197660 निम्न चित्र में दो सर्वसम संधारित्र एक बैटरी और एक बन्द बटन संयोजित किये गये हैं। अब बटन को विच्छेदित \((OFF)\) करके संधारित्रों की प्लेटों के मध्य \(3\) परावैद्युतांक वाला परावैद्युत भरा गया है। दोनों संधारित्रों की कुल स्थैतिक विद्युत ऊर्जा का अनुपात, परावैद्युत भरने के पूर्व और पश्चात् होगा
197661 एक समान्तर प्लेट संधारित्र \(C\) धारिता की एक बैटरी से जुड़ा है और \(V\) विभवान्तर से आवेशित है। अन्य \(2C\) धारिता का संधारित्र, अन्य बैटरी से जुड़ा है और \(2V\) विभवान्तर से आवेशित है। आवेशित करने वाली बैटरी को अब हटा दिया जाता है और संधारित्रों को अब समान्तर क्रम में इस प्रकार जोड़ दिया जाता है कि एक संधारित्र का धनात्मक सिरा, दूसरे के ऋणात्मक सिरे से जुड़े हों। इस विन्यास की अंतिम ऊर्जा है
197662 \(A\) संधारित्र की धारिता \(15\) परावैद्युतांक वाले माध्यम की उपस्थिति में \(15\,\mu F\) है एक अन्य संधारित्र \(B\) जिसकी प्लेटों के बीच वायु है, की धारिता \(1\,\mu F\) है। दोनों को अलग-अलग \(100\;V\) की बैटरी से आवेशित किया जाता है। आवेशन के बाद दोनों को बिना बैटरी व परावैद्युत माध्यम निकालकर समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है। अब उभयनिष्ठ विभव .......\(V\) होगा
197660 निम्न चित्र में दो सर्वसम संधारित्र एक बैटरी और एक बन्द बटन संयोजित किये गये हैं। अब बटन को विच्छेदित \((OFF)\) करके संधारित्रों की प्लेटों के मध्य \(3\) परावैद्युतांक वाला परावैद्युत भरा गया है। दोनों संधारित्रों की कुल स्थैतिक विद्युत ऊर्जा का अनुपात, परावैद्युत भरने के पूर्व और पश्चात् होगा
197661 एक समान्तर प्लेट संधारित्र \(C\) धारिता की एक बैटरी से जुड़ा है और \(V\) विभवान्तर से आवेशित है। अन्य \(2C\) धारिता का संधारित्र, अन्य बैटरी से जुड़ा है और \(2V\) विभवान्तर से आवेशित है। आवेशित करने वाली बैटरी को अब हटा दिया जाता है और संधारित्रों को अब समान्तर क्रम में इस प्रकार जोड़ दिया जाता है कि एक संधारित्र का धनात्मक सिरा, दूसरे के ऋणात्मक सिरे से जुड़े हों। इस विन्यास की अंतिम ऊर्जा है
197662 \(A\) संधारित्र की धारिता \(15\) परावैद्युतांक वाले माध्यम की उपस्थिति में \(15\,\mu F\) है एक अन्य संधारित्र \(B\) जिसकी प्लेटों के बीच वायु है, की धारिता \(1\,\mu F\) है। दोनों को अलग-अलग \(100\;V\) की बैटरी से आवेशित किया जाता है। आवेशन के बाद दोनों को बिना बैटरी व परावैद्युत माध्यम निकालकर समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है। अब उभयनिष्ठ विभव .......\(V\) होगा
197660 निम्न चित्र में दो सर्वसम संधारित्र एक बैटरी और एक बन्द बटन संयोजित किये गये हैं। अब बटन को विच्छेदित \((OFF)\) करके संधारित्रों की प्लेटों के मध्य \(3\) परावैद्युतांक वाला परावैद्युत भरा गया है। दोनों संधारित्रों की कुल स्थैतिक विद्युत ऊर्जा का अनुपात, परावैद्युत भरने के पूर्व और पश्चात् होगा
197661 एक समान्तर प्लेट संधारित्र \(C\) धारिता की एक बैटरी से जुड़ा है और \(V\) विभवान्तर से आवेशित है। अन्य \(2C\) धारिता का संधारित्र, अन्य बैटरी से जुड़ा है और \(2V\) विभवान्तर से आवेशित है। आवेशित करने वाली बैटरी को अब हटा दिया जाता है और संधारित्रों को अब समान्तर क्रम में इस प्रकार जोड़ दिया जाता है कि एक संधारित्र का धनात्मक सिरा, दूसरे के ऋणात्मक सिरे से जुड़े हों। इस विन्यास की अंतिम ऊर्जा है
197662 \(A\) संधारित्र की धारिता \(15\) परावैद्युतांक वाले माध्यम की उपस्थिति में \(15\,\mu F\) है एक अन्य संधारित्र \(B\) जिसकी प्लेटों के बीच वायु है, की धारिता \(1\,\mu F\) है। दोनों को अलग-अलग \(100\;V\) की बैटरी से आवेशित किया जाता है। आवेशन के बाद दोनों को बिना बैटरी व परावैद्युत माध्यम निकालकर समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है। अब उभयनिष्ठ विभव .......\(V\) होगा
197660 निम्न चित्र में दो सर्वसम संधारित्र एक बैटरी और एक बन्द बटन संयोजित किये गये हैं। अब बटन को विच्छेदित \((OFF)\) करके संधारित्रों की प्लेटों के मध्य \(3\) परावैद्युतांक वाला परावैद्युत भरा गया है। दोनों संधारित्रों की कुल स्थैतिक विद्युत ऊर्जा का अनुपात, परावैद्युत भरने के पूर्व और पश्चात् होगा
197661 एक समान्तर प्लेट संधारित्र \(C\) धारिता की एक बैटरी से जुड़ा है और \(V\) विभवान्तर से आवेशित है। अन्य \(2C\) धारिता का संधारित्र, अन्य बैटरी से जुड़ा है और \(2V\) विभवान्तर से आवेशित है। आवेशित करने वाली बैटरी को अब हटा दिया जाता है और संधारित्रों को अब समान्तर क्रम में इस प्रकार जोड़ दिया जाता है कि एक संधारित्र का धनात्मक सिरा, दूसरे के ऋणात्मक सिरे से जुड़े हों। इस विन्यास की अंतिम ऊर्जा है
197662 \(A\) संधारित्र की धारिता \(15\) परावैद्युतांक वाले माध्यम की उपस्थिति में \(15\,\mu F\) है एक अन्य संधारित्र \(B\) जिसकी प्लेटों के बीच वायु है, की धारिता \(1\,\mu F\) है। दोनों को अलग-अलग \(100\;V\) की बैटरी से आवेशित किया जाता है। आवेशन के बाद दोनों को बिना बैटरी व परावैद्युत माध्यम निकालकर समान्तर क्रम में जोड़ा जाता है। अब उभयनिष्ठ विभव .......\(V\) होगा