1 चुम्बक के दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर होती हैं
2 चुम्बक के उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव की ओर होती है
3 अस्तित्व में नहीं रहती
4 छड़ चुम्बक के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर निर्भर करती है
Explanation:
(a) The magnetic lines of force inside a bar magnet are from south pole to north pole of the magnet.
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194840
यदि चुम्बक को इसकी चुम्बकीय अक्ष के साथ लटकाकर छोड़ दें तो यह रुकेगी
1 चुम्बकीय याम्योत्तर में
2 भौगोलिक याम्योत्तर में
3 नमन् कोण में
4 इनमें से कोई नहीं
Explanation:
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194841
एक चुम्बक, जिसका चुम्बकीय आघूर्ण \(2 \,A-m^2\) है, को \(5 \times 10^{-3}\, T\) के चुम्बकीय क्षेत्र में, चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा से, इसके विपरीत दिशा में घुमाने में किया गया कार्य है
194842
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के कारण एक छड़ चुम्बक पर कार्यरत बल आघूर्ण अधिकतम होगा। यदि चुम्बक की अक्ष
1 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् है
2 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊध्र्वाधर घटक के समान्तर
3 \(N-S \) दिशा से \(33°\) कोण पर
4 पृथ्वी की \(N-S\) दिशा में
Explanation:
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र \( (BH) \) में छड़ चुम्बक पर बल आघूर्ण \(\tau = M{B_H}\sin \theta \)/ \(sin\theta\) का मान अधिकतम होने पर अर्थात् \(\theta = 90° \) पर \(t \) का मान अधिकतम होगा। अत: चुम्बक का अक्ष पृथ्वी के क्षेत्र के लम्बवत् होगा।
1 चुम्बक के दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर होती हैं
2 चुम्बक के उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव की ओर होती है
3 अस्तित्व में नहीं रहती
4 छड़ चुम्बक के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर निर्भर करती है
Explanation:
(a) The magnetic lines of force inside a bar magnet are from south pole to north pole of the magnet.
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194840
यदि चुम्बक को इसकी चुम्बकीय अक्ष के साथ लटकाकर छोड़ दें तो यह रुकेगी
1 चुम्बकीय याम्योत्तर में
2 भौगोलिक याम्योत्तर में
3 नमन् कोण में
4 इनमें से कोई नहीं
Explanation:
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194841
एक चुम्बक, जिसका चुम्बकीय आघूर्ण \(2 \,A-m^2\) है, को \(5 \times 10^{-3}\, T\) के चुम्बकीय क्षेत्र में, चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा से, इसके विपरीत दिशा में घुमाने में किया गया कार्य है
194842
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के कारण एक छड़ चुम्बक पर कार्यरत बल आघूर्ण अधिकतम होगा। यदि चुम्बक की अक्ष
1 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् है
2 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊध्र्वाधर घटक के समान्तर
3 \(N-S \) दिशा से \(33°\) कोण पर
4 पृथ्वी की \(N-S\) दिशा में
Explanation:
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र \( (BH) \) में छड़ चुम्बक पर बल आघूर्ण \(\tau = M{B_H}\sin \theta \)/ \(sin\theta\) का मान अधिकतम होने पर अर्थात् \(\theta = 90° \) पर \(t \) का मान अधिकतम होगा। अत: चुम्बक का अक्ष पृथ्वी के क्षेत्र के लम्बवत् होगा।
1 चुम्बक के दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर होती हैं
2 चुम्बक के उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव की ओर होती है
3 अस्तित्व में नहीं रहती
4 छड़ चुम्बक के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर निर्भर करती है
Explanation:
(a) The magnetic lines of force inside a bar magnet are from south pole to north pole of the magnet.
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194840
यदि चुम्बक को इसकी चुम्बकीय अक्ष के साथ लटकाकर छोड़ दें तो यह रुकेगी
1 चुम्बकीय याम्योत्तर में
2 भौगोलिक याम्योत्तर में
3 नमन् कोण में
4 इनमें से कोई नहीं
Explanation:
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194841
एक चुम्बक, जिसका चुम्बकीय आघूर्ण \(2 \,A-m^2\) है, को \(5 \times 10^{-3}\, T\) के चुम्बकीय क्षेत्र में, चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा से, इसके विपरीत दिशा में घुमाने में किया गया कार्य है
194842
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के कारण एक छड़ चुम्बक पर कार्यरत बल आघूर्ण अधिकतम होगा। यदि चुम्बक की अक्ष
1 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् है
2 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊध्र्वाधर घटक के समान्तर
3 \(N-S \) दिशा से \(33°\) कोण पर
4 पृथ्वी की \(N-S\) दिशा में
Explanation:
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र \( (BH) \) में छड़ चुम्बक पर बल आघूर्ण \(\tau = M{B_H}\sin \theta \)/ \(sin\theta\) का मान अधिकतम होने पर अर्थात् \(\theta = 90° \) पर \(t \) का मान अधिकतम होगा। अत: चुम्बक का अक्ष पृथ्वी के क्षेत्र के लम्बवत् होगा।
1 चुम्बक के दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर होती हैं
2 चुम्बक के उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव की ओर होती है
3 अस्तित्व में नहीं रहती
4 छड़ चुम्बक के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर निर्भर करती है
Explanation:
(a) The magnetic lines of force inside a bar magnet are from south pole to north pole of the magnet.
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194840
यदि चुम्बक को इसकी चुम्बकीय अक्ष के साथ लटकाकर छोड़ दें तो यह रुकेगी
1 चुम्बकीय याम्योत्तर में
2 भौगोलिक याम्योत्तर में
3 नमन् कोण में
4 इनमें से कोई नहीं
Explanation:
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194841
एक चुम्बक, जिसका चुम्बकीय आघूर्ण \(2 \,A-m^2\) है, को \(5 \times 10^{-3}\, T\) के चुम्बकीय क्षेत्र में, चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा से, इसके विपरीत दिशा में घुमाने में किया गया कार्य है
194842
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के कारण एक छड़ चुम्बक पर कार्यरत बल आघूर्ण अधिकतम होगा। यदि चुम्बक की अक्ष
1 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् है
2 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊध्र्वाधर घटक के समान्तर
3 \(N-S \) दिशा से \(33°\) कोण पर
4 पृथ्वी की \(N-S\) दिशा में
Explanation:
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र \( (BH) \) में छड़ चुम्बक पर बल आघूर्ण \(\tau = M{B_H}\sin \theta \)/ \(sin\theta\) का मान अधिकतम होने पर अर्थात् \(\theta = 90° \) पर \(t \) का मान अधिकतम होगा। अत: चुम्बक का अक्ष पृथ्वी के क्षेत्र के लम्बवत् होगा।
1 चुम्बक के दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर होती हैं
2 चुम्बक के उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव की ओर होती है
3 अस्तित्व में नहीं रहती
4 छड़ चुम्बक के अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर निर्भर करती है
Explanation:
(a) The magnetic lines of force inside a bar magnet are from south pole to north pole of the magnet.
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194840
यदि चुम्बक को इसकी चुम्बकीय अक्ष के साथ लटकाकर छोड़ दें तो यह रुकेगी
1 चुम्बकीय याम्योत्तर में
2 भौगोलिक याम्योत्तर में
3 नमन् कोण में
4 इनमें से कोई नहीं
Explanation:
05. MAGNETISM and MATTER (HM)
194841
एक चुम्बक, जिसका चुम्बकीय आघूर्ण \(2 \,A-m^2\) है, को \(5 \times 10^{-3}\, T\) के चुम्बकीय क्षेत्र में, चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा से, इसके विपरीत दिशा में घुमाने में किया गया कार्य है
194842
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के कारण एक छड़ चुम्बक पर कार्यरत बल आघूर्ण अधिकतम होगा। यदि चुम्बक की अक्ष
1 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् है
2 पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र के ऊध्र्वाधर घटक के समान्तर
3 \(N-S \) दिशा से \(33°\) कोण पर
4 पृथ्वी की \(N-S\) दिशा में
Explanation:
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र \( (BH) \) में छड़ चुम्बक पर बल आघूर्ण \(\tau = M{B_H}\sin \theta \)/ \(sin\theta\) का मान अधिकतम होने पर अर्थात् \(\theta = 90° \) पर \(t \) का मान अधिकतम होगा। अत: चुम्बक का अक्ष पृथ्वी के क्षेत्र के लम्बवत् होगा।