01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197609 10 μF धारिता वाले एक संधारित्र को 1000 V तक आवेशित किया जाता है। संधारित्र को पावर सप्लाई से हटाकर 6 μF धारिता वाले एक अनावेशित संधारित्र से जोड़ा जाता है। प्रत्येक संधारित्र पर विभवान्तर .......V होगा

1 167
2 100
3 625
4 250
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197610 दो समान ऋण आवेश qq, Y-अक्ष पर बिन्दुओं (0,a) तथा  (0,a) पर स्थित हैं। एक धन आवेश Q, X-अक्ष पर बिन्दु (2a,0) पर विरामावस्था से मुक्त किया जाता है। आवेश Q

1 मूल बिन्दु के परित: सरल आवर्त गति करेगा
2 मूल बिन्दु तक जाकर ठहर जायेगा
3 अनंत तक चलेगा
4 दोलनी गति करेगा परन्तु यह सरल आवर्त गति नहीं होगी
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197611 xy तल में एक विद्युत बल रेखा समीकरण x2+y2=1 द्वारा दी गयी है। इस तल में बिन्दु x=1,y=0 पर प्रारम्भ में विराम अवस्था से एक इकाई धनावेशित कण

1 गति बिल्कुल नहीं करेगा
2 सरल रेखा के अनुदिश गति करेगा
3 वृत्तीय बल रेखा के अनुदिश गति करेगा
4 कोई भी निष्कर्ष निकालने के लिए जानकारी अधूरी है
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197612 एक धनावेशित गेंद को सिल्क के धागे से लटकाया गया है। यदि हम एक बिन्दु पर धनात्मक परीक्षण आवेश q0 रखते हैं एवं F/q0 को मापते हैं तो यह कहा जा सकता है कि विद्युत क्षेत्र प्राबल्य E

1 >F/q0
2 =F/q0
3 <F/q0
4 परिकलित नहीं किया जा सकता
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197609 10 μF धारिता वाले एक संधारित्र को 1000 V तक आवेशित किया जाता है। संधारित्र को पावर सप्लाई से हटाकर 6 μF धारिता वाले एक अनावेशित संधारित्र से जोड़ा जाता है। प्रत्येक संधारित्र पर विभवान्तर .......V होगा

1 167
2 100
3 625
4 250
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197610 दो समान ऋण आवेश qq, Y-अक्ष पर बिन्दुओं (0,a) तथा  (0,a) पर स्थित हैं। एक धन आवेश Q, X-अक्ष पर बिन्दु (2a,0) पर विरामावस्था से मुक्त किया जाता है। आवेश Q

1 मूल बिन्दु के परित: सरल आवर्त गति करेगा
2 मूल बिन्दु तक जाकर ठहर जायेगा
3 अनंत तक चलेगा
4 दोलनी गति करेगा परन्तु यह सरल आवर्त गति नहीं होगी
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197611 xy तल में एक विद्युत बल रेखा समीकरण x2+y2=1 द्वारा दी गयी है। इस तल में बिन्दु x=1,y=0 पर प्रारम्भ में विराम अवस्था से एक इकाई धनावेशित कण

1 गति बिल्कुल नहीं करेगा
2 सरल रेखा के अनुदिश गति करेगा
3 वृत्तीय बल रेखा के अनुदिश गति करेगा
4 कोई भी निष्कर्ष निकालने के लिए जानकारी अधूरी है
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197612 एक धनावेशित गेंद को सिल्क के धागे से लटकाया गया है। यदि हम एक बिन्दु पर धनात्मक परीक्षण आवेश q0 रखते हैं एवं F/q0 को मापते हैं तो यह कहा जा सकता है कि विद्युत क्षेत्र प्राबल्य E

1 >F/q0
2 =F/q0
3 <F/q0
4 परिकलित नहीं किया जा सकता
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197609 10 μF धारिता वाले एक संधारित्र को 1000 V तक आवेशित किया जाता है। संधारित्र को पावर सप्लाई से हटाकर 6 μF धारिता वाले एक अनावेशित संधारित्र से जोड़ा जाता है। प्रत्येक संधारित्र पर विभवान्तर .......V होगा

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2 100
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197610 दो समान ऋण आवेश qq, Y-अक्ष पर बिन्दुओं (0,a) तथा  (0,a) पर स्थित हैं। एक धन आवेश Q, X-अक्ष पर बिन्दु (2a,0) पर विरामावस्था से मुक्त किया जाता है। आवेश Q

1 मूल बिन्दु के परित: सरल आवर्त गति करेगा
2 मूल बिन्दु तक जाकर ठहर जायेगा
3 अनंत तक चलेगा
4 दोलनी गति करेगा परन्तु यह सरल आवर्त गति नहीं होगी
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197611 xy तल में एक विद्युत बल रेखा समीकरण x2+y2=1 द्वारा दी गयी है। इस तल में बिन्दु x=1,y=0 पर प्रारम्भ में विराम अवस्था से एक इकाई धनावेशित कण

1 गति बिल्कुल नहीं करेगा
2 सरल रेखा के अनुदिश गति करेगा
3 वृत्तीय बल रेखा के अनुदिश गति करेगा
4 कोई भी निष्कर्ष निकालने के लिए जानकारी अधूरी है
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197612 एक धनावेशित गेंद को सिल्क के धागे से लटकाया गया है। यदि हम एक बिन्दु पर धनात्मक परीक्षण आवेश q0 रखते हैं एवं F/q0 को मापते हैं तो यह कहा जा सकता है कि विद्युत क्षेत्र प्राबल्य E

1 >F/q0
2 =F/q0
3 <F/q0
4 परिकलित नहीं किया जा सकता
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197609 10 μF धारिता वाले एक संधारित्र को 1000 V तक आवेशित किया जाता है। संधारित्र को पावर सप्लाई से हटाकर 6 μF धारिता वाले एक अनावेशित संधारित्र से जोड़ा जाता है। प्रत्येक संधारित्र पर विभवान्तर .......V होगा

1 167
2 100
3 625
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197610 दो समान ऋण आवेश qq, Y-अक्ष पर बिन्दुओं (0,a) तथा  (0,a) पर स्थित हैं। एक धन आवेश Q, X-अक्ष पर बिन्दु (2a,0) पर विरामावस्था से मुक्त किया जाता है। आवेश Q

1 मूल बिन्दु के परित: सरल आवर्त गति करेगा
2 मूल बिन्दु तक जाकर ठहर जायेगा
3 अनंत तक चलेगा
4 दोलनी गति करेगा परन्तु यह सरल आवर्त गति नहीं होगी
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197611 xy तल में एक विद्युत बल रेखा समीकरण x2+y2=1 द्वारा दी गयी है। इस तल में बिन्दु x=1,y=0 पर प्रारम्भ में विराम अवस्था से एक इकाई धनावेशित कण

1 गति बिल्कुल नहीं करेगा
2 सरल रेखा के अनुदिश गति करेगा
3 वृत्तीय बल रेखा के अनुदिश गति करेगा
4 कोई भी निष्कर्ष निकालने के लिए जानकारी अधूरी है
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1 >F/q0
2 =F/q0
3 <F/q0
4 परिकलित नहीं किया जा सकता