195309
एक इलेक्ट्रॉन पूर्व दिशा में गति कर रहा है। यदि ऊपर की ओर एक चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाये तो इलेक्ट्रॉन विक्षेपित होगा
1 दक्षिण की ओर
2 उत्तर की ओर
3 पश्चिम की ओर
4 पूर्व की ओर
Explanation:
फ्लेमिंग के बायें हाथ के नियम से
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195310
\(1\, C\) आवेश का एक कण \(0.5\) टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् \(10\) मीटर/सैकण्ड के वेग से गतिमान है। कण पर कार्यरत् बल......\(N\) है
1 \(5\)
2 \(10 \)
3 \(0.5\)
4 \(0\)
Explanation:
\(F = qBv = 1 \times 0.5 \times 10 = 5\,N\)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195331
एक इलेक्ट्रॉन एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करता है, जहाँ स्थिर विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र के मान क्रमश: \(20\, N/C\) एवं \(5\) टेसला हैं। यदि इलेक्ट्रॉन बिना विचलन के गुजर जाता है, तो इलेक्ट्रॉन का वेग.......\(m{s^{ - 1}}\) होगा
1 \(0.25\)
2 \(2\)
3 \(4\)
4 \(8\)
Explanation:
\(v = \frac{E}{B} = \frac{{20}}{5} = 4\,m/\sec \)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195332
एक आवेशित कण को स्थिर व समरूप विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र में विराम अवस्था से स्वतंत्र किया जाता है। दोनों क्षेत्र एक दूसरे के समान्तर है। कण की गति का मार्ग है
1 सरल रेखा
2 वृत्त
3 कुण्डलिनीवत् (Helix)
4 साइक्लॉइड
Explanation:
क्योंकि आवेश पर चुम्बकीय बल शून्य है।
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195333
एक समरूप चुम्बकीय प्रेरण ‘\(B\)’ में, \(M\) द्रव्यमान तथा \(Q\) आवेश का एक कण \(\mathop v\limits^ \to \) वेग से \(R\) त्रिज्या का वृत्तीय पथ बनाते हुये गतिशील है। जब कण \(1\) पूर्ण चक्र लगाता है तो क्षेत्र द्वारा किया गया कार्य है
195309
एक इलेक्ट्रॉन पूर्व दिशा में गति कर रहा है। यदि ऊपर की ओर एक चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाये तो इलेक्ट्रॉन विक्षेपित होगा
1 दक्षिण की ओर
2 उत्तर की ओर
3 पश्चिम की ओर
4 पूर्व की ओर
Explanation:
फ्लेमिंग के बायें हाथ के नियम से
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195310
\(1\, C\) आवेश का एक कण \(0.5\) टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् \(10\) मीटर/सैकण्ड के वेग से गतिमान है। कण पर कार्यरत् बल......\(N\) है
1 \(5\)
2 \(10 \)
3 \(0.5\)
4 \(0\)
Explanation:
\(F = qBv = 1 \times 0.5 \times 10 = 5\,N\)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195331
एक इलेक्ट्रॉन एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करता है, जहाँ स्थिर विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र के मान क्रमश: \(20\, N/C\) एवं \(5\) टेसला हैं। यदि इलेक्ट्रॉन बिना विचलन के गुजर जाता है, तो इलेक्ट्रॉन का वेग.......\(m{s^{ - 1}}\) होगा
1 \(0.25\)
2 \(2\)
3 \(4\)
4 \(8\)
Explanation:
\(v = \frac{E}{B} = \frac{{20}}{5} = 4\,m/\sec \)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195332
एक आवेशित कण को स्थिर व समरूप विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र में विराम अवस्था से स्वतंत्र किया जाता है। दोनों क्षेत्र एक दूसरे के समान्तर है। कण की गति का मार्ग है
1 सरल रेखा
2 वृत्त
3 कुण्डलिनीवत् (Helix)
4 साइक्लॉइड
Explanation:
क्योंकि आवेश पर चुम्बकीय बल शून्य है।
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195333
एक समरूप चुम्बकीय प्रेरण ‘\(B\)’ में, \(M\) द्रव्यमान तथा \(Q\) आवेश का एक कण \(\mathop v\limits^ \to \) वेग से \(R\) त्रिज्या का वृत्तीय पथ बनाते हुये गतिशील है। जब कण \(1\) पूर्ण चक्र लगाता है तो क्षेत्र द्वारा किया गया कार्य है
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04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195309
एक इलेक्ट्रॉन पूर्व दिशा में गति कर रहा है। यदि ऊपर की ओर एक चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाये तो इलेक्ट्रॉन विक्षेपित होगा
1 दक्षिण की ओर
2 उत्तर की ओर
3 पश्चिम की ओर
4 पूर्व की ओर
Explanation:
फ्लेमिंग के बायें हाथ के नियम से
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195310
\(1\, C\) आवेश का एक कण \(0.5\) टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् \(10\) मीटर/सैकण्ड के वेग से गतिमान है। कण पर कार्यरत् बल......\(N\) है
1 \(5\)
2 \(10 \)
3 \(0.5\)
4 \(0\)
Explanation:
\(F = qBv = 1 \times 0.5 \times 10 = 5\,N\)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195331
