198527
एक सैकण्ड लोलक रॉकेट में रखा हुआ है। इसके दोलनों का आवर्तकाल घटता जायेगा यदि रॉकेट
1 एकसमान त्वरण से नीचे आ रहा है
2 पृथ्वी के चारों ओर भूस्थायी कक्षा में घूमता है
3 एकसमान वेग से ऊपर की ओर गतिशील है
4 एकसमान त्वरण से ऊपर जा रहा है
Explanation:
\(T = 2\pi \sqrt {\frac{l}{g}} \) यदि \(g\) का मान बढ़ेगा तब \(T\) का मान घटेगा अत:, जब रॉकेट एकसमान त्वरण से ऊपर की ओर गति करता है, तब यह स्थिति संभव है।
14. OSCILLATIONS (HM)
198528
एक सरल लोलक को लिफ्ट की छत से लटकाया गया है। जब लिफ्ट स्थिर है, तब लोलक का आवर्तकाल \(T\) है। यदि परिणामी त्वरण \(g/4,\) हो जाए, तब लोलक का नया आवर्तकाल होगा
1 \(0.8 \,T\)
2 \(0.25 \,T\)
3 \(2\, T\)
4 \(4 \,T\)
Explanation:
जब लिफ्ट विराम में है, \(T = 2\pi \sqrt {l/g} \) यदि त्वरण का मान \(g/4\) हो जाता है, तब \(T' = 2\pi \sqrt {\frac{l}{{g/4}}} = 2\pi \sqrt {\frac{{4l}}{g}} = 2 \times T\)
14. OSCILLATIONS (HM)
198529
एक कण, जो कि \(x-\) अक्ष के अनुदिश गति करने के लिये स्वतंत्र है, की स्थितिज ऊर्जा निम्न समीकरण से दी जाती है, \(U(x) = k[1 - \exp {( - x)^2}]\) जहाँ \( - \infty \le x \le + \infty \) तथा \( k \) उपयुक्त विमा का धनात्मक स्थिरांक है। तब
1 मूल बिन्दु से दूरस्थ बिन्दु पर कण अस्थायी संतुलन में होगा
2 \(x \) के किसी भी परिमित अशून्य मान के लिये, मूल बिन्दु से दूर की दिशा में एक बल है
3 यदि कण की कुल यांत्रिक ऊर्जा \(k/2\) है, तब इसकी गतिज ऊर्जा मूल बिन्दु पर न्यूनतम है
4 \(x = 0 \) पर छोटे विस्थापनों के लिये गति सरल आवर्त गति है
Explanation:
कण की गतिज ऊर्जा \(U = k(1 - {e^{ - {x^2}}})\) कण पर कार्यरत् बल \(F = \frac{{ - dU}}{{dx}} = - k[ - {e^{ - {x^2}}} \times ( - 2x)]\) \(F\)\( = \, - 2kx{e^{ - {x^2}}}\)\( = - 2kx\left[ {1 - {x^2} + \frac{{{x^4}}}{{2\,!}} - ......} \right]\) कम विस्थापन के लिए \(F = - 2kx\) $⇒$ \(F(x) \propto - x\) अर्थात् गति सरल आवर्त गति होगी।
14. OSCILLATIONS (HM)
198530
\(m\) द्रव्यमान का कण एक बल \(F\) के प्रभाव में है। यह बल \(F = - kx + {F_0}\) द्वारा दिया जाता है। यहाँ \(x\) विस्थापन जबकि \(k\) तथा \({F_0}\) नियतांक हैं। कण को साम्यावस्था से विस्थापित करने पर यह कम्पन करेगा
1 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
2 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
3 \(x = {F_0}/k\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
4 \(x = {F_0}{\rm{/}}k\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
Explanation:
माध्य स्थिति में प्रत्यानन बल का मान शून्य होता है \(F = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(0 = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) अर्थात् कण \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) के सापेक्ष दोलन करेगा।
14. OSCILLATIONS (HM)
198533
सरल आवर्त गति करने वाले एक कण का आयाम व आवर्तकाल क्रमश: \(5\) सेमी व \(6\) सैकण्ड हैं। माध्य स्थिति से \(2.5\) सेमी की दूरी पर इस कण की कला होगी
1 \(5\pi /12\)
2 \(\pi /4\)
3 \(\pi /3\)
4 \(\pi /6\)
Explanation:
गति का समीकरण \(y = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(y = 2.5\,cm\) पर \(2.5 = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(\frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\) एवं कला \( = \frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\).
