198289
बढ़ती हुई आवृत्ति के क्रम में \(10\) स्वरित्र द्विभुज इस तरह रखे जाते हैं कि कोई दो पास-पास वाले स्वरित्र द्विभुज \(4\) विस्पंद प्रति सैकण्ड उत्पन्न करते हैं। अधिकतम आवृत्ति न्यूनतम आवृत्ति की दुगनी है। संभावित अधिकतम और न्यूनतम आवृत्तियाँ होंगी
1 \(80\) और \(40\)
2 \(100\) और \(50\)
3 \(44\) और \(22\)
4 \(72\) और \(36\)
Explanation:
\(n\)(अंतिम) \(= n\)(प्रथम) \(+ (N -1)x\) यहाँ \(N =\) श्रेणीक्रम में स्वरित्रों की संख्या \(x =\) दो क्रमागत स्वरित्रों के बीच विस्पंद आवृत्ति \(==> 2n = n + (10 -1) × 4 \Rightarrow n = 36 Hz\) \(\therefore\) \( n\)(प्रथम) \(= 36 Hz\) एवं \(n\)(अंतिम) \(= 2 × n\)(प्रथम) \(= 72 Hz\)
15. WAVES (HM)
198290
\(41\) स्वरित्रों को इस प्रकार व्यवस्थित किया गया है कि प्रत्येक स्वरित्र अपने समीप के स्वरित्र से \(5\) विस्पंद प्रति सैकण्ड देता है। अंतिम स्वरित्र की आवृत्ति प्रथम स्वरित्र की आवृत्ति से दुगनी है। प्रथम व अंतिम स्वरित्र की आवृत्तियाँ क्रमश: हैं
198291
एकसमान तनाव की स्थिति में, दो सर्वसम तारों में उत्पन्न मूल स्वरों की आवृत्ति \(400 Hz\) है। यदि एक तार के तनाव में \(2\%\) की वृद्धि कर दी जाये तो उत्पन्न विस्पंदों की संख्या होगी
198292
\(25\) स्वरित्रों को आवृत्ति के घटते क्रम में एक श्रेणी में व्यवस्थित किया गया है। कोई दो लगातार स्वरित्र \(3\) विस्पंद प्रति सैकण्ड उत्पन्न करते हैं। यदि प्रथम स्वरित्र की आवृत्ति, अन्तिम स्वरित्र की आवृत्ति की आठ गुनी है। तब इक्कीसवें स्वरित्र की आवृत्ति .... \(Hz\) होगी
1 \(72\)
2 \(288\)
3 \(84\)
4 \(87 \)
Explanation:
प्रश्नानुसार, प्रथम एवं अंतिम स्वरित्रों की आवृत्तियाँ क्रमश: \(2n\) एवं \(n\) हैं अत: आवृत्तियों को निम्न चित्र में व्यवस्थित किया गया है \(==> 2n -24 × 3 = n ==> n= 72 Hz\) \(21\) वें स्वरित्र की आवृत्ति \({n_{21}} = (2 \times 72 - 20 \times 3) = 84Hz\)
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15. WAVES (HM)
198289
बढ़ती हुई आवृत्ति के क्रम में \(10\) स्वरित्र द्विभुज इस तरह रखे जाते हैं कि कोई दो पास-पास वाले स्वरित्र द्विभुज \(4\) विस्पंद प्रति सैकण्ड उत्पन्न करते हैं। अधिकतम आवृत्ति न्यूनतम आवृत्ति की दुगनी है। संभावित अधिकतम और न्यूनतम आवृत्तियाँ होंगी
1 \(80\) और \(40\)
2 \(100\) और \(50\)
3 \(44\) और \(22\)
4 \(72\) और \(36\)
Explanation:
\(n\)(अंतिम) \(= n\)(प्रथम) \(+ (N -1)x\) यहाँ \(N =\) श्रेणीक्रम में स्वरित्रों की संख्या \(x =\) दो क्रमागत स्वरित्रों के बीच विस्पंद आवृत्ति \(==> 2n = n + (10 -1) × 4 \Rightarrow n = 36 Hz\) \(\therefore\) \( n\)(प्रथम) \(= 36 Hz\) एवं \(n\)(अंतिम) \(= 2 × n\)(प्रथम) \(= 72 Hz\)
