06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194289 संलग्न चित्र में यदि दण्ड चुम्बक को, दो लूपों \(A\) और \(B\) के उभयनिष्ठ अक्ष के अनुदिश, तीर की दिशा में चलाया जाये तब

1 केवल  \(A\) में धारा प्रेरित होती है, \(B\) में नहीं
2 \(A\) और \(B\) दोनों में प्रेरित धारायें एक ही दिशा में हैं
3 \(A\) और \(B\) दोनों में प्रेरित धारायें एक ही दिशा में हैं
4 \(A\) और \(B\) में प्रेरित धारायें विपरीत दिशा में हैं
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194290 \(10\) ओहम प्रतिरोध के बंद परिपथ में संलग्न चुम्बकीय फ्लक्स \(\phi\) (वेबर में) समय \(t\) (सेकण्ड में) के साथ बदलता है\(\phi  = 5{t^2} - 4t + 1\)\(t = 0.2\) सैकण्ड पर परिपथ में प्रेरित विद्युत वाहक बल ........वोल्ट है

1 \(0.4\)
2 \(-0.4\)
3 \(-2.0\)
4 \(2.0\)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194291 किसी कुण्डली से निर्गत चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन के फलस्वरूप उसमें उत्पन्न प्रेरित विद्युत् वाहक बल का सूत्र है (यहाँ \(A\) = कुण्डली का क्षेत्रफल, \(B\) = चुम्बकीय क्षेत्र है)

1 \(e = - A.\frac{{dB}}{{dt}}\)
2 \(e = - B.\frac{{dA}}{{dt}}\)
3 \(e = - \frac{d}{{dt}}(A.B)\)
4 \(e = - \frac{d}{{dt}}(A \times B)\)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194292 लेन्ज का नियम निम्न सूत्र से दिया जाता है (यहाँ \(e\) = प्रेरित विद्युत वाहक बल, \(\phi\)= एक फेरे में चुम्बकीय फ्लक्स और \(N\) = फेरों की संख्या है)

1 \(e = - \phi \frac{{dN}}{{dt}}\)
2 \(e = - N\frac{{d\phi }}{{dt}}\)
3 \(e = - \frac{d}{{dt}}\left( {\frac{\phi }{N}} \right)\)
4 \(e = N\frac{{d\phi }}{{dt}}\)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194289 संलग्न चित्र में यदि दण्ड चुम्बक को, दो लूपों \(A\) और \(B\) के उभयनिष्ठ अक्ष के अनुदिश, तीर की दिशा में चलाया जाये तब

1 केवल  \(A\) में धारा प्रेरित होती है, \(B\) में नहीं
2 \(A\) और \(B\) दोनों में प्रेरित धारायें एक ही दिशा में हैं
3 \(A\) और \(B\) दोनों में प्रेरित धारायें एक ही दिशा में हैं
4 \(A\) और \(B\) में प्रेरित धारायें विपरीत दिशा में हैं
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194290 \(10\) ओहम प्रतिरोध के बंद परिपथ में संलग्न चुम्बकीय फ्लक्स \(\phi\) (वेबर में) समय \(t\) (सेकण्ड में) के साथ बदलता है\(\phi  = 5{t^2} - 4t + 1\)\(t = 0.2\) सैकण्ड पर परिपथ में प्रेरित विद्युत वाहक बल ........वोल्ट है

1 \(0.4\)
2 \(-0.4\)
3 \(-2.0\)
4 \(2.0\)
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194291 किसी कुण्डली से निर्गत चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन के फलस्वरूप उसमें उत्पन्न प्रेरित विद्युत् वाहक बल का सूत्र है (यहाँ \(A\) = कुण्डली का क्षेत्रफल, \(B\) = चुम्बकीय क्षेत्र है)

1 \(e = - A.\frac{{dB}}{{dt}}\)
2 \(e = - B.\frac{{dA}}{{dt}}\)
3 \(e = - \frac{d}{{dt}}(A.B)\)
4 \(e = - \frac{d}{{dt}}(A \times B)\)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194292 लेन्ज का नियम निम्न सूत्र से दिया जाता है (यहाँ \(e\) = प्रेरित विद्युत वाहक बल, \(\phi\)= एक फेरे में चुम्बकीय फ्लक्स और \(N\) = फेरों की संख्या है)

1 \(e = - \phi \frac{{dN}}{{dt}}\)
2 \(e = - N\frac{{d\phi }}{{dt}}\)
3 \(e = - \frac{d}{{dt}}\left( {\frac{\phi }{N}} \right)\)
4 \(e = N\frac{{d\phi }}{{dt}}\)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194289 संलग्न चित्र में यदि दण्ड चुम्बक को, दो लूपों \(A\) और \(B\) के उभयनिष्ठ अक्ष के अनुदिश, तीर की दिशा में चलाया जाये तब