198527
एक सैकण्ड लोलक रॉकेट में रखा हुआ है। इसके दोलनों का आवर्तकाल घटता जायेगा यदि रॉकेट
1 एकसमान त्वरण से नीचे आ रहा है
2 पृथ्वी के चारों ओर भूस्थायी कक्षा में घूमता है
3 एकसमान वेग से ऊपर की ओर गतिशील है
4 एकसमान त्वरण से ऊपर जा रहा है
Explanation:
\(T = 2\pi \sqrt {\frac{l}{g}} \) यदि \(g\) का मान बढ़ेगा तब \(T\) का मान घटेगा अत:, जब रॉकेट एकसमान त्वरण से ऊपर की ओर गति करता है, तब यह स्थिति संभव है।
14. OSCILLATIONS (HM)
198528
एक सरल लोलक को लिफ्ट की छत से लटकाया गया है। जब लिफ्ट स्थिर है, तब लोलक का आवर्तकाल \(T\) है। यदि परिणामी त्वरण \(g/4,\) हो जाए, तब लोलक का नया आवर्तकाल होगा
1 \(0.8 \,T\)
2 \(0.25 \,T\)
3 \(2\, T\)
4 \(4 \,T\)
Explanation:
जब लिफ्ट विराम में है, \(T = 2\pi \sqrt {l/g} \) यदि त्वरण का मान \(g/4\) हो जाता है, तब \(T' = 2\pi \sqrt {\frac{l}{{g/4}}} = 2\pi \sqrt {\frac{{4l}}{g}} = 2 \times T\)
14. OSCILLATIONS (HM)
198529
एक कण, जो कि \(x-\) अक्ष के अनुदिश गति करने के लिये स्वतंत्र है, की स्थितिज ऊर्जा निम्न समीकरण से दी जाती है, \(U(x) = k[1 - \exp {( - x)^2}]\) जहाँ \( - \infty \le x \le + \infty \) तथा \( k \) उपयुक्त विमा का धनात्मक स्थिरांक है। तब
1 मूल बिन्दु से दूरस्थ बिन्दु पर कण अस्थायी संतुलन में होगा
2 \(x \) के किसी भी परिमित अशून्य मान के लिये, मूल बिन्दु से दूर की दिशा में एक बल है
3 यदि कण की कुल यांत्रिक ऊर्जा \(k/2\) है, तब इसकी गतिज ऊर्जा मूल बिन्दु पर न्यूनतम है
4 \(x = 0 \) पर छोटे विस्थापनों के लिये गति सरल आवर्त गति है
Explanation:
कण की गतिज ऊर्जा \(U = k(1 - {e^{ - {x^2}}})\) कण पर कार्यरत् बल \(F = \frac{{ - dU}}{{dx}} = - k[ - {e^{ - {x^2}}} \times ( - 2x)]\) \(F\)\( = \, - 2kx{e^{ - {x^2}}}\)\( = - 2kx\left[ {1 - {x^2} + \frac{{{x^4}}}{{2\,!}} - ......} \right]\) कम विस्थापन के लिए \(F = - 2kx\) $⇒$ \(F(x) \propto - x\) अर्थात् गति सरल आवर्त गति होगी।
14. OSCILLATIONS (HM)
198530
\(m\) द्रव्यमान का कण एक बल \(F\) के प्रभाव में है। यह बल \(F = - kx + {F_0}\) द्वारा दिया जाता है। यहाँ \(x\) विस्थापन जबकि \(k\) तथा \({F_0}\) नियतांक हैं। कण को साम्यावस्था से विस्थापित करने पर यह कम्पन करेगा
1 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
2 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
3 \(x = {F_0}/k\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
4 \(x = {F_0}{\rm{/}}k\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
Explanation:
माध्य स्थिति में प्रत्यानन बल का मान शून्य होता है \(F = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(0 = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) अर्थात् कण \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) के सापेक्ष दोलन करेगा।
14. OSCILLATIONS (HM)
198533
सरल आवर्त गति करने वाले एक कण का आयाम व आवर्तकाल क्रमश: \(5\) सेमी व \(6\) सैकण्ड हैं। माध्य स्थिति से \(2.5\) सेमी की दूरी पर इस कण की कला होगी
1 \(5\pi /12\)
2 \(\pi /4\)
3 \(\pi /3\)
4 \(\pi /6\)
Explanation:
गति का समीकरण \(y = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(y = 2.5\,cm\) पर \(2.5 = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(\frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\) एवं कला \( = \frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\).