15. WAVES (HM)
198290
\(41\) स्वरित्रों को इस प्रकार व्यवस्थित किया गया है कि प्रत्येक स्वरित्र अपने समीप के स्वरित्र से \(5\) विस्पंद प्रति सैकण्ड देता है। अंतिम स्वरित्र की आवृत्ति प्रथम स्वरित्र की आवृत्ति से दुगनी है। प्रथम व अंतिम स्वरित्र की आवृत्तियाँ क्रमश: हैं
198291
एकसमान तनाव की स्थिति में, दो सर्वसम तारों में उत्पन्न मूल स्वरों की आवृत्ति \(400 Hz\) है। यदि एक तार के तनाव में \(2\%\) की वृद्धि कर दी जाये तो उत्पन्न विस्पंदों की संख्या होगी
198292
\(25\) स्वरित्रों को आवृत्ति के घटते क्रम में एक श्रेणी में व्यवस्थित किया गया है। कोई दो लगातार स्वरित्र \(3\) विस्पंद प्रति सैकण्ड उत्पन्न करते हैं। यदि प्रथम स्वरित्र की आवृत्ति, अन्तिम स्वरित्र की आवृत्ति की आठ गुनी है। तब इक्कीसवें स्वरित्र की आवृत्ति .... \(Hz\) होगी
1 \(72\)
2 \(288\)
3 \(84\)
4 \(87 \)
Explanation:
प्रश्नानुसार, प्रथम एवं अंतिम स्वरित्रों की आवृत्तियाँ क्रमश: \(2n\) एवं \(n\) हैं अत: आवृत्तियों को निम्न चित्र में व्यवस्थित किया गया है \(==> 2n -24 × 3 = n ==> n= 72 Hz\) \(21\) वें स्वरित्र की आवृत्ति \({n_{21}} = (2 \times 72 - 20 \times 3) = 84Hz\)
198289
बढ़ती हुई आवृत्ति के क्रम में \(10\) स्वरित्र द्विभुज इस तरह रखे जाते हैं कि कोई दो पास-पास वाले स्वरित्र द्विभुज \(4\) विस्पंद प्रति सैकण्ड उत्पन्न करते हैं। अधिकतम आवृत्ति न्यूनतम आवृत्ति की दुगनी है। संभावित अधिकतम और न्यूनतम आवृत्तियाँ होंगी
1 \(80\) और \(40\)
2 \(100\) और \(50\)
3 \(44\) और \(22\)
4 \(72\) और \(36\)
Explanation:
\(n\)(अंतिम) \(= n\)(प्रथम) \(+ (N -1)x\) यहाँ \(N =\) श्रेणीक्रम में स्वरित्रों की संख्या \(x =\) दो क्रमागत स्वरित्रों के बीच विस्पंद आवृत्ति \(==> 2n = n + (10 -1) × 4 \Rightarrow n = 36 Hz\) \(\therefore\) \( n\)(प्रथम) \(= 36 Hz\) एवं \(n\)(अंतिम) \(= 2 × n\)(प्रथम) \(= 72 Hz\)
15. WAVES (HM)
198290
\(41\) स्वरित्रों को इस प्रकार व्यवस्थित किया गया है कि प्रत्येक स्वरित्र अपने समीप के स्वरित्र से \(5\) विस्पंद प्रति सैकण्ड देता है। अंतिम स्वरित्र की आवृत्ति प्रथम स्वरित्र की आवृत्ति से दुगनी है। प्रथम व अंतिम स्वरित्र की आवृत्तियाँ क्रमश: हैं
198291
एकसमान तनाव की स्थिति में, दो सर्वसम तारों में उत्पन्न मूल स्वरों की आवृत्ति \(400 Hz\) है। यदि एक तार के तनाव में \(2\%\) की वृद्धि कर दी जाये तो उत्पन्न विस्पंदों की संख्या होगी
198292
