192099 किसी धात्विक पृष्ठ पर \(1824 Å\) तरंगदैध्र्य का प्रकाश आपतित होता है, और \(5.3 eV\) अधिकतम ऊर्जा के प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्पन्न होते हैं। यदि \(1216 Å\) तरंगदैध्र्य का प्रकाश उपयोग में लाया जाये तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा \(8.7 eV\) है। धात्विक पृष्ठ का कार्यफलन ............. \(eV\) होगा
192099 किसी धात्विक पृष्ठ पर \(1824 Å\) तरंगदैध्र्य का प्रकाश आपतित होता है, और \(5.3 eV\) अधिकतम ऊर्जा के प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्पन्न होते हैं। यदि \(1216 Å\) तरंगदैध्र्य का प्रकाश उपयोग में लाया जाये तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा \(8.7 eV\) है। धात्विक पृष्ठ का कार्यफलन ............. \(eV\) होगा
192099 किसी धात्विक पृष्ठ पर \(1824 Å\) तरंगदैध्र्य का प्रकाश आपतित होता है, और \(5.3 eV\) अधिकतम ऊर्जा के प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्पन्न होते हैं। यदि \(1216 Å\) तरंगदैध्र्य का प्रकाश उपयोग में लाया जाये तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा \(8.7 eV\) है। धात्विक पृष्ठ का कार्यफलन ............. \(eV\) होगा
192099 किसी धात्विक पृष्ठ पर \(1824 Å\) तरंगदैध्र्य का प्रकाश आपतित होता है, और \(5.3 eV\) अधिकतम ऊर्जा के प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्पन्न होते हैं। यदि \(1216 Å\) तरंगदैध्र्य का प्रकाश उपयोग में लाया जाये तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा \(8.7 eV\) है। धात्विक पृष्ठ का कार्यफलन ............. \(eV\) होगा