192058
जब किसी सतह पर पीला प्रकाश आपतित होता है तो इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होते जबकि हरे प्रकाश के आपतन पर इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं। यदि सतह पर लाल प्रकाश आपतित किया जाये, तब
192059
किसी धातु की देहली तरंगदैध्र्य \(3000\) \({Å}\) है। यदि \(2000\) \({Å}\) का प्रकाश इस धातु पर आपतित हो तो
1 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होंगे
2 पॉजिट्रॉन उत्सर्जित होंगे
3 प्रोटॉन उत्सर्जित होंगे
4 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होंगे
Explanation:
इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन के लिये \({\lambda _{{\rm{incident}}}} < {\lambda _0}\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192060
यदि किसी प्रकाश विद्युत सेल को ऋणात्मक \(2V\) विभव पर रखा जाये तो इससे उत्सर्जन रुक जाता है । अधिकतम ऊर्जावान फोटोइलेक्ट्रॉन की ऊर्जा होगी
1 \(2eV\)
2 \(2J\)
3 \(2kJ\)
4 \(2keV\)
Explanation:
\({K_{\max }} = (\,|{V_0}|\,)\,eV = 2eV.\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192061
सोडियम तथा ताँबे के कार्यफलन क्रमश: \(2eV\) तथा \(4eV\) हैं। \(4000 Å\) तरंगदैध्र्य के प्रकाश के साथ प्रकाश विद्युत सेल के लिए कौनसी धातु उपयुक्त होगी
1 तांबा
2 सोडियम
3 दोनों
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
Explanation:
\(Na\) के लिये देहली तरंगदैध्र्य \({\lambda _{Na}} = \frac{{12375}}{2} = 6187.5{Å}\) एवं \({\lambda _{Cu}} = \frac{{12375}}{4} = 3093.75\) चूँकि \({\lambda _{Na}} > 4000{Å}\) अत: \(Na\) उपयुक्त है।
192058
जब किसी सतह पर पीला प्रकाश आपतित होता है तो इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होते जबकि हरे प्रकाश के आपतन पर इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं। यदि सतह पर लाल प्रकाश आपतित किया जाये, तब
192059
किसी धातु की देहली तरंगदैध्र्य \(3000\) \({Å}\) है। यदि \(2000\) \({Å}\) का प्रकाश इस धातु पर आपतित हो तो
1 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होंगे
2 पॉजिट्रॉन उत्सर्जित होंगे
3 प्रोटॉन उत्सर्जित होंगे
4 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होंगे
Explanation:
इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन के लिये \({\lambda _{{\rm{incident}}}} < {\lambda _0}\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192060
यदि किसी प्रकाश विद्युत सेल को ऋणात्मक \(2V\) विभव पर रखा जाये तो इससे उत्सर्जन रुक जाता है । अधिकतम ऊर्जावान फोटोइलेक्ट्रॉन की ऊर्जा होगी
1 \(2eV\)
2 \(2J\)
3 \(2kJ\)
4 \(2keV\)
Explanation:
\({K_{\max }} = (\,|{V_0}|\,)\,eV = 2eV.\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192061
सोडियम तथा ताँबे के कार्यफलन क्रमश: \(2eV\) तथा \(4eV\) हैं। \(4000 Å\) तरंगदैध्र्य के प्रकाश के साथ प्रकाश विद्युत सेल के लिए कौनसी धातु उपयुक्त होगी
1 तांबा
2 सोडियम
3 दोनों
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
Explanation:
\(Na\) के लिये देहली तरंगदैध्र्य \({\lambda _{Na}} = \frac{{12375}}{2} = 6187.5{Å}\) एवं \({\lambda _{Cu}} = \frac{{12375}}{4} = 3093.75\) चूँकि \({\lambda _{Na}} > 4000{Å}\) अत: \(Na\) उपयुक्त है।
192058
जब किसी सतह पर पीला प्रकाश आपतित होता है तो इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होते जबकि हरे प्रकाश के आपतन पर इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं। यदि सतह पर लाल प्रकाश आपतित किया जाये, तब
192059
किसी धातु की देहली तरंगदैध्र्य \(3000\) \({Å}\) है। यदि \(2000\) \({Å}\) का प्रकाश इस धातु पर आपतित हो तो
1 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होंगे
2 पॉजिट्रॉन उत्सर्जित होंगे
3 प्रोटॉन उत्सर्जित होंगे
4 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होंगे
Explanation:
इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन के लिये \({\lambda _{{\rm{incident}}}} < {\lambda _0}\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192060
