197566
निम्न चित्र में \(A\) तथा \(B\) के बीच परिणामी धारिता .....\(\mu \,F\) होगी
1 \(1\)
2 \(2\)
3 \(1.5\)
4 \(2.5\)
Explanation:
दिये गये परिपथ को निम्न प्रकार पुन: बनाया जा सकता है \(C_{AB} = 2\,µF\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197567
\(2.0\,\mu F\) तथा \(8.0\,\mu F\) के दो संधारित्रों को श्रेणीक्रम में जोड़कर इस संयोजन पर \(300\, volts\) का विभवान्तर लगाया जाता है। \(2.0\,\mu F\) के संधारित्र पर आवेश होगा
197568
\(10\) एकसमान संधारित्रों को समान्तर क्रम में जोड़कर \(V\) विभव तक आवेशित करते हैं। अब इन्हें श्रेणीक्रम में जोड़ देते है, तो इस संयोजन का विभव ......\(V\) होगा
1 \(1\)
2 \(10\)
3 \(5\)
4 \(2\)
Explanation:
श्रेणी में \(V'\) = \(nV\) = \(10\, V\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197569
दिये गये परिपथ में, स्थाई अवस्था में संधारित्र \(C\) के सिरों पर आरोपित विभवान्तर बैटरी के विद्युत वाहक बल का \(F\) अंश है। यह अंश निर्धारित होगा
1 केवल \(R_1\) द्वारा
2 केवल \(R_1\)एवं \(R_2\) द्वारा
3 केवल \({R_1}\) एवं \({R_3}\) द्वारा
4 \({R_1}\),\({R_2}\) एवं \({R_3}\) द्वारा
Explanation:
स्थायी अवस्था में संधारित्र पर विभवान्तर \(V_1\)$=$प्रतिरोध \({R_2}\)पर विभवान्तर \( = \left( {\frac{{{R_2}}}{{{R_1} + {R_2}}}} \right)\,V\) अत: \(V_1\) का मान \(R_2\) एवं \(R_1\) पर निर्भर करता है।
197566
निम्न चित्र में \(A\) तथा \(B\) के बीच परिणामी धारिता .....\(\mu \,F\) होगी
1 \(1\)
2 \(2\)
3 \(1.5\)
4 \(2.5\)
Explanation:
दिये गये परिपथ को निम्न प्रकार पुन: बनाया जा सकता है \(C_{AB} = 2\,µF\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197567
\(2.0\,\mu F\) तथा \(8.0\,\mu F\) के दो संधारित्रों को श्रेणीक्रम में जोड़कर इस संयोजन पर \(300\, volts\) का विभवान्तर लगाया जाता है। \(2.0\,\mu F\) के संधारित्र पर आवेश होगा
197568
\(10\) एकसमान संधारित्रों को समान्तर क्रम में जोड़कर \(V\) विभव तक आवेशित करते हैं। अब इन्हें श्रेणीक्रम में जोड़ देते है, तो इस संयोजन का विभव ......\(V\) होगा
1 \(1\)
2 \(10\)
3 \(5\)
4 \(2\)
Explanation:
श्रेणी में \(V'\) = \(nV\) = \(10\, V\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197569
दिये गये परिपथ में, स्थाई अवस्था में संधारित्र \(C\) के सिरों पर आरोपित विभवान्तर बैटरी के विद्युत वाहक बल का \(F\) अंश है। यह अंश निर्धारित होगा
1 केवल \(R_1\) द्वारा
2 केवल \(R_1\)एवं \(R_2\) द्वारा
3 केवल \({R_1}\) एवं \({R_3}\) द्वारा
4 \({R_1}\),\({R_2}\) एवं \({R_3}\) द्वारा
Explanation:
स्थायी अवस्था में संधारित्र पर विभवान्तर \(V_1\)$=$प्रतिरोध \({R_2}\)पर विभवान्तर \( = \left( {\frac{{{R_2}}}{{{R_1} + {R_2}}}} \right)\,V\) अत: \(V_1\) का मान \(R_2\) एवं \(R_1\) पर निर्भर करता है।
