10. WAVE OPTICS (HM)
10. WAVE OPTICS (HM)

192392 \(5000\;\mathring A\) तरंगदैर्ध्य की प्रकाश पर \(10\; cm\) व्यास वाले दूरदर्शी का कोणीय विभेदन होगा:

1 \({10^6}\) रेडियन
2 \({10^{ - 2}}\) रेडियन
3 \({10^{ - 4}}\) रेडियन
4 \({10^{ - 6}}\) रेडियन
10. WAVE OPTICS (HM)

192393 एक खगोलीय दूरदश्री की विभेदन क्षमता \(0.2 sec\) है। यदि दूरदश्री के अभिदृश्यक लेन्स के बीच का आधा भाग ढक दिया जाये, तब विभेदन क्षमता .......\(sec\) हो जाएगी

1 \(0.1\)
2 \(0.2\)
3 \(1\)
4 \(0.6\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192394 एक अन्तरिक्ष यात्री \(400\,km\) ऊँचाई पर किसी अन्तरिक्ष यान से पृथ्वी की सतह को देख रहा है यदि अन्तरिक्ष यात्री के नेत्र की पुतली का व्यास \(5\,mm\) तथा दृश्य प्रकाश की तरंगदैध्र्य \(500\,nm\) है तो यात्री लगभग किस आकार की रेखीय वस्तुओं को विभेदित देख सकता है........\(m\)

1 \(0.5\)
2 \(5\)
3 \(50\)
4 \(500\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192395 एक दूरदश्री के अभिदृश्यक के लेन्स का व्यास \(10\; m\) है। तथा यह दो वस्तुओं से \(1\, km\) की दूरी पर स्थित है। यदि प्रकाश की औसत तरंगदैध्र्य \(5000 \;\mathring A\) हो तब इन वस्तुओं के बीच की कम से कम वह दूरी जिसे दूरदश्री विभेदित कर सके, होगी

1 \(0.5\; m\)
2 \(5\; m\)
3 \(5\; mm\)
4 \(5\; cm\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192392 \(5000\;\mathring A\) तरंगदैर्ध्य की प्रकाश पर \(10\; cm\) व्यास वाले दूरदर्शी का कोणीय विभेदन होगा:

1 \({10^6}\) रेडियन
2 \({10^{ - 2}}\) रेडियन
3 \({10^{ - 4}}\) रेडियन
4 \({10^{ - 6}}\) रेडियन
10. WAVE OPTICS (HM)

192393 एक खगोलीय दूरदश्री की विभेदन क्षमता \(0.2 sec\) है। यदि दूरदश्री के अभिदृश्यक लेन्स के बीच का आधा भाग ढक दिया जाये, तब विभेदन क्षमता .......\(sec\) हो जाएगी

1 \(0.1\)
2 \(0.2\)
3 \(1\)
4 \(0.6\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192394 एक अन्तरिक्ष यात्री \(400\,km\) ऊँचाई पर किसी अन्तरिक्ष यान से पृथ्वी की सतह को देख रहा है यदि अन्तरिक्ष यात्री के नेत्र की पुतली का व्यास \(5\,mm\) तथा दृश्य प्रकाश की तरंगदैध्र्य \(500\,nm\) है तो यात्री लगभग किस आकार की रेखीय वस्तुओं को विभेदित देख सकता है........\(m\)

1 \(0.5\)
2 \(5\)
3 \(50\)
4 \(500\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192395 एक दूरदश्री के अभिदृश्यक के लेन्स का व्यास \(10\; m\) है। तथा यह दो वस्तुओं से \(1\, km\) की दूरी पर स्थित है। यदि प्रकाश की औसत तरंगदैध्र्य \(5000 \;\mathring A\) हो तब इन वस्तुओं के बीच की कम से कम वह दूरी जिसे दूरदश्री विभेदित कर सके, होगी