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14. OSCILLATIONS (HM)
198527
एक सैकण्ड लोलक रॉकेट में रखा हुआ है। इसके दोलनों का आवर्तकाल घटता जायेगा यदि रॉकेट
1 एकसमान त्वरण से नीचे आ रहा है
2 पृथ्वी के चारों ओर भूस्थायी कक्षा में घूमता है
3 एकसमान वेग से ऊपर की ओर गतिशील है
4 एकसमान त्वरण से ऊपर जा रहा है
Explanation:
\(T = 2\pi \sqrt {\frac{l}{g}} \) यदि \(g\) का मान बढ़ेगा तब \(T\) का मान घटेगा अत:, जब रॉकेट एकसमान त्वरण से ऊपर की ओर गति करता है, तब यह स्थिति संभव है।
14. OSCILLATIONS (HM)
198528
एक सरल लोलक को लिफ्ट की छत से लटकाया गया है। जब लिफ्ट स्थिर है, तब लोलक का आवर्तकाल \(T\) है। यदि परिणामी त्वरण \(g/4,\) हो जाए, तब लोलक का नया आवर्तकाल होगा
1 \(0.8 \,T\)
2 \(0.25 \,T\)
3 \(2\, T\)
4 \(4 \,T\)
Explanation:
जब लिफ्ट विराम में है, \(T = 2\pi \sqrt {l/g} \) यदि त्वरण का मान \(g/4\) हो जाता है, तब \(T' = 2\pi \sqrt {\frac{l}{{g/4}}} = 2\pi \sqrt {\frac{{4l}}{g}} = 2 \times T\)
14. OSCILLATIONS (HM)
198529
एक कण, जो कि \(x-\) अक्ष के अनुदिश गति करने के लिये स्वतंत्र है, की स्थितिज ऊर्जा निम्न समीकरण से दी जाती है, \(U(x) = k[1 - \exp {( - x)^2}]\) जहाँ \( - \infty \le x \le + \infty \) तथा \( k \) उपयुक्त विमा का धनात्मक स्थिरांक है। तब
1 मूल बिन्दु से दूरस्थ बिन्दु पर कण अस्थायी संतुलन में होगा
2 \(x \) के किसी भी परिमित अशून्य मान के लिये, मूल बिन्दु से दूर की दिशा में एक बल है
3 यदि कण की कुल यांत्रिक ऊर्जा \(k/2\) है, तब इसकी गतिज ऊर्जा मूल बिन्दु पर न्यूनतम है
4 \(x = 0 \) पर छोटे विस्थापनों के लिये गति सरल आवर्त गति है
Explanation:
कण की गतिज ऊर्जा \(U = k(1 - {e^{ - {x^2}}})\) कण पर कार्यरत् बल \(F = \frac{{ - dU}}{{dx}} = - k[ - {e^{ - {x^2}}} \times ( - 2x)]\) \(F\)\( = \, - 2kx{e^{ - {x^2}}}\)\( = - 2kx\left[ {1 - {x^2} + \frac{{{x^4}}}{{2\,!}} - ......} \right]\) कम विस्थापन के लिए \(F = - 2kx\) $⇒$ \(F(x) \propto - x\) अर्थात् गति सरल आवर्त गति होगी।
14. OSCILLATIONS (HM)
198530
\(m\) द्रव्यमान का कण एक बल \(F\) के प्रभाव में है। यह बल \(F = - kx + {F_0}\) द्वारा दिया जाता है। यहाँ \(x\) विस्थापन जबकि \(k\) तथा \({F_0}\) नियतांक हैं। कण को साम्यावस्था से विस्थापित करने पर यह कम्पन करेगा
1 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
2 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
3 \(x = {F_0}/k\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
4 \(x = {F_0}{\rm{/}}k\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
Explanation:
माध्य स्थिति में प्रत्यानन बल का मान शून्य होता है \(F = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(0 = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) अर्थात् कण \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) के सापेक्ष दोलन करेगा।
14. OSCILLATIONS (HM)
198533
सरल आवर्त गति करने वाले एक कण का आयाम व आवर्तकाल क्रमश: \(5\) सेमी व \(6\) सैकण्ड हैं। माध्य स्थिति से \(2.5\) सेमी की दूरी पर इस कण की कला होगी
1 \(5\pi /12\)
2 \(\pi /4\)
3 \(\pi /3\)
4 \(\pi /6\)
Explanation:
गति का समीकरण \(y = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(y = 2.5\,cm\) पर \(2.5 = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(\frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\) एवं कला \( = \frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\).