197566
निम्न चित्र में \(A\) तथा \(B\) के बीच परिणामी धारिता .....\(\mu \,F\) होगी
1 \(1\)
2 \(2\)
3 \(1.5\)
4 \(2.5\)
Explanation:
दिये गये परिपथ को निम्न प्रकार पुन: बनाया जा सकता है \(C_{AB} = 2\,µF\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197567
\(2.0\,\mu F\) तथा \(8.0\,\mu F\) के दो संधारित्रों को श्रेणीक्रम में जोड़कर इस संयोजन पर \(300\, volts\) का विभवान्तर लगाया जाता है। \(2.0\,\mu F\) के संधारित्र पर आवेश होगा
197568
\(10\) एकसमान संधारित्रों को समान्तर क्रम में जोड़कर \(V\) विभव तक आवेशित करते हैं। अब इन्हें श्रेणीक्रम में जोड़ देते है, तो इस संयोजन का विभव ......\(V\) होगा
1 \(1\)
2 \(10\)
3 \(5\)
4 \(2\)
Explanation:
श्रेणी में \(V'\) = \(nV\) = \(10\, V\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197569
दिये गये परिपथ में, स्थाई अवस्था में संधारित्र \(C\) के सिरों पर आरोपित विभवान्तर बैटरी के विद्युत वाहक बल का \(F\) अंश है। यह अंश निर्धारित होगा
1 केवल \(R_1\) द्वारा
2 केवल \(R_1\)एवं \(R_2\) द्वारा
3 केवल \({R_1}\) एवं \({R_3}\) द्वारा
4 \({R_1}\),\({R_2}\) एवं \({R_3}\) द्वारा
Explanation:
स्थायी अवस्था में संधारित्र पर विभवान्तर \(V_1\)$=$प्रतिरोध \({R_2}\)पर विभवान्तर \( = \left( {\frac{{{R_2}}}{{{R_1} + {R_2}}}} \right)\,V\) अत: \(V_1\) का मान \(R_2\) एवं \(R_1\) पर निर्भर करता है।
197566
निम्न चित्र में \(A\) तथा \(B\) के बीच परिणामी धारिता .....\(\mu \,F\) होगी
1 \(1\)
2 \(2\)
3 \(1.5\)
4 \(2.5\)
Explanation:
दिये गये परिपथ को निम्न प्रकार पुन: बनाया जा सकता है \(C_{AB} = 2\,µF\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197567
\(2.0\,\mu F\) तथा \(8.0\,\mu F\) के दो संधारित्रों को श्रेणीक्रम में जोड़कर इस संयोजन पर \(300\, volts\) का विभवान्तर लगाया जाता है। \(2.0\,\mu F\) के संधारित्र पर आवेश होगा
197568
\(10\) एकसमान संधारित्रों को समान्तर क्रम में जोड़कर \(V\) विभव तक आवेशित करते हैं। अब इन्हें श्रेणीक्रम में जोड़ देते है, तो इस संयोजन का विभव ......\(V\) होगा
1 \(1\)
2 \(10\)
3 \(5\)
4 \(2\)
Explanation:
श्रेणी में \(V'\) = \(nV\) = \(10\, V\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197569
दिये गये परिपथ में, स्थाई अवस्था में संधारित्र \(C\) के सिरों पर आरोपित विभवान्तर बैटरी के विद्युत वाहक बल का \(F\) अंश है। यह अंश निर्धारित होगा
1 केवल \(R_1\) द्वारा
2 केवल \(R_1\)एवं \(R_2\) द्वारा
3 केवल \({R_1}\) एवं \({R_3}\) द्वारा
4 \({R_1}\),\({R_2}\) एवं \({R_3}\) द्वारा
Explanation:
स्थायी अवस्था में संधारित्र पर विभवान्तर \(V_1\)$=$प्रतिरोध \({R_2}\)पर विभवान्तर \( = \left( {\frac{{{R_2}}}{{{R_1} + {R_2}}}} \right)\,V\) अत: \(V_1\) का मान \(R_2\) एवं \(R_1\) पर निर्भर करता है।