213169
एक वनस्पतिज्ञ यदि समान प्रजातियों को नामांकित करता है तो वह प्रयोग करेगा
1 सिनटाइप
2 नियोटाइप
3 मीजोटाइप
4 आइसोटाइप
Explanation:
(d) वास्तविक स्पेसीमेन होलोटाइप कहलाते हैं और होलोटाइप के डुप्लीकेट को आइसोटाइप कहते हैं।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213170
निम्न में से किस टैक्सोनॉमी रेन्क में एक दूसरे से समानता रखने वाले जीवों को रखा जाता है
1 क्लास
2 जीनस
3 फेमिली
4 स्पीशीज
Explanation:
(a) निकट संबंधी गणों को वर्ग के उन समूहों में रखा गया है (वर्गीकरण में जिन्हें वर्गिकी श्रेणी कहा जाता है) जिसमें जीवों में एक दूसरे के प्रति कम समानता पायी जाती है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213171
पादप वर्गीकरण के हायरार्कियल तंत्र में निम्न में से किस वर्गिकी रेंक के अंत में "\(Ceae\)" मिलता है
1 कुल \((Family)\)
2 वंश \((Genus)\)
3 गण \((Order)\)
4 वर्ग \((Class)\)
Explanation:
(a) वर्गिकी श्रेणी में कुल, प्रभाग तथा गण के बीच में आता है। इनमें एक अथवा एक से अधिक वंश सम्मिलित हैं। इनमें नामों के अंत में ऐसी (\(aceae\)) प्रत्यय लगया जाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213172
द्विनामकरण का अर्थ है पौधे का नाम दो शब्दों में लिखना होता हैं, वे हैं
1 जीनस और स्पीशीज
2 स्पीशीज और वेरायटी
3 ऑर्डर और फेमिली
4 फेमिली और जीनस
Explanation:
(a) द्वि-नामकरण पद्धति के अनुसार पौधे तथा जन्तु का नाम दो लेटिन अथवा लेटिनाइज्ड शब्दों सें मिलकर बना होता है। उदाहरण : आलू सोलेनम ट्यूबरोसम होता है। प्रथम शब्द (सोलेनम) वंश के नाम का सूचक है और द्वितीय शब्द (ट्यूबरोसम) विशिष्ट नाम दर्शाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213173
वर्गीकरण की मूल इकाई है
1 जीनस
2 स्पीशीज
3 कुल (फेमिली)
4 गण (आर्डर)
Explanation:
(b) वर्गीकरण में स्पीशीज की कुंजी स्थिति (\(Key position\)) होती है। यह वर्गीकरण/वर्गिकी की आधारीय इकाई होती है।
213169
एक वनस्पतिज्ञ यदि समान प्रजातियों को नामांकित करता है तो वह प्रयोग करेगा
1 सिनटाइप
2 नियोटाइप
3 मीजोटाइप
4 आइसोटाइप
Explanation:
(d) वास्तविक स्पेसीमेन होलोटाइप कहलाते हैं और होलोटाइप के डुप्लीकेट को आइसोटाइप कहते हैं।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213170
निम्न में से किस टैक्सोनॉमी रेन्क में एक दूसरे से समानता रखने वाले जीवों को रखा जाता है
1 क्लास
2 जीनस
3 फेमिली
4 स्पीशीज
Explanation:
(a) निकट संबंधी गणों को वर्ग के उन समूहों में रखा गया है (वर्गीकरण में जिन्हें वर्गिकी श्रेणी कहा जाता है) जिसमें जीवों में एक दूसरे के प्रति कम समानता पायी जाती है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213171
पादप वर्गीकरण के हायरार्कियल तंत्र में निम्न में से किस वर्गिकी रेंक के अंत में "\(Ceae\)" मिलता है
1 कुल \((Family)\)
2 वंश \((Genus)\)
3 गण \((Order)\)
4 वर्ग \((Class)\)
Explanation:
(a) वर्गिकी श्रेणी में कुल, प्रभाग तथा गण के बीच में आता है। इनमें एक अथवा एक से अधिक वंश सम्मिलित हैं। इनमें नामों के अंत में ऐसी (\(aceae\)) प्रत्यय लगया जाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213172
द्विनामकरण का अर्थ है पौधे का नाम दो शब्दों में लिखना होता हैं, वे हैं
1 जीनस और स्पीशीज
2 स्पीशीज और वेरायटी
3 ऑर्डर और फेमिली
4 फेमिली और जीनस
Explanation:
(a) द्वि-नामकरण पद्धति के अनुसार पौधे तथा जन्तु का नाम दो लेटिन अथवा लेटिनाइज्ड शब्दों सें मिलकर बना होता है। उदाहरण : आलू सोलेनम ट्यूबरोसम होता है। प्रथम शब्द (सोलेनम) वंश के नाम का सूचक है और द्वितीय शब्द (ट्यूबरोसम) विशिष्ट नाम दर्शाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213173
वर्गीकरण की मूल इकाई है
1 जीनस
2 स्पीशीज
3 कुल (फेमिली)
4 गण (आर्डर)
Explanation:
(b) वर्गीकरण में स्पीशीज की कुंजी स्थिति (\(Key position\)) होती है। यह वर्गीकरण/वर्गिकी की आधारीय इकाई होती है।
213169
एक वनस्पतिज्ञ यदि समान प्रजातियों को नामांकित करता है तो वह प्रयोग करेगा
1 सिनटाइप
2 नियोटाइप
3 मीजोटाइप
4 आइसोटाइप
Explanation:
(d) वास्तविक स्पेसीमेन होलोटाइप कहलाते हैं और होलोटाइप के डुप्लीकेट को आइसोटाइप कहते हैं।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213170
निम्न में से किस टैक्सोनॉमी रेन्क में एक दूसरे से समानता रखने वाले जीवों को रखा जाता है
1 क्लास
2 जीनस
3 फेमिली
4 स्पीशीज
Explanation:
(a) निकट संबंधी गणों को वर्ग के उन समूहों में रखा गया है (वर्गीकरण में जिन्हें वर्गिकी श्रेणी कहा जाता है) जिसमें जीवों में एक दूसरे के प्रति कम समानता पायी जाती है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213171
पादप वर्गीकरण के हायरार्कियल तंत्र में निम्न में से किस वर्गिकी रेंक के अंत में "\(Ceae\)" मिलता है
1 कुल \((Family)\)
2 वंश \((Genus)\)
3 गण \((Order)\)
4 वर्ग \((Class)\)
Explanation:
(a) वर्गिकी श्रेणी में कुल, प्रभाग तथा गण के बीच में आता है। इनमें एक अथवा एक से अधिक वंश सम्मिलित हैं। इनमें नामों के अंत में ऐसी (\(aceae\)) प्रत्यय लगया जाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213172
द्विनामकरण का अर्थ है पौधे का नाम दो शब्दों में लिखना होता हैं, वे हैं
1 जीनस और स्पीशीज
2 स्पीशीज और वेरायटी
3 ऑर्डर और फेमिली
4 फेमिली और जीनस
Explanation:
(a) द्वि-नामकरण पद्धति के अनुसार पौधे तथा जन्तु का नाम दो लेटिन अथवा लेटिनाइज्ड शब्दों सें मिलकर बना होता है। उदाहरण : आलू सोलेनम ट्यूबरोसम होता है। प्रथम शब्द (सोलेनम) वंश के नाम का सूचक है और द्वितीय शब्द (ट्यूबरोसम) विशिष्ट नाम दर्शाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213173
वर्गीकरण की मूल इकाई है
1 जीनस
2 स्पीशीज
3 कुल (फेमिली)
4 गण (आर्डर)
Explanation:
(b) वर्गीकरण में स्पीशीज की कुंजी स्थिति (\(Key position\)) होती है। यह वर्गीकरण/वर्गिकी की आधारीय इकाई होती है।
213169
एक वनस्पतिज्ञ यदि समान प्रजातियों को नामांकित करता है तो वह प्रयोग करेगा
1 सिनटाइप
2 नियोटाइप
3 मीजोटाइप
4 आइसोटाइप
Explanation:
(d) वास्तविक स्पेसीमेन होलोटाइप कहलाते हैं और होलोटाइप के डुप्लीकेट को आइसोटाइप कहते हैं।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213170
निम्न में से किस टैक्सोनॉमी रेन्क में एक दूसरे से समानता रखने वाले जीवों को रखा जाता है
1 क्लास
2 जीनस
3 फेमिली
4 स्पीशीज
Explanation:
(a) निकट संबंधी गणों को वर्ग के उन समूहों में रखा गया है (वर्गीकरण में जिन्हें वर्गिकी श्रेणी कहा जाता है) जिसमें जीवों में एक दूसरे के प्रति कम समानता पायी जाती है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213171
पादप वर्गीकरण के हायरार्कियल तंत्र में निम्न में से किस वर्गिकी रेंक के अंत में "\(Ceae\)" मिलता है
1 कुल \((Family)\)
2 वंश \((Genus)\)
3 गण \((Order)\)
4 वर्ग \((Class)\)
Explanation:
(a) वर्गिकी श्रेणी में कुल, प्रभाग तथा गण के बीच में आता है। इनमें एक अथवा एक से अधिक वंश सम्मिलित हैं। इनमें नामों के अंत में ऐसी (\(aceae\)) प्रत्यय लगया जाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213172
द्विनामकरण का अर्थ है पौधे का नाम दो शब्दों में लिखना होता हैं, वे हैं
1 जीनस और स्पीशीज
2 स्पीशीज और वेरायटी
3 ऑर्डर और फेमिली
4 फेमिली और जीनस
Explanation:
(a) द्वि-नामकरण पद्धति के अनुसार पौधे तथा जन्तु का नाम दो लेटिन अथवा लेटिनाइज्ड शब्दों सें मिलकर बना होता है। उदाहरण : आलू सोलेनम ट्यूबरोसम होता है। प्रथम शब्द (सोलेनम) वंश के नाम का सूचक है और द्वितीय शब्द (ट्यूबरोसम) विशिष्ट नाम दर्शाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213173
वर्गीकरण की मूल इकाई है
1 जीनस
2 स्पीशीज
3 कुल (फेमिली)
4 गण (आर्डर)
Explanation:
(b) वर्गीकरण में स्पीशीज की कुंजी स्थिति (\(Key position\)) होती है। यह वर्गीकरण/वर्गिकी की आधारीय इकाई होती है।
213169
एक वनस्पतिज्ञ यदि समान प्रजातियों को नामांकित करता है तो वह प्रयोग करेगा
1 सिनटाइप
2 नियोटाइप
3 मीजोटाइप
4 आइसोटाइप
Explanation:
(d) वास्तविक स्पेसीमेन होलोटाइप कहलाते हैं और होलोटाइप के डुप्लीकेट को आइसोटाइप कहते हैं।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213170
निम्न में से किस टैक्सोनॉमी रेन्क में एक दूसरे से समानता रखने वाले जीवों को रखा जाता है
1 क्लास
2 जीनस
3 फेमिली
4 स्पीशीज
Explanation:
(a) निकट संबंधी गणों को वर्ग के उन समूहों में रखा गया है (वर्गीकरण में जिन्हें वर्गिकी श्रेणी कहा जाता है) जिसमें जीवों में एक दूसरे के प्रति कम समानता पायी जाती है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213171
पादप वर्गीकरण के हायरार्कियल तंत्र में निम्न में से किस वर्गिकी रेंक के अंत में "\(Ceae\)" मिलता है
1 कुल \((Family)\)
2 वंश \((Genus)\)
3 गण \((Order)\)
4 वर्ग \((Class)\)
Explanation:
(a) वर्गिकी श्रेणी में कुल, प्रभाग तथा गण के बीच में आता है। इनमें एक अथवा एक से अधिक वंश सम्मिलित हैं। इनमें नामों के अंत में ऐसी (\(aceae\)) प्रत्यय लगया जाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213172
द्विनामकरण का अर्थ है पौधे का नाम दो शब्दों में लिखना होता हैं, वे हैं
1 जीनस और स्पीशीज
2 स्पीशीज और वेरायटी
3 ऑर्डर और फेमिली
4 फेमिली और जीनस
Explanation:
(a) द्वि-नामकरण पद्धति के अनुसार पौधे तथा जन्तु का नाम दो लेटिन अथवा लेटिनाइज्ड शब्दों सें मिलकर बना होता है। उदाहरण : आलू सोलेनम ट्यूबरोसम होता है। प्रथम शब्द (सोलेनम) वंश के नाम का सूचक है और द्वितीय शब्द (ट्यूबरोसम) विशिष्ट नाम दर्शाता है।
01. THE LIVING WORLD (HM)
213173
वर्गीकरण की मूल इकाई है
1 जीनस
2 स्पीशीज
3 कुल (फेमिली)
4 गण (आर्डर)
Explanation:
(b) वर्गीकरण में स्पीशीज की कुंजी स्थिति (\(Key position\)) होती है। यह वर्गीकरण/वर्गिकी की आधारीय इकाई होती है।