यदि किसी प्रकाश विद्युत सेल को ऋणात्मक \(2V\) विभव पर रखा जाये तो इससे उत्सर्जन रुक जाता है । अधिकतम ऊर्जावान फोटोइलेक्ट्रॉन की ऊर्जा होगी
1 \(2eV\)
2 \(2J\)
3 \(2kJ\)
4 \(2keV\)
Explanation:
\({K_{\max }} = (\,|{V_0}|\,)\,eV = 2eV.\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192061
सोडियम तथा ताँबे के कार्यफलन क्रमश: \(2eV\) तथा \(4eV\) हैं। \(4000 Å\) तरंगदैध्र्य के प्रकाश के साथ प्रकाश विद्युत सेल के लिए कौनसी धातु उपयुक्त होगी
1 तांबा
2 सोडियम
3 दोनों
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
Explanation:
\(Na\) के लिये देहली तरंगदैध्र्य \({\lambda _{Na}} = \frac{{12375}}{2} = 6187.5{Å}\) एवं \({\lambda _{Cu}} = \frac{{12375}}{4} = 3093.75\) चूँकि \({\lambda _{Na}} > 4000{Å}\) अत: \(Na\) उपयुक्त है।
192058
जब किसी सतह पर पीला प्रकाश आपतित होता है तो इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होते जबकि हरे प्रकाश के आपतन पर इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं। यदि सतह पर लाल प्रकाश आपतित किया जाये, तब
192059
किसी धातु की देहली तरंगदैध्र्य \(3000\) \({Å}\) है। यदि \(2000\) \({Å}\) का प्रकाश इस धातु पर आपतित हो तो
1 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होंगे
2 पॉजिट्रॉन उत्सर्जित होंगे
3 प्रोटॉन उत्सर्जित होंगे
4 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होंगे
Explanation:
इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन के लिये \({\lambda _{{\rm{incident}}}} < {\lambda _0}\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192060
यदि किसी प्रकाश विद्युत सेल को ऋणात्मक \(2V\) विभव पर रखा जाये तो इससे उत्सर्जन रुक जाता है । अधिकतम ऊर्जावान फोटोइलेक्ट्रॉन की ऊर्जा होगी
1 \(2eV\)
2 \(2J\)
3 \(2kJ\)
4 \(2keV\)
Explanation:
\({K_{\max }} = (\,|{V_0}|\,)\,eV = 2eV.\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192061
सोडियम तथा ताँबे के कार्यफलन क्रमश: \(2eV\) तथा \(4eV\) हैं। \(4000 Å\) तरंगदैध्र्य के प्रकाश के साथ प्रकाश विद्युत सेल के लिए कौनसी धातु उपयुक्त होगी
1 तांबा
2 सोडियम
3 दोनों
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
Explanation:
\(Na\) के लिये देहली तरंगदैध्र्य \({\lambda _{Na}} = \frac{{12375}}{2} = 6187.5{Å}\) एवं \({\lambda _{Cu}} = \frac{{12375}}{4} = 3093.75\) चूँकि \({\lambda _{Na}} > 4000{Å}\) अत: \(Na\) उपयुक्त है।
192058
जब किसी सतह पर पीला प्रकाश आपतित होता है तो इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होते जबकि हरे प्रकाश के आपतन पर इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते हैं। यदि सतह पर लाल प्रकाश आपतित किया जाये, तब
192059
किसी धातु की देहली तरंगदैध्र्य \(3000\) \({Å}\) है। यदि \(2000\) \({Å}\) का प्रकाश इस धातु पर आपतित हो तो
1 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होंगे
2 पॉजिट्रॉन उत्सर्जित होंगे
3 प्रोटॉन उत्सर्जित होंगे
4 इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होंगे
Explanation:
इलेक्ट्रॉन उत्सर्जन के लिये \({\lambda _{{\rm{incident}}}} < {\lambda _0}\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192060
यदि किसी प्रकाश विद्युत सेल को ऋणात्मक \(2V\) विभव पर रखा जाये तो इससे उत्सर्जन रुक जाता है । अधिकतम ऊर्जावान फोटोइलेक्ट्रॉन की ऊर्जा होगी
1 \(2eV\)
2 \(2J\)
3 \(2kJ\)
4 \(2keV\)
Explanation:
\({K_{\max }} = (\,|{V_0}|\,)\,eV = 2eV.\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192061
सोडियम तथा ताँबे के कार्यफलन क्रमश: \(2eV\) तथा \(4eV\) हैं। \(4000 Å\) तरंगदैध्र्य के प्रकाश के साथ प्रकाश विद्युत सेल के लिए कौनसी धातु उपयुक्त होगी
1 तांबा
2 सोडियम
3 दोनों
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
Explanation:
\(Na\) के लिये देहली तरंगदैध्र्य \({\lambda _{Na}} = \frac{{12375}}{2} = 6187.5{Å}\) एवं \({\lambda _{Cu}} = \frac{{12375}}{4} = 3093.75\) चूँकि \({\lambda _{Na}} > 4000{Å}\) अत: \(Na\) उपयुक्त है।