1 केवल  \(A\) में धारा प्रेरित होती है, \(B\) में नहीं
2 \(A\) और \(B\) दोनों में प्रेरित धारायें एक ही दिशा में हैं
3 \(A\) और \(B\) दोनों में प्रेरित धारायें एक ही दिशा में हैं
4 \(A\) और \(B\) में प्रेरित धारायें विपरीत दिशा में हैं
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194290 \(10\) ओहम प्रतिरोध के बंद परिपथ में संलग्न चुम्बकीय फ्लक्स \(\phi\) (वेबर में) समय \(t\) (सेकण्ड में) के साथ बदलता है\(\phi  = 5{t^2} - 4t + 1\)\(t = 0.2\) सैकण्ड पर परिपथ में प्रेरित विद्युत वाहक बल ........वोल्ट है

1 \(0.4\)
2 \(-0.4\)
3 \(-2.0\)
4 \(2.0\)
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194291 किसी कुण्डली से निर्गत चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन के फलस्वरूप उसमें उत्पन्न प्रेरित विद्युत् वाहक बल का सूत्र है (यहाँ \(A\) = कुण्डली का क्षेत्रफल, \(B\) = चुम्बकीय क्षेत्र है)

1 \(e = - A.\frac{{dB}}{{dt}}\)
2 \(e = - B.\frac{{dA}}{{dt}}\)
3 \(e = - \frac{d}{{dt}}(A.B)\)
4 \(e = - \frac{d}{{dt}}(A \times B)\)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194292 लेन्ज का नियम निम्न सूत्र से दिया जाता है (यहाँ \(e\) = प्रेरित विद्युत वाहक बल, \(\phi\)= एक फेरे में चुम्बकीय फ्लक्स और \(N\) = फेरों की संख्या है)

1 \(e = - \phi \frac{{dN}}{{dt}}\)
2 \(e = - N\frac{{d\phi }}{{dt}}\)
3 \(e = - \frac{d}{{dt}}\left( {\frac{\phi }{N}} \right)\)
4 \(e = N\frac{{d\phi }}{{dt}}\)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194289 संलग्न चित्र में यदि दण्ड चुम्बक को, दो लूपों \(A\) और \(B\) के उभयनिष्ठ अक्ष के अनुदिश, तीर की दिशा में चलाया जाये तब

1 केवल  \(A\) में धारा प्रेरित होती है, \(B\) में नहीं
2 \(A\) और \(B\) दोनों में प्रेरित धारायें एक ही दिशा में हैं
3 \(A\) और \(B\) दोनों में प्रेरित धारायें एक ही दिशा में हैं
4 \(A\) और \(B\) में प्रेरित धारायें विपरीत दिशा में हैं
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194290 \(10\) ओहम प्रतिरोध के बंद परिपथ में संलग्न चुम्बकीय फ्लक्स \(\phi\) (वेबर में) समय \(t\) (सेकण्ड में) के साथ बदलता है\(\phi  = 5{t^2} - 4t + 1\)\(t = 0.2\) सैकण्ड पर परिपथ में प्रेरित विद्युत वाहक बल ........वोल्ट है

1 \(0.4\)
2 \(-0.4\)
3 \(-2.0\)
4 \(2.0\)
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194291 किसी कुण्डली से निर्गत चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन के फलस्वरूप उसमें उत्पन्न प्रेरित विद्युत् वाहक बल का सूत्र है (यहाँ \(A\) = कुण्डली का क्षेत्रफल, \(B\) = चुम्बकीय क्षेत्र है)

1 \(e = - A.\frac{{dB}}{{dt}}\)
2 \(e = - B.\frac{{dA}}{{dt}}\)
3 \(e = - \frac{d}{{dt}}(A.B)\)
4 \(e = - \frac{d}{{dt}}(A \times B)\)
06. ELECTROMAGNETIC INDUCTION (HM)

194292 लेन्ज का नियम निम्न सूत्र से दिया जाता है (यहाँ \(e\) = प्रेरित विद्युत वाहक बल, \(\phi\)= एक फेरे में चुम्बकीय फ्लक्स और \(N\) = फेरों की संख्या है)

1 \(e = - \phi \frac{{dN}}{{dt}}\)
2 \(e = - N\frac{{d\phi }}{{dt}}\)
3 \(e = - \frac{d}{{dt}}\left( {\frac{\phi }{N}} \right)\)
4 \(e = N\frac{{d\phi }}{{dt}}\)