198317 आवृत्ति से कम्पन करने वाले स्रोत द्वारा उत्पन्न डोरी में तरंगें किसी क्षण दाँयी ओर संचरित हो रही हैंनिम्न कथनों पर विचार करें तरंग की चाल है बिन्दु व पर माध्यम बाद समान कला में होंगे बिन्दु तथा के बीच कलान्तर इनमें सत्य कथन है
1 एवं
2 केवल
3 एवं
4 केवल
Explanation:
चाल = = एवं के बीच पथान्तर है। इसलिए कलान्तर = पथान्तर =
15. WAVES (HM)
198318
एक तनी हुई डोरी में दो स्पन्दन (Pulse), जिनके मध्य प्रारम्भिक दूरी सेमी. है, चित्रानुसार एक दूसरे की ओर गति कर रहे हैं। प्रत्येक स्पन्द की चाल से.मी./सै. है। सैकण्ड पश्चात् स्पन्दों की कुल ऊर्जा होगी
1 शून्य
2 पूर्णत: गतिज
3 पूर्णत: स्थितिज
4 आंशिक गतिज तथा आंशिक स्थितिज
Explanation:
बाद दोनों स्पन्द एक दूसरे को अतिव्याप्त हो जायेंगें। डोरी सीधी हो जाएगी इसलिए किसी भी प्रकार स्थितिज ऊर्जा नहीं होगी और समस्त ऊर्जा गतिज ऊर्जा के रूप में होगी।
15. WAVES (HM)
198319
एक व्यक्ति रेल्वे प्लेटफॉर्म पर, इन्जिन की सीटी सुनने के लिए खड़ा है। यह इन्जिन नियत चाल से बिना रुके व्यक्ति के पास से गुजरता है। यदि यह व्यक्ति के पास समय पर गुजरता है तो व्यक्ति द्वारा सुनी गई सीटी की आवृत्ति, समय के साथ निम्न ग्राफ द्वारा व्यक्त की जा सकती है
1
2
3
4
Explanation:
जब ट्रेन स्थिर श्रोता की ओर आ रही है, तब श्रोता द्वारा सुनी गई आभासी आवृत्ति जब ट्रेन श्रोता से दूर जा रही है, तब श्रोता द्वारा प्रेक्षित आवृत्ति स्पष्ट हैं कि एवं नियत है ये समय पर निर्भर नहीं करती है, साथ ही
15. WAVES (HM)
198320
चित्र में, चार प्रगामी तरंगें व प्रदर्शित हैं, जिनकी कलायें के सापेक्ष दी गई हैं। चित्र से, कहा जा सकता है
1 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे हैै
2 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे हैै
3 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे है
4 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे है
Explanation:
एवं के समीकरण , , स्पष्ट है कि तरंग कला से पीछे है एवं तरंग कला से आगे है।
198317 आवृत्ति से कम्पन करने वाले स्रोत द्वारा उत्पन्न डोरी में तरंगें किसी क्षण दाँयी ओर संचरित हो रही हैंनिम्न कथनों पर विचार करें तरंग की चाल है बिन्दु व पर माध्यम बाद समान कला में होंगे बिन्दु तथा के बीच कलान्तर इनमें सत्य कथन है
1 एवं
2 केवल
3 एवं
4 केवल
Explanation:
चाल = = एवं के बीच पथान्तर है। इसलिए कलान्तर = पथान्तर =
15. WAVES (HM)
198318
एक तनी हुई डोरी में दो स्पन्दन (Pulse), जिनके मध्य प्रारम्भिक दूरी सेमी. है, चित्रानुसार एक दूसरे की ओर गति कर रहे हैं। प्रत्येक स्पन्द की चाल से.मी./सै. है। सैकण्ड पश्चात् स्पन्दों की कुल ऊर्जा होगी
1 शून्य
2 पूर्णत: गतिज
3 पूर्णत: स्थितिज
4 आंशिक गतिज तथा आंशिक स्थितिज
Explanation:
बाद दोनों स्पन्द एक दूसरे को अतिव्याप्त हो जायेंगें। डोरी सीधी हो जाएगी इसलिए किसी भी प्रकार स्थितिज ऊर्जा नहीं होगी और समस्त ऊर्जा गतिज ऊर्जा के रूप में होगी।
15. WAVES (HM)
198319
एक व्यक्ति रेल्वे प्लेटफॉर्म पर, इन्जिन की सीटी सुनने के लिए खड़ा है। यह इन्जिन नियत चाल से बिना रुके व्यक्ति के पास से गुजरता है। यदि यह व्यक्ति के पास समय पर गुजरता है तो व्यक्ति द्वारा सुनी गई सीटी की आवृत्ति, समय के साथ निम्न ग्राफ द्वारा व्यक्त की जा सकती है
1
2
3
4
Explanation:
जब ट्रेन स्थिर श्रोता की ओर आ रही है, तब श्रोता द्वारा सुनी गई आभासी आवृत्ति जब ट्रेन श्रोता से दूर जा रही है, तब श्रोता द्वारा प्रेक्षित आवृत्ति स्पष्ट हैं कि एवं नियत है ये समय पर निर्भर नहीं करती है, साथ ही
15. WAVES (HM)
198320
चित्र में, चार प्रगामी तरंगें व प्रदर्शित हैं, जिनकी कलायें के सापेक्ष दी गई हैं। चित्र से, कहा जा सकता है
1 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे हैै
2 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे हैै
3 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे है
4 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे है
Explanation:
एवं के समीकरण , , स्पष्ट है कि तरंग कला से पीछे है एवं तरंग कला से आगे है।