एक इलेक्ट्रॉन एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करता है, जहाँ स्थिर विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र के मान क्रमश: \(20\, N/C\) एवं \(5\) टेसला हैं। यदि इलेक्ट्रॉन बिना विचलन के गुजर जाता है, तो इलेक्ट्रॉन का वेग.......\(m{s^{ - 1}}\) होगा
1 \(0.25\)
2 \(2\)
3 \(4\)
4 \(8\)
Explanation:
\(v = \frac{E}{B} = \frac{{20}}{5} = 4\,m/\sec \)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195332
एक आवेशित कण को स्थिर व समरूप विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र में विराम अवस्था से स्वतंत्र किया जाता है। दोनों क्षेत्र एक दूसरे के समान्तर है। कण की गति का मार्ग है
1 सरल रेखा
2 वृत्त
3 कुण्डलिनीवत् (Helix)
4 साइक्लॉइड
Explanation:
क्योंकि आवेश पर चुम्बकीय बल शून्य है।
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195333
एक समरूप चुम्बकीय प्रेरण ‘\(B\)’ में, \(M\) द्रव्यमान तथा \(Q\) आवेश का एक कण \(\mathop v\limits^ \to \) वेग से \(R\) त्रिज्या का वृत्तीय पथ बनाते हुये गतिशील है। जब कण \(1\) पूर्ण चक्र लगाता है तो क्षेत्र द्वारा किया गया कार्य है
195309
एक इलेक्ट्रॉन पूर्व दिशा में गति कर रहा है। यदि ऊपर की ओर एक चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाये तो इलेक्ट्रॉन विक्षेपित होगा
1 दक्षिण की ओर
2 उत्तर की ओर
3 पश्चिम की ओर
4 पूर्व की ओर
Explanation:
फ्लेमिंग के बायें हाथ के नियम से
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195310
\(1\, C\) आवेश का एक कण \(0.5\) टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् \(10\) मीटर/सैकण्ड के वेग से गतिमान है। कण पर कार्यरत् बल......\(N\) है
1 \(5\)
2 \(10 \)
3 \(0.5\)
4 \(0\)
Explanation:
\(F = qBv = 1 \times 0.5 \times 10 = 5\,N\)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195331
एक इलेक्ट्रॉन एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करता है, जहाँ स्थिर विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र के मान क्रमश: \(20\, N/C\) एवं \(5\) टेसला हैं। यदि इलेक्ट्रॉन बिना विचलन के गुजर जाता है, तो इलेक्ट्रॉन का वेग.......\(m{s^{ - 1}}\) होगा
1 \(0.25\)
2 \(2\)
3 \(4\)
4 \(8\)
Explanation:
\(v = \frac{E}{B} = \frac{{20}}{5} = 4\,m/\sec \)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195332
एक आवेशित कण को स्थिर व समरूप विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र में विराम अवस्था से स्वतंत्र किया जाता है। दोनों क्षेत्र एक दूसरे के समान्तर है। कण की गति का मार्ग है
1 सरल रेखा
2 वृत्त
3 कुण्डलिनीवत् (Helix)
4 साइक्लॉइड
Explanation:
क्योंकि आवेश पर चुम्बकीय बल शून्य है।
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195333
एक समरूप चुम्बकीय प्रेरण ‘\(B\)’ में, \(M\) द्रव्यमान तथा \(Q\) आवेश का एक कण \(\mathop v\limits^ \to \) वेग से \(R\) त्रिज्या का वृत्तीय पथ बनाते हुये गतिशील है। जब कण \(1\) पूर्ण चक्र लगाता है तो क्षेत्र द्वारा किया गया कार्य है
195309
एक इलेक्ट्रॉन पूर्व दिशा में गति कर रहा है। यदि ऊपर की ओर एक चुम्बकीय क्षेत्र आरोपित किया जाये तो इलेक्ट्रॉन विक्षेपित होगा
1 दक्षिण की ओर
2 उत्तर की ओर
3 पश्चिम की ओर
4 पूर्व की ओर
Explanation:
फ्लेमिंग के बायें हाथ के नियम से
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195310
\(1\, C\) आवेश का एक कण \(0.5\) टेसला के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् \(10\) मीटर/सैकण्ड के वेग से गतिमान है। कण पर कार्यरत् बल......\(N\) है
1 \(5\)
2 \(10 \)
3 \(0.5\)
4 \(0\)
Explanation:
\(F = qBv = 1 \times 0.5 \times 10 = 5\,N\)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195331
एक इलेक्ट्रॉन एक ऐसे क्षेत्र में प्रवेश करता है, जहाँ स्थिर विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र के मान क्रमश: \(20\, N/C\) एवं \(5\) टेसला हैं। यदि इलेक्ट्रॉन बिना विचलन के गुजर जाता है, तो इलेक्ट्रॉन का वेग.......\(m{s^{ - 1}}\) होगा
1 \(0.25\)
2 \(2\)
3 \(4\)
4 \(8\)
Explanation:
\(v = \frac{E}{B} = \frac{{20}}{5} = 4\,m/\sec \)
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195332
एक आवेशित कण को स्थिर व समरूप विद्युत क्षेत्र एवं चुम्बकीय क्षेत्र में विराम अवस्था से स्वतंत्र किया जाता है। दोनों क्षेत्र एक दूसरे के समान्तर है। कण की गति का मार्ग है
1 सरल रेखा
2 वृत्त
3 कुण्डलिनीवत् (Helix)
4 साइक्लॉइड
Explanation:
क्योंकि आवेश पर चुम्बकीय बल शून्य है।
04. MOVING CHARGES AND MAGNETISM (HM)
195333
एक समरूप चुम्बकीय प्रेरण ‘\(B\)’ में, \(M\) द्रव्यमान तथा \(Q\) आवेश का एक कण \(\mathop v\limits^ \to \) वेग से \(R\) त्रिज्या का वृत्तीय पथ बनाते हुये गतिशील है। जब कण \(1\) पूर्ण चक्र लगाता है तो क्षेत्र द्वारा किया गया कार्य है