182742
सान्द्र \(HCl\) में बना विलयन, जिसमें जल मिलाने पर प्रथम समूह के मूलकों की अनुपस्थिति में भी कभी-कभी सफेद धुंध देता है इसका कारण इसमें निम्न की उपस्थिति है
1 \(H{g^{2 + }}\)
2 \(S{b^{3 + }}\)
3 \(A{g^{3 + }}\)
4 \(S{b^{3 + }}\)या \(B{i^{3 + }}\) या दोनों
Explanation:
(d) चूँकि \(S{b^{3 + }}\) और \(B{i^{3 + }}\) का आयनिक गुणनफल अत्यन्त कम होता है और \(C{l^ - }\) उच्च सान्द्रता में उपस्थित रहते हैं, इसलिये \(Sb\) एवं \(Bi\) इस तरह से अवक्षेपित होते हैं। \(S{b^{3 + }} + 3C{l^ - } \to SbC{l_3}\)
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182743
निम्नलिखित में से किस आयन युग्म को तनु विलयनों में मिलाने पर अवक्षेप बनता है
1 \(N{a^ + },SO_4^{2 - }\)
2 \(NH_4^ + ,CO_3^{2 - }\)
3 \(N{a^ + },{S^{2 - }}\)
4 \(F{e^{3 + }},PO_4^{3 - }\)
Explanation:
(d)\(F{e_3}{(P{O_4})_2}\) जल में अविलेय हैंं।
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182745
वह अभिकर्मक जो \(F{e^{2 + }}\) आयन की उपस्थिति को दर्शाता है
182742
सान्द्र \(HCl\) में बना विलयन, जिसमें जल मिलाने पर प्रथम समूह के मूलकों की अनुपस्थिति में भी कभी-कभी सफेद धुंध देता है इसका कारण इसमें निम्न की उपस्थिति है
1 \(H{g^{2 + }}\)
2 \(S{b^{3 + }}\)
3 \(A{g^{3 + }}\)
4 \(S{b^{3 + }}\)या \(B{i^{3 + }}\) या दोनों
Explanation:
(d) चूँकि \(S{b^{3 + }}\) और \(B{i^{3 + }}\) का आयनिक गुणनफल अत्यन्त कम होता है और \(C{l^ - }\) उच्च सान्द्रता में उपस्थित रहते हैं, इसलिये \(Sb\) एवं \(Bi\) इस तरह से अवक्षेपित होते हैं। \(S{b^{3 + }} + 3C{l^ - } \to SbC{l_3}\)
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182743
निम्नलिखित में से किस आयन युग्म को तनु विलयनों में मिलाने पर अवक्षेप बनता है
1 \(N{a^ + },SO_4^{2 - }\)
2 \(NH_4^ + ,CO_3^{2 - }\)
3 \(N{a^ + },{S^{2 - }}\)
4 \(F{e^{3 + }},PO_4^{3 - }\)
Explanation:
(d)\(F{e_3}{(P{O_4})_2}\) जल में अविलेय हैंं।
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182745
वह अभिकर्मक जो \(F{e^{2 + }}\) आयन की उपस्थिति को दर्शाता है
182742
सान्द्र \(HCl\) में बना विलयन, जिसमें जल मिलाने पर प्रथम समूह के मूलकों की अनुपस्थिति में भी कभी-कभी सफेद धुंध देता है इसका कारण इसमें निम्न की उपस्थिति है
1 \(H{g^{2 + }}\)
2 \(S{b^{3 + }}\)
3 \(A{g^{3 + }}\)
4 \(S{b^{3 + }}\)या \(B{i^{3 + }}\) या दोनों
Explanation:
(d) चूँकि \(S{b^{3 + }}\) और \(B{i^{3 + }}\) का आयनिक गुणनफल अत्यन्त कम होता है और \(C{l^ - }\) उच्च सान्द्रता में उपस्थित रहते हैं, इसलिये \(Sb\) एवं \(Bi\) इस तरह से अवक्षेपित होते हैं। \(S{b^{3 + }} + 3C{l^ - } \to SbC{l_3}\)
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182743
निम्नलिखित में से किस आयन युग्म को तनु विलयनों में मिलाने पर अवक्षेप बनता है
1 \(N{a^ + },SO_4^{2 - }\)
2 \(NH_4^ + ,CO_3^{2 - }\)
3 \(N{a^ + },{S^{2 - }}\)
4 \(F{e^{3 + }},PO_4^{3 - }\)
Explanation:
(d)\(F{e_3}{(P{O_4})_2}\) जल में अविलेय हैंं।
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182745
वह अभिकर्मक जो \(F{e^{2 + }}\) आयन की उपस्थिति को दर्शाता है
182742
सान्द्र \(HCl\) में बना विलयन, जिसमें जल मिलाने पर प्रथम समूह के मूलकों की अनुपस्थिति में भी कभी-कभी सफेद धुंध देता है इसका कारण इसमें निम्न की उपस्थिति है
1 \(H{g^{2 + }}\)
2 \(S{b^{3 + }}\)
3 \(A{g^{3 + }}\)
4 \(S{b^{3 + }}\)या \(B{i^{3 + }}\) या दोनों
Explanation:
(d) चूँकि \(S{b^{3 + }}\) और \(B{i^{3 + }}\) का आयनिक गुणनफल अत्यन्त कम होता है और \(C{l^ - }\) उच्च सान्द्रता में उपस्थित रहते हैं, इसलिये \(Sb\) एवं \(Bi\) इस तरह से अवक्षेपित होते हैं। \(S{b^{3 + }} + 3C{l^ - } \to SbC{l_3}\)
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182743
निम्नलिखित में से किस आयन युग्म को तनु विलयनों में मिलाने पर अवक्षेप बनता है
1 \(N{a^ + },SO_4^{2 - }\)
2 \(NH_4^ + ,CO_3^{2 - }\)
3 \(N{a^ + },{S^{2 - }}\)
4 \(F{e^{3 + }},PO_4^{3 - }\)
Explanation:
(d)\(F{e_3}{(P{O_4})_2}\) जल में अविलेय हैंं।
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182745
वह अभिकर्मक जो \(F{e^{2 + }}\) आयन की उपस्थिति को दर्शाता है
182742
सान्द्र \(HCl\) में बना विलयन, जिसमें जल मिलाने पर प्रथम समूह के मूलकों की अनुपस्थिति में भी कभी-कभी सफेद धुंध देता है इसका कारण इसमें निम्न की उपस्थिति है
1 \(H{g^{2 + }}\)
2 \(S{b^{3 + }}\)
3 \(A{g^{3 + }}\)
4 \(S{b^{3 + }}\)या \(B{i^{3 + }}\) या दोनों
Explanation:
(d) चूँकि \(S{b^{3 + }}\) और \(B{i^{3 + }}\) का आयनिक गुणनफल अत्यन्त कम होता है और \(C{l^ - }\) उच्च सान्द्रता में उपस्थित रहते हैं, इसलिये \(Sb\) एवं \(Bi\) इस तरह से अवक्षेपित होते हैं। \(S{b^{3 + }} + 3C{l^ - } \to SbC{l_3}\)
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182743
निम्नलिखित में से किस आयन युग्म को तनु विलयनों में मिलाने पर अवक्षेप बनता है
1 \(N{a^ + },SO_4^{2 - }\)
2 \(NH_4^ + ,CO_3^{2 - }\)
3 \(N{a^ + },{S^{2 - }}\)
4 \(F{e^{3 + }},PO_4^{3 - }\)
Explanation:
(d)\(F{e_3}{(P{O_4})_2}\) जल में अविलेय हैंं।
PRACTICAL CHEMISTRY (HM)
182745
वह अभिकर्मक जो \(F{e^{2 + }}\) आयन की उपस्थिति को दर्शाता है