197557
निम्न चित्र में \(10\,\mu F\) वाले संधारित्र पर आवेश का मान........\(\mu C\) होगा
1 \(20\)
2 \(15\)
3 \(10\)
4 \(0\)
Explanation:
स्थायी अवस्था में संधारित्र पर विभवान्तर = \(2\,V\) अत: संधारित्र पर आवेश \(Q = 10 \times 2 = 20\,\mu C\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197558
निम्न परिपथ की तुल्य धारिता होगी
1 \(3C\)
2 \(2C\)
3 \(C\)
4 \(\frac{C}{3}\)
Explanation:
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197559
तीन प्लेटें \(A,\;B,\;C\) जिनमें प्रत्येक का क्षेत्रफल \(50\,c{m^2}\) है। \(A\) और \(B\) के बीच की दूरी \(3\,mm\) है एवं \(B\) और \(C\) के बीच की दूरी भी \(3\,mm\) है। जब प्लेटों को पूरी तरह आवेशित किया जाये तो संचित ऊर्जा होगी
1 \(1.6 \times {10^{ - 9}}\,J\)
2 \(2.1 \times {10^{ - 9}}\,J\)
3 \(5 \times {10^{ - 9}}\,J\)
4 \(7 \times {10^{ - 9}}\,J\)
Explanation:
यहाँ दो संधारित्र समान्तर क्रम में हैं कुल धारिता\( = \frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}\) संचित ऊर्जा \( = \frac{1}{2}\left( {\frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}} \right)\,{V^2}\) \( = \frac{{8.86 \times {{10}^{ - 12}} \times 50 \times {{10}^{ - 4}} \times {{12}^2}}}{{3 \times {{10}^{ - 3}}}} = 2.1 \times {10^{ - 9}}\,J\)
197557
निम्न चित्र में \(10\,\mu F\) वाले संधारित्र पर आवेश का मान........\(\mu C\) होगा
1 \(20\)
2 \(15\)
3 \(10\)
4 \(0\)
Explanation:
स्थायी अवस्था में संधारित्र पर विभवान्तर = \(2\,V\) अत: संधारित्र पर आवेश \(Q = 10 \times 2 = 20\,\mu C\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197558
निम्न परिपथ की तुल्य धारिता होगी
1 \(3C\)
2 \(2C\)
3 \(C\)
4 \(\frac{C}{3}\)
Explanation:
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197559
तीन प्लेटें \(A,\;B,\;C\) जिनमें प्रत्येक का क्षेत्रफल \(50\,c{m^2}\) है। \(A\) और \(B\) के बीच की दूरी \(3\,mm\) है एवं \(B\) और \(C\) के बीच की दूरी भी \(3\,mm\) है। जब प्लेटों को पूरी तरह आवेशित किया जाये तो संचित ऊर्जा होगी
1 \(1.6 \times {10^{ - 9}}\,J\)
2 \(2.1 \times {10^{ - 9}}\,J\)
3 \(5 \times {10^{ - 9}}\,J\)
4 \(7 \times {10^{ - 9}}\,J\)
Explanation:
यहाँ दो संधारित्र समान्तर क्रम में हैं कुल धारिता\( = \frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}\) संचित ऊर्जा \( = \frac{1}{2}\left( {\frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}} \right)\,{V^2}\) \( = \frac{{8.86 \times {{10}^{ - 12}} \times 50 \times {{10}^{ - 4}} \times {{12}^2}}}{{3 \times {{10}^{ - 3}}}} = 2.1 \times {10^{ - 9}}\,J\)
197557
निम्न चित्र में \(10\,\mu F\) वाले संधारित्र पर आवेश का मान........\(\mu C\) होगा
1 \(20\)
2 \(15\)
3 \(10\)
4 \(0\)
Explanation:
स्थायी अवस्था में संधारित्र पर विभवान्तर = \(2\,V\) अत: संधारित्र पर आवेश \(Q = 10 \times 2 = 20\,\mu C\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197558
निम्न परिपथ की तुल्य धारिता होगी
1 \(3C\)
2 \(2C\)
3 \(C\)
4 \(\frac{C}{3}\)
Explanation:
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197559
तीन प्लेटें \(A,\;B,\;C\) जिनमें प्रत्येक का क्षेत्रफल \(50\,c{m^2}\) है। \(A\) और \(B\) के बीच की दूरी \(3\,mm\) है एवं \(B\) और \(C\) के बीच की दूरी भी \(3\,mm\) है। जब प्लेटों को पूरी तरह आवेशित किया जाये तो संचित ऊर्जा होगी
1 \(1.6 \times {10^{ - 9}}\,J\)
2 \(2.1 \times {10^{ - 9}}\,J\)
3 \(5 \times {10^{ - 9}}\,J\)
4 \(7 \times {10^{ - 9}}\,J\)
Explanation:
यहाँ दो संधारित्र समान्तर क्रम में हैं कुल धारिता\( = \frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}\) संचित ऊर्जा \( = \frac{1}{2}\left( {\frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}} \right)\,{V^2}\) \( = \frac{{8.86 \times {{10}^{ - 12}} \times 50 \times {{10}^{ - 4}} \times {{12}^2}}}{{3 \times {{10}^{ - 3}}}} = 2.1 \times {10^{ - 9}}\,J\)
197557
निम्न चित्र में \(10\,\mu F\) वाले संधारित्र पर आवेश का मान........\(\mu C\) होगा
1 \(20\)
2 \(15\)
3 \(10\)
4 \(0\)
Explanation:
स्थायी अवस्था में संधारित्र पर विभवान्तर = \(2\,V\) अत: संधारित्र पर आवेश \(Q = 10 \times 2 = 20\,\mu C\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197558
निम्न परिपथ की तुल्य धारिता होगी
1 \(3C\)
2 \(2C\)
3 \(C\)
4 \(\frac{C}{3}\)
Explanation:
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197559
तीन प्लेटें \(A,\;B,\;C\) जिनमें प्रत्येक का क्षेत्रफल \(50\,c{m^2}\) है। \(A\) और \(B\) के बीच की दूरी \(3\,mm\) है एवं \(B\) और \(C\) के बीच की दूरी भी \(3\,mm\) है। जब प्लेटों को पूरी तरह आवेशित किया जाये तो संचित ऊर्जा होगी
1 \(1.6 \times {10^{ - 9}}\,J\)
2 \(2.1 \times {10^{ - 9}}\,J\)
3 \(5 \times {10^{ - 9}}\,J\)
4 \(7 \times {10^{ - 9}}\,J\)
Explanation:
यहाँ दो संधारित्र समान्तर क्रम में हैं कुल धारिता\( = \frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}\) संचित ऊर्जा \( = \frac{1}{2}\left( {\frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}} \right)\,{V^2}\) \( = \frac{{8.86 \times {{10}^{ - 12}} \times 50 \times {{10}^{ - 4}} \times {{12}^2}}}{{3 \times {{10}^{ - 3}}}} = 2.1 \times {10^{ - 9}}\,J\)