\(25\) स्वरित्रों को आवृत्ति के घटते क्रम में एक श्रेणी में व्यवस्थित किया गया है। कोई दो लगातार स्वरित्र \(3\) विस्पंद प्रति सैकण्ड उत्पन्न करते हैं। यदि प्रथम स्वरित्र की आवृत्ति, अन्तिम स्वरित्र की आवृत्ति की आठ गुनी है। तब इक्कीसवें स्वरित्र की आवृत्ति .... \(Hz\) होगी
1 \(72\)
2 \(288\)
3 \(84\)
4 \(87 \)
Explanation:
प्रश्नानुसार, प्रथम एवं अंतिम स्वरित्रों की आवृत्तियाँ क्रमश: \(2n\) एवं \(n\) हैं अत: आवृत्तियों को निम्न चित्र में व्यवस्थित किया गया है \(==> 2n -24 × 3 = n ==> n= 72 Hz\) \(21\) वें स्वरित्र की आवृत्ति \({n_{21}} = (2 \times 72 - 20 \times 3) = 84Hz\)
198289
बढ़ती हुई आवृत्ति के क्रम में \(10\) स्वरित्र द्विभुज इस तरह रखे जाते हैं कि कोई दो पास-पास वाले स्वरित्र द्विभुज \(4\) विस्पंद प्रति सैकण्ड उत्पन्न करते हैं। अधिकतम आवृत्ति न्यूनतम आवृत्ति की दुगनी है। संभावित अधिकतम और न्यूनतम आवृत्तियाँ होंगी
1 \(80\) और \(40\)
2 \(100\) और \(50\)
3 \(44\) और \(22\)
4 \(72\) और \(36\)
Explanation:
\(n\)(अंतिम) \(= n\)(प्रथम) \(+ (N -1)x\) यहाँ \(N =\) श्रेणीक्रम में स्वरित्रों की संख्या \(x =\) दो क्रमागत स्वरित्रों के बीच विस्पंद आवृत्ति \(==> 2n = n + (10 -1) × 4 \Rightarrow n = 36 Hz\) \(\therefore\) \( n\)(प्रथम) \(= 36 Hz\) एवं \(n\)(अंतिम) \(= 2 × n\)(प्रथम) \(= 72 Hz\)
15. WAVES (HM)
198290
\(41\) स्वरित्रों को इस प्रकार व्यवस्थित किया गया है कि प्रत्येक स्वरित्र अपने समीप के स्वरित्र से \(5\) विस्पंद प्रति सैकण्ड देता है। अंतिम स्वरित्र की आवृत्ति प्रथम स्वरित्र की आवृत्ति से दुगनी है। प्रथम व अंतिम स्वरित्र की आवृत्तियाँ क्रमश: हैं
198291
एकसमान तनाव की स्थिति में, दो सर्वसम तारों में उत्पन्न मूल स्वरों की आवृत्ति \(400 Hz\) है। यदि एक तार के तनाव में \(2\%\) की वृद्धि कर दी जाये तो उत्पन्न विस्पंदों की संख्या होगी
198292
\(25\) स्वरित्रों को आवृत्ति के घटते क्रम में एक श्रेणी में व्यवस्थित किया गया है। कोई दो लगातार स्वरित्र \(3\) विस्पंद प्रति सैकण्ड उत्पन्न करते हैं। यदि प्रथम स्वरित्र की आवृत्ति, अन्तिम स्वरित्र की आवृत्ति की आठ गुनी है। तब इक्कीसवें स्वरित्र की आवृत्ति .... \(Hz\) होगी
1 \(72\)
2 \(288\)
3 \(84\)
4 \(87 \)
Explanation:
प्रश्नानुसार, प्रथम एवं अंतिम स्वरित्रों की आवृत्तियाँ क्रमश: \(2n\) एवं \(n\) हैं अत: आवृत्तियों को निम्न चित्र में व्यवस्थित किया गया है \(==> 2n -24 × 3 = n ==> n= 72 Hz\) \(21\) वें स्वरित्र की आवृत्ति \({n_{21}} = (2 \times 72 - 20 \times 3) = 84Hz\)