(d) अरण्डी \((Castor)\) एक एण्डोस्पर्मिक (एल्ब्यूमिनस बीज) है। एल्ब्यूमिनस बीज में, भ्रूण पूर्ण भ्रूणपोष का उपयोग नहीं करता है। इसलिये यह परिपक्व बीज में चिरस्थाई होता है। इन बीजों में भोजन भ्रूणपोष में संग्रहित होता है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217384
निम्न में से किस पौधे में बीजपत्र पत्तियों का प्रथम युग्म बनाते हैं
1 मक्का
2 अरण्डी
3 चावल
4 सेम
Explanation:
(b) अरण्डी में, तीव्र वृद्धि और हाइपोकोटाइल के दीधीकरण के कारण बीजपत्र मृदा की सतह से ऊपर वायु तथा प्रकाश में आ जाते हैं। बीजपत्र हरे हो जाते हैं तथा बीजपत्र अंत में सूखकर गिर जाते हैं और बीजांकुर एक स्वतंत्र पौधा बनाता है। यह भूम्युपरिक \((epigeal)\) अंकुरण का प्रकार है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217385
बीज विकसित होते हैं
1 बीजाण्ड से
2 अण्डाशय से
3 एन्थर्स से
4 स्त्रीकेसर से
Explanation:
(a) निषेचित ओव्यूल बीज बनाता है। ओव्यूल आकार में वृद्धि करता है। इन्टेग्यूमेंट शुष्क हो जाता है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217386
अभ्रूणपोषी बीजों में भोजन संचित होता है
1 बीज कवच में
2 भ्रूणपोष में
3 बीजपत्रों में
4 बीजाण्ड में
Explanation:
(c) अभ्रूणपोषी : विकसित हो रहे भ्रूण के द्वारा भ्रूणपोष का पूर्ण उपयोग कर लिया जाता है तथा परिपक्व बीज भ्रूणपोष रहित होता है। भोजन का संग्रह बीजपत्र में होता है। उदाहरण - चना, मटर, सेम।
(d) अरण्डी \((Castor)\) एक एण्डोस्पर्मिक (एल्ब्यूमिनस बीज) है। एल्ब्यूमिनस बीज में, भ्रूण पूर्ण भ्रूणपोष का उपयोग नहीं करता है। इसलिये यह परिपक्व बीज में चिरस्थाई होता है। इन बीजों में भोजन भ्रूणपोष में संग्रहित होता है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217384
निम्न में से किस पौधे में बीजपत्र पत्तियों का प्रथम युग्म बनाते हैं
1 मक्का
2 अरण्डी
3 चावल
4 सेम
Explanation:
(b) अरण्डी में, तीव्र वृद्धि और हाइपोकोटाइल के दीधीकरण के कारण बीजपत्र मृदा की सतह से ऊपर वायु तथा प्रकाश में आ जाते हैं। बीजपत्र हरे हो जाते हैं तथा बीजपत्र अंत में सूखकर गिर जाते हैं और बीजांकुर एक स्वतंत्र पौधा बनाता है। यह भूम्युपरिक \((epigeal)\) अंकुरण का प्रकार है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217385
बीज विकसित होते हैं
1 बीजाण्ड से
2 अण्डाशय से
3 एन्थर्स से
4 स्त्रीकेसर से
Explanation:
(a) निषेचित ओव्यूल बीज बनाता है। ओव्यूल आकार में वृद्धि करता है। इन्टेग्यूमेंट शुष्क हो जाता है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217386
अभ्रूणपोषी बीजों में भोजन संचित होता है
1 बीज कवच में
2 भ्रूणपोष में
3 बीजपत्रों में
4 बीजाण्ड में
Explanation:
(c) अभ्रूणपोषी : विकसित हो रहे भ्रूण के द्वारा भ्रूणपोष का पूर्ण उपयोग कर लिया जाता है तथा परिपक्व बीज भ्रूणपोष रहित होता है। भोजन का संग्रह बीजपत्र में होता है। उदाहरण - चना, मटर, सेम।