198527
एक सैकण्ड लोलक रॉकेट में रखा हुआ है। इसके दोलनों का आवर्तकाल घटता जायेगा यदि रॉकेट
1 एकसमान त्वरण से नीचे आ रहा है
2 पृथ्वी के चारों ओर भूस्थायी कक्षा में घूमता है
3 एकसमान वेग से ऊपर की ओर गतिशील है
4 एकसमान त्वरण से ऊपर जा रहा है
Explanation:
\(T = 2\pi \sqrt {\frac{l}{g}} \) यदि \(g\) का मान बढ़ेगा तब \(T\) का मान घटेगा अत:, जब रॉकेट एकसमान त्वरण से ऊपर की ओर गति करता है, तब यह स्थिति संभव है।
14. OSCILLATIONS (HM)
198528
एक सरल लोलक को लिफ्ट की छत से लटकाया गया है। जब लिफ्ट स्थिर है, तब लोलक का आवर्तकाल \(T\) है। यदि परिणामी त्वरण \(g/4,\) हो जाए, तब लोलक का नया आवर्तकाल होगा
1 \(0.8 \,T\)
2 \(0.25 \,T\)
3 \(2\, T\)
4 \(4 \,T\)
Explanation:
जब लिफ्ट विराम में है, \(T = 2\pi \sqrt {l/g} \) यदि त्वरण का मान \(g/4\) हो जाता है, तब \(T' = 2\pi \sqrt {\frac{l}{{g/4}}} = 2\pi \sqrt {\frac{{4l}}{g}} = 2 \times T\)
14. OSCILLATIONS (HM)
198529
एक कण, जो कि \(x-\) अक्ष के अनुदिश गति करने के लिये स्वतंत्र है, की स्थितिज ऊर्जा निम्न समीकरण से दी जाती है, \(U(x) = k[1 - \exp {( - x)^2}]\) जहाँ \( - \infty \le x \le + \infty \) तथा \( k \) उपयुक्त विमा का धनात्मक स्थिरांक है। तब
1 मूल बिन्दु से दूरस्थ बिन्दु पर कण अस्थायी संतुलन में होगा
2 \(x \) के किसी भी परिमित अशून्य मान के लिये, मूल बिन्दु से दूर की दिशा में एक बल है
3 यदि कण की कुल यांत्रिक ऊर्जा \(k/2\) है, तब इसकी गतिज ऊर्जा मूल बिन्दु पर न्यूनतम है
4 \(x = 0 \) पर छोटे विस्थापनों के लिये गति सरल आवर्त गति है
Explanation:
कण की गतिज ऊर्जा \(U = k(1 - {e^{ - {x^2}}})\) कण पर कार्यरत् बल \(F = \frac{{ - dU}}{{dx}} = - k[ - {e^{ - {x^2}}} \times ( - 2x)]\) \(F\)\( = \, - 2kx{e^{ - {x^2}}}\)\( = - 2kx\left[ {1 - {x^2} + \frac{{{x^4}}}{{2\,!}} - ......} \right]\) कम विस्थापन के लिए \(F = - 2kx\) $⇒$ \(F(x) \propto - x\) अर्थात् गति सरल आवर्त गति होगी।
14. OSCILLATIONS (HM)
198530
\(m\) द्रव्यमान का कण एक बल \(F\) के प्रभाव में है। यह बल \(F = - kx + {F_0}\) द्वारा दिया जाता है। यहाँ \(x\) विस्थापन जबकि \(k\) तथा \({F_0}\) नियतांक हैं। कण को साम्यावस्था से विस्थापित करने पर यह कम्पन करेगा
1 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
2 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
3 \(x = {F_0}/k\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
4 \(x = {F_0}{\rm{/}}k\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
Explanation:
माध्य स्थिति में प्रत्यानन बल का मान शून्य होता है \(F = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(0 = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) अर्थात् कण \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) के सापेक्ष दोलन करेगा।
14. OSCILLATIONS (HM)
198533
सरल आवर्त गति करने वाले एक कण का आयाम व आवर्तकाल क्रमश: \(5\) सेमी व \(6\) सैकण्ड हैं। माध्य स्थिति से \(2.5\) सेमी की दूरी पर इस कण की कला होगी
1 \(5\pi /12\)
2 \(\pi /4\)
3 \(\pi /3\)
4 \(\pi /6\)
Explanation:
गति का समीकरण \(y = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(y = 2.5\,cm\) पर \(2.5 = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(\frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\) एवं कला \( = \frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\).
198527
एक सैकण्ड लोलक रॉकेट में रखा हुआ है। इसके दोलनों का आवर्तकाल घटता जायेगा यदि रॉकेट
1 एकसमान त्वरण से नीचे आ रहा है
2 पृथ्वी के चारों ओर भूस्थायी कक्षा में घूमता है
3 एकसमान वेग से ऊपर की ओर गतिशील है
4 एकसमान त्वरण से ऊपर जा रहा है
Explanation:
\(T = 2\pi \sqrt {\frac{l}{g}} \) यदि \(g\) का मान बढ़ेगा तब \(T\) का मान घटेगा अत:, जब रॉकेट एकसमान त्वरण से ऊपर की ओर गति करता है, तब यह स्थिति संभव है।
14. OSCILLATIONS (HM)
198528
एक सरल लोलक को लिफ्ट की छत से लटकाया गया है। जब लिफ्ट स्थिर है, तब लोलक का आवर्तकाल \(T\) है। यदि परिणामी त्वरण \(g/4,\) हो जाए, तब लोलक का नया आवर्तकाल होगा
1 \(0.8 \,T\)
2 \(0.25 \,T\)
3 \(2\, T\)
4 \(4 \,T\)
Explanation:
जब लिफ्ट विराम में है, \(T = 2\pi \sqrt {l/g} \) यदि त्वरण का मान \(g/4\) हो जाता है, तब \(T' = 2\pi \sqrt {\frac{l}{{g/4}}} = 2\pi \sqrt {\frac{{4l}}{g}} = 2 \times T\)
14. OSCILLATIONS (HM)
198529
एक कण, जो कि \(x-\) अक्ष के अनुदिश गति करने के लिये स्वतंत्र है, की स्थितिज ऊर्जा निम्न समीकरण से दी जाती है, \(U(x) = k[1 - \exp {( - x)^2}]\) जहाँ \( - \infty \le x \le + \infty \) तथा \( k \) उपयुक्त विमा का धनात्मक स्थिरांक है। तब
1 मूल बिन्दु से दूरस्थ बिन्दु पर कण अस्थायी संतुलन में होगा
2 \(x \) के किसी भी परिमित अशून्य मान के लिये, मूल बिन्दु से दूर की दिशा में एक बल है
3 यदि कण की कुल यांत्रिक ऊर्जा \(k/2\) है, तब इसकी गतिज ऊर्जा मूल बिन्दु पर न्यूनतम है
4 \(x = 0 \) पर छोटे विस्थापनों के लिये गति सरल आवर्त गति है
Explanation:
कण की गतिज ऊर्जा \(U = k(1 - {e^{ - {x^2}}})\) कण पर कार्यरत् बल \(F = \frac{{ - dU}}{{dx}} = - k[ - {e^{ - {x^2}}} \times ( - 2x)]\) \(F\)\( = \, - 2kx{e^{ - {x^2}}}\)\( = - 2kx\left[ {1 - {x^2} + \frac{{{x^4}}}{{2\,!}} - ......} \right]\) कम विस्थापन के लिए \(F = - 2kx\) $⇒$ \(F(x) \propto - x\) अर्थात् गति सरल आवर्त गति होगी।
14. OSCILLATIONS (HM)
198530
\(m\) द्रव्यमान का कण एक बल \(F\) के प्रभाव में है। यह बल \(F = - kx + {F_0}\) द्वारा दिया जाता है। यहाँ \(x\) विस्थापन जबकि \(k\) तथा \({F_0}\) नियतांक हैं। कण को साम्यावस्था से विस्थापित करने पर यह कम्पन करेगा
1 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
2 \(x = 0\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
3 \(x = {F_0}/k\) के परित: तथा \(\omega = \sqrt {k/m} \)
4 \(x = {F_0}{\rm{/}}k\) के परित: तथा \(\omega \ne \sqrt {k/m} \)
Explanation:
माध्य स्थिति में प्रत्यानन बल का मान शून्य होता है \(F = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(0 = - Kx + {F_0}\)\(\Rightarrow\) \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) अर्थात् कण \(x = \frac{{{F_0}}}{K}\) के सापेक्ष दोलन करेगा।
14. OSCILLATIONS (HM)
198533
सरल आवर्त गति करने वाले एक कण का आयाम व आवर्तकाल क्रमश: \(5\) सेमी व \(6\) सैकण्ड हैं। माध्य स्थिति से \(2.5\) सेमी की दूरी पर इस कण की कला होगी
1 \(5\pi /12\)
2 \(\pi /4\)
3 \(\pi /3\)
4 \(\pi /6\)
Explanation:
गति का समीकरण \(y = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(y = 2.5\,cm\) पर \(2.5 = 5\sin \frac{{2\pi t}}{6}\) \(\frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\) एवं कला \( = \frac{{2\pi t}}{6} = \frac{\pi }{6}\).