1 \(0.5\; m\)
2 \(5\; m\)
3 \(5\; mm\)
4 \(5\; cm\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192392 \(5000\;\mathring A\) तरंगदैर्ध्य की प्रकाश पर \(10\; cm\) व्यास वाले दूरदर्शी का कोणीय विभेदन होगा:

1 \({10^6}\) रेडियन
2 \({10^{ - 2}}\) रेडियन
3 \({10^{ - 4}}\) रेडियन
4 \({10^{ - 6}}\) रेडियन
10. WAVE OPTICS (HM)

192393 एक खगोलीय दूरदश्री की विभेदन क्षमता \(0.2 sec\) है। यदि दूरदश्री के अभिदृश्यक लेन्स के बीच का आधा भाग ढक दिया जाये, तब विभेदन क्षमता .......\(sec\) हो जाएगी

1 \(0.1\)
2 \(0.2\)
3 \(1\)
4 \(0.6\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192394 एक अन्तरिक्ष यात्री \(400\,km\) ऊँचाई पर किसी अन्तरिक्ष यान से पृथ्वी की सतह को देख रहा है यदि अन्तरिक्ष यात्री के नेत्र की पुतली का व्यास \(5\,mm\) तथा दृश्य प्रकाश की तरंगदैध्र्य \(500\,nm\) है तो यात्री लगभग किस आकार की रेखीय वस्तुओं को विभेदित देख सकता है........\(m\)

1 \(0.5\)
2 \(5\)
3 \(50\)
4 \(500\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192395 एक दूरदश्री के अभिदृश्यक के लेन्स का व्यास \(10\; m\) है। तथा यह दो वस्तुओं से \(1\, km\) की दूरी पर स्थित है। यदि प्रकाश की औसत तरंगदैध्र्य \(5000 \;\mathring A\) हो तब इन वस्तुओं के बीच की कम से कम वह दूरी जिसे दूरदश्री विभेदित कर सके, होगी

1 \(0.5\; m\)
2 \(5\; m\)
3 \(5\; mm\)
4 \(5\; cm\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192392 \(5000\;\mathring A\) तरंगदैर्ध्य की प्रकाश पर \(10\; cm\) व्यास वाले दूरदर्शी का कोणीय विभेदन होगा:

1 \({10^6}\) रेडियन
2 \({10^{ - 2}}\) रेडियन
3 \({10^{ - 4}}\) रेडियन
4 \({10^{ - 6}}\) रेडियन
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192393 एक खगोलीय दूरदश्री की विभेदन क्षमता \(0.2 sec\) है। यदि दूरदश्री के अभिदृश्यक लेन्स के बीच का आधा भाग ढक दिया जाये, तब विभेदन क्षमता .......\(sec\) हो जाएगी

1 \(0.1\)
2 \(0.2\)
3 \(1\)
4 \(0.6\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192394 एक अन्तरिक्ष यात्री \(400\,km\) ऊँचाई पर किसी अन्तरिक्ष यान से पृथ्वी की सतह को देख रहा है यदि अन्तरिक्ष यात्री के नेत्र की पुतली का व्यास \(5\,mm\) तथा दृश्य प्रकाश की तरंगदैध्र्य \(500\,nm\) है तो यात्री लगभग किस आकार की रेखीय वस्तुओं को विभेदित देख सकता है........\(m\)

1 \(0.5\)
2 \(5\)
3 \(50\)
4 \(500\)
10. WAVE OPTICS (HM)

192395 एक दूरदश्री के अभिदृश्यक के लेन्स का व्यास \(10\; m\) है। तथा यह दो वस्तुओं से \(1\, km\) की दूरी पर स्थित है। यदि प्रकाश की औसत तरंगदैध्र्य \(5000 \;\mathring A\) हो तब इन वस्तुओं के बीच की कम से कम वह दूरी जिसे दूरदश्री विभेदित कर सके, होगी

1 \(0.5\; m\)
2 \(5\; m\)
3 \(5\; mm\)
4 \(5\; cm\)