(d) अरण्डी \((Castor)\) एक एण्डोस्पर्मिक (एल्ब्यूमिनस बीज) है। एल्ब्यूमिनस बीज में, भ्रूण पूर्ण भ्रूणपोष का उपयोग नहीं करता है। इसलिये यह परिपक्व बीज में चिरस्थाई होता है। इन बीजों में भोजन भ्रूणपोष में संग्रहित होता है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217384
निम्न में से किस पौधे में बीजपत्र पत्तियों का प्रथम युग्म बनाते हैं
1 मक्का
2 अरण्डी
3 चावल
4 सेम
Explanation:
(b) अरण्डी में, तीव्र वृद्धि और हाइपोकोटाइल के दीधीकरण के कारण बीजपत्र मृदा की सतह से ऊपर वायु तथा प्रकाश में आ जाते हैं। बीजपत्र हरे हो जाते हैं तथा बीजपत्र अंत में सूखकर गिर जाते हैं और बीजांकुर एक स्वतंत्र पौधा बनाता है। यह भूम्युपरिक \((epigeal)\) अंकुरण का प्रकार है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217385
बीज विकसित होते हैं
1 बीजाण्ड से
2 अण्डाशय से
3 एन्थर्स से
4 स्त्रीकेसर से
Explanation:
(a) निषेचित ओव्यूल बीज बनाता है। ओव्यूल आकार में वृद्धि करता है। इन्टेग्यूमेंट शुष्क हो जाता है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217386
अभ्रूणपोषी बीजों में भोजन संचित होता है
1 बीज कवच में
2 भ्रूणपोष में
3 बीजपत्रों में
4 बीजाण्ड में
Explanation:
(c) अभ्रूणपोषी : विकसित हो रहे भ्रूण के द्वारा भ्रूणपोष का पूर्ण उपयोग कर लिया जाता है तथा परिपक्व बीज भ्रूणपोष रहित होता है। भोजन का संग्रह बीजपत्र में होता है। उदाहरण - चना, मटर, सेम।
(d) अरण्डी \((Castor)\) एक एण्डोस्पर्मिक (एल्ब्यूमिनस बीज) है। एल्ब्यूमिनस बीज में, भ्रूण पूर्ण भ्रूणपोष का उपयोग नहीं करता है। इसलिये यह परिपक्व बीज में चिरस्थाई होता है। इन बीजों में भोजन भ्रूणपोष में संग्रहित होता है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217384
निम्न में से किस पौधे में बीजपत्र पत्तियों का प्रथम युग्म बनाते हैं
1 मक्का
2 अरण्डी
3 चावल
4 सेम
Explanation:
(b) अरण्डी में, तीव्र वृद्धि और हाइपोकोटाइल के दीधीकरण के कारण बीजपत्र मृदा की सतह से ऊपर वायु तथा प्रकाश में आ जाते हैं। बीजपत्र हरे हो जाते हैं तथा बीजपत्र अंत में सूखकर गिर जाते हैं और बीजांकुर एक स्वतंत्र पौधा बनाता है। यह भूम्युपरिक \((epigeal)\) अंकुरण का प्रकार है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217385
बीज विकसित होते हैं
1 बीजाण्ड से
2 अण्डाशय से
3 एन्थर्स से
4 स्त्रीकेसर से
Explanation:
(a) निषेचित ओव्यूल बीज बनाता है। ओव्यूल आकार में वृद्धि करता है। इन्टेग्यूमेंट शुष्क हो जाता है।
05. MORPHOLOGY OF FLOWERING PLANTS (HM)
217386
अभ्रूणपोषी बीजों में भोजन संचित होता है
1 बीज कवच में
2 भ्रूणपोष में
3 बीजपत्रों में
4 बीजाण्ड में
Explanation:
(c) अभ्रूणपोषी : विकसित हो रहे भ्रूण के द्वारा भ्रूणपोष का पूर्ण उपयोग कर लिया जाता है तथा परिपक्व बीज भ्रूणपोष रहित होता है। भोजन का संग्रह बीजपत्र में होता है। उदाहरण - चना, मटर, सेम।