198317 आवृत्ति से कम्पन करने वाले स्रोत द्वारा उत्पन्न डोरी में तरंगें किसी क्षण दाँयी ओर संचरित हो रही हैंनिम्न कथनों पर विचार करें तरंग की चाल है बिन्दु व पर माध्यम बाद समान कला में होंगे बिन्दु तथा के बीच कलान्तर इनमें सत्य कथन है
1 एवं
2 केवल
3 एवं
4 केवल
Explanation:
चाल = = एवं के बीच पथान्तर है। इसलिए कलान्तर = पथान्तर =
15. WAVES (HM)
198318
एक तनी हुई डोरी में दो स्पन्दन (Pulse), जिनके मध्य प्रारम्भिक दूरी सेमी. है, चित्रानुसार एक दूसरे की ओर गति कर रहे हैं। प्रत्येक स्पन्द की चाल से.मी./सै. है। सैकण्ड पश्चात् स्पन्दों की कुल ऊर्जा होगी
1 शून्य
2 पूर्णत: गतिज
3 पूर्णत: स्थितिज
4 आंशिक गतिज तथा आंशिक स्थितिज
Explanation:
बाद दोनों स्पन्द एक दूसरे को अतिव्याप्त हो जायेंगें। डोरी सीधी हो जाएगी इसलिए किसी भी प्रकार स्थितिज ऊर्जा नहीं होगी और समस्त ऊर्जा गतिज ऊर्जा के रूप में होगी।
15. WAVES (HM)
198319
एक व्यक्ति रेल्वे प्लेटफॉर्म पर, इन्जिन की सीटी सुनने के लिए खड़ा है। यह इन्जिन नियत चाल से बिना रुके व्यक्ति के पास से गुजरता है। यदि यह व्यक्ति के पास समय पर गुजरता है तो व्यक्ति द्वारा सुनी गई सीटी की आवृत्ति, समय के साथ निम्न ग्राफ द्वारा व्यक्त की जा सकती है
1
2
3
4
Explanation:
जब ट्रेन स्थिर श्रोता की ओर आ रही है, तब श्रोता द्वारा सुनी गई आभासी आवृत्ति जब ट्रेन श्रोता से दूर जा रही है, तब श्रोता द्वारा प्रेक्षित आवृत्ति स्पष्ट हैं कि एवं नियत है ये समय पर निर्भर नहीं करती है, साथ ही
15. WAVES (HM)
198320
चित्र में, चार प्रगामी तरंगें व प्रदर्शित हैं, जिनकी कलायें के सापेक्ष दी गई हैं। चित्र से, कहा जा सकता है
1 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे हैै
2 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे हैै
3 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे है
4 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे है
Explanation:
एवं के समीकरण , , स्पष्ट है कि तरंग कला से पीछे है एवं तरंग कला से आगे है।
198317 आवृत्ति से कम्पन करने वाले स्रोत द्वारा उत्पन्न डोरी में तरंगें किसी क्षण दाँयी ओर संचरित हो रही हैंनिम्न कथनों पर विचार करें तरंग की चाल है बिन्दु व पर माध्यम बाद समान कला में होंगे बिन्दु तथा के बीच कलान्तर इनमें सत्य कथन है
1 एवं
2 केवल
3 एवं
4 केवल
Explanation:
चाल = = एवं के बीच पथान्तर है। इसलिए कलान्तर = पथान्तर =
15. WAVES (HM)
198318
एक तनी हुई डोरी में दो स्पन्दन (Pulse), जिनके मध्य प्रारम्भिक दूरी सेमी. है, चित्रानुसार एक दूसरे की ओर गति कर रहे हैं। प्रत्येक स्पन्द की चाल से.मी./सै. है। सैकण्ड पश्चात् स्पन्दों की कुल ऊर्जा होगी
1 शून्य
2 पूर्णत: गतिज
3 पूर्णत: स्थितिज
4 आंशिक गतिज तथा आंशिक स्थितिज
Explanation:
बाद दोनों स्पन्द एक दूसरे को अतिव्याप्त हो जायेंगें। डोरी सीधी हो जाएगी इसलिए किसी भी प्रकार स्थितिज ऊर्जा नहीं होगी और समस्त ऊर्जा गतिज ऊर्जा के रूप में होगी।
15. WAVES (HM)
198319
एक व्यक्ति रेल्वे प्लेटफॉर्म पर, इन्जिन की सीटी सुनने के लिए खड़ा है। यह इन्जिन नियत चाल से बिना रुके व्यक्ति के पास से गुजरता है। यदि यह व्यक्ति के पास समय पर गुजरता है तो व्यक्ति द्वारा सुनी गई सीटी की आवृत्ति, समय के साथ निम्न ग्राफ द्वारा व्यक्त की जा सकती है
1
2
3
4
Explanation:
जब ट्रेन स्थिर श्रोता की ओर आ रही है, तब श्रोता द्वारा सुनी गई आभासी आवृत्ति जब ट्रेन श्रोता से दूर जा रही है, तब श्रोता द्वारा प्रेक्षित आवृत्ति स्पष्ट हैं कि एवं नियत है ये समय पर निर्भर नहीं करती है, साथ ही
15. WAVES (HM)
198320
चित्र में, चार प्रगामी तरंगें व प्रदर्शित हैं, जिनकी कलायें के सापेक्ष दी गई हैं। चित्र से, कहा जा सकता है
1 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे हैै
2 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे हैै
3 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे है
4 तरंग कला में कोण आगे तथा तरंग कला में कोण पीछे है
Explanation:
एवं के समीकरण , , स्पष्ट है कि तरंग कला से पीछे है एवं तरंग कला से आगे है।