194416
दो परिपथों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व \(0.1\, H\) है। जब एक परिपथ में धारा \(0.02\) सैकण्ड में \(0\) से \(20\, A\) हो जाती है तो दूसरे परिपथ में उत्पन्न औसत विद्युत वाहक बल ......\(V\) होगा
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दो परिपथों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व \(0.1\, H\) है। जब एक परिपथ में धारा \(0.02\) सैकण्ड में \(0\) से \(20\, A\) हो जाती है तो दूसरे परिपथ में उत्पन्न औसत विद्युत वाहक बल ......\(V\) होगा
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दो परिपथों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व \(0.1\, H\) है। जब एक परिपथ में धारा \(0.02\) सैकण्ड में \(0\) से \(20\, A\) हो जाती है तो दूसरे परिपथ में उत्पन्न औसत विद्युत वाहक बल ......\(V\) होगा
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दो परिपथों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व \(0.1\, H\) है। जब एक परिपथ में धारा \(0.02\) सैकण्ड में \(0\) से \(20\, A\) हो जाती है तो दूसरे परिपथ में उत्पन्न औसत विद्युत वाहक बल ......\(V\) होगा
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दो परिपथों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व \(0.1\, H\) है। जब एक परिपथ में धारा \(0.02\) सैकण्ड में \(0\) से \(20\, A\) हो जाती है तो दूसरे परिपथ में उत्पन्न औसत विद्युत वाहक बल ......\(V\) होगा