बेलन में भरी वायु को पिस्टन द्वारा अचानक संपीडित किया जाता है तथा पिस्टन को उसी स्थिति में रखा रहने दिया जाता है, तो समय के साथ
1 दाब घटता जायेगा
2 दाब बढ़ता जायेगा
3 दाब अपरिवर्तित रहेगा
4 दाब बढ़ अथवा घट सकता है, यह गैस की प्रकृति पर निर्भर करता है
Explanation:
संपीड़न के कारण निकाय का ताप बहुत उच्च हो जाता है। इस कारण ऊष्मा निकाय से परिवेश की ओर प्रवाहित होने लगती है। इस प्रकार ताप घटता है। ताप घटने के परिणाम स्वरूप दाब घटता है
12. THERMODYNAMICS (HM)
199736
जब गैस का रुद्धोष्म प्रसार होता है
1 प्रसार के लिए कोई ऊर्जा नहीं लगती है
2 ऊर्जा की आवश्यकता रहती है, और यह ऊर्जा पात्र की दीवारों द्वारा प्राप्त होती है
3 गैस की आन्तरिक ऊर्जा का उपयोग कार्य के लिए होता है
4 ऊर्जा के संरक्षण के सिद्धांत का पालन नहीं होता है
Explanation:
\(\Delta Q = \Delta U + \Delta W = 0\) Þ \(\Delta W = - \Delta U\) अर्थात् \(\Delta W\) धनात्मक है, अर्थात् गैस कार्य करती है, तब \(\Delta U\) ऋणात्मक होना चाहिए। इसका मतलब आन्तरिक ऊर्जा का उपयोग कार्य करने में होता है।
12. THERMODYNAMICS (HM)
199737
द्विपरमाणुक गैस के \(1\) मोल को \((\gamma = 1.4)\) रुद्धोष्म रूप से संपीड़ित किया जाता है, जिससे इसका ताप \(27°C\) से बढ़कर \(127°C\) हो जाता है तो सम्पन्न कार्य होगा
199735
किसी बेलन में भरी वायु को पिस्टन द्वारा अचानक संपीडित किया जाता है तथा पिस्टन को उसी स्थिति में रखा रहने दिया जाता है, तो समय के साथ
1 दाब घटता जायेगा
2 दाब बढ़ता जायेगा
3 दाब अपरिवर्तित रहेगा
4 दाब बढ़ अथवा घट सकता है, यह गैस की प्रकृति पर निर्भर करता है
Explanation:
संपीड़न के कारण निकाय का ताप बहुत उच्च हो जाता है। इस कारण ऊष्मा निकाय से परिवेश की ओर प्रवाहित होने लगती है। इस प्रकार ताप घटता है। ताप घटने के परिणाम स्वरूप दाब घटता है
12. THERMODYNAMICS (HM)
199736
जब गैस का रुद्धोष्म प्रसार होता है
1 प्रसार के लिए कोई ऊर्जा नहीं लगती है
2 ऊर्जा की आवश्यकता रहती है, और यह ऊर्जा पात्र की दीवारों द्वारा प्राप्त होती है
3 गैस की आन्तरिक ऊर्जा का उपयोग कार्य के लिए होता है
4 ऊर्जा के संरक्षण के सिद्धांत का पालन नहीं होता है
Explanation:
\(\Delta Q = \Delta U + \Delta W = 0\) Þ \(\Delta W = - \Delta U\) अर्थात् \(\Delta W\) धनात्मक है, अर्थात् गैस कार्य करती है, तब \(\Delta U\) ऋणात्मक होना चाहिए। इसका मतलब आन्तरिक ऊर्जा का उपयोग कार्य करने में होता है।
12. THERMODYNAMICS (HM)
199737
द्विपरमाणुक गैस के \(1\) मोल को \((\gamma = 1.4)\) रुद्धोष्म रूप से संपीड़ित किया जाता है, जिससे इसका ताप \(27°C\) से बढ़कर \(127°C\) हो जाता है तो सम्पन्न कार्य होगा