192015 एक धातु का कार्य फलन \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) जूल है। धातु की इस सतह पर जब \(6400 \,Å \) तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश से प्रदीप्त किया जाता है, तो निकले हुये प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा होगी (प्लांक नियतांक \( = 6.4 \times {10^{ - 34}}Js\))
192015 एक धातु का कार्य फलन \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) जूल है। धातु की इस सतह पर जब \(6400 \,Å \) तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश से प्रदीप्त किया जाता है, तो निकले हुये प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा होगी (प्लांक नियतांक \( = 6.4 \times {10^{ - 34}}Js\))
192015 एक धातु का कार्य फलन \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) जूल है। धातु की इस सतह पर जब \(6400 \,Å \) तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश से प्रदीप्त किया जाता है, तो निकले हुये प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा होगी (प्लांक नियतांक \( = 6.4 \times {10^{ - 34}}Js\))
192015 एक धातु का कार्य फलन \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) जूल है। धातु की इस सतह पर जब \(6400 \,Å \) तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश से प्रदीप्त किया जाता है, तो निकले हुये प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा होगी (प्लांक नियतांक \( = 6.4 \times {10^{ - 34}}Js\))
192015 एक धातु का कार्य फलन \(1.6 \times {10^{ - 19}}\) जूल है। धातु की इस सतह पर जब \(6400 \,Å \) तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश से प्रदीप्त किया जाता है, तो निकले हुये प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा होगी (प्लांक नियतांक \( = 6.4 \times {10^{ - 34}}Js\))