194418
दो कुण्डलियों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व \(6\, mH\) है। यदि एक कुण्डली में \(2A\) की धारा प्रवाहित हो रही है, तब दूसरी कुण्डली में प्रेरित विद्युत वाहक बल होगा
1 \(3\, mV\)
2 \(2\, mV\)
3 \(3 \,V\)
4 शून्य
Explanation:
जब प्राथमिक में धारा परिवर्तित होती है तभी द्वितीयक में वि. वा. बल प्रेरित होता है
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194419
एक \(L-R\) परिपथ में विद्युत वाहक बल \(E\) का एक सेल जुड़ा है, जिसे समय \(t = 0\) पर जोड़ा गया है। काफी समय पश्चात् परिपथ में धारा का मान होगा
194418
दो कुण्डलियों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व \(6\, mH\) है। यदि एक कुण्डली में \(2A\) की धारा प्रवाहित हो रही है, तब दूसरी कुण्डली में प्रेरित विद्युत वाहक बल होगा
1 \(3\, mV\)
2 \(2\, mV\)
3 \(3 \,V\)
4 शून्य
Explanation:
जब प्राथमिक में धारा परिवर्तित होती है तभी द्वितीयक में वि. वा. बल प्रेरित होता है
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194419
एक \(L-R\) परिपथ में विद्युत वाहक बल \(E\) का एक सेल जुड़ा है, जिसे समय \(t = 0\) पर जोड़ा गया है। काफी समय पश्चात् परिपथ में धारा का मान होगा
194418
दो कुण्डलियों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व \(6\, mH\) है। यदि एक कुण्डली में \(2A\) की धारा प्रवाहित हो रही है, तब दूसरी कुण्डली में प्रेरित विद्युत वाहक बल होगा
1 \(3\, mV\)
2 \(2\, mV\)
3 \(3 \,V\)
4 शून्य
Explanation:
जब प्राथमिक में धारा परिवर्तित होती है तभी द्वितीयक में वि. वा. बल प्रेरित होता है
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194419
एक \(L-R\) परिपथ में विद्युत वाहक बल \(E\) का एक सेल जुड़ा है, जिसे समय \(t = 0\) पर जोड़ा गया है। काफी समय पश्चात् परिपथ में धारा का मान होगा
194418
दो कुण्डलियों के बीच अन्योन्य प्रेरकत्व \(6\, mH\) है। यदि एक कुण्डली में \(2A\) की धारा प्रवाहित हो रही है, तब दूसरी कुण्डली में प्रेरित विद्युत वाहक बल होगा
1 \(3\, mV\)
2 \(2\, mV\)
3 \(3 \,V\)
4 शून्य
Explanation:
जब प्राथमिक में धारा परिवर्तित होती है तभी द्वितीयक में वि. वा. बल प्रेरित होता है
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
194419
एक \(L-R\) परिपथ में विद्युत वाहक बल \(E\) का एक सेल जुड़ा है, जिसे समय \(t = 0\) पर जोड़ा गया है। काफी समय पश्चात् परिपथ में धारा